एमजीएम में आए थे जांच को, रू-ब-रू हुए सड़े शव से
महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल की अव्यवस्था से
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल की अव्यवस्था से बुधवार को रांची की टीम अवगत हुई। दोपहर करीब 12 बजे स्वास्थ्य निदेशक डॉ. राजेंद्र पासवान के नेतृत्व में एमजीएम पहुंची पांच सदस्यीय टीम जैसे ही अधीक्षक के चैंबर में पहुंची, उसे तेज बदबू से रू-ब-रू होना पड़ा। इससे परेशान होकर सभी ने अपने-अपने नाक पर कुछ देर के लिए रूमाल रख लिया। यहां तक की अधीक्षक गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों से भी रहा नहीं गया और वह वहां से हट गया। बहुत देर तक बदबू पूरे अस्पताल में फैलते रही। इससे मरीज, कर्मचारी व डॉक्टर सभी परेशान रहे। एमजीएम अस्पताल का शवगृह खराब है। उसमें 25 अगस्त से अज्ञात शव रखा गया था। करीब 19 दिनों से रखा गया शव पूरी तरह से सड़ गया था। इसीलिए उससे तेज दुर्गध आ रही थी। बाद में उसका दाह संस्कार कराया गया।
कर्मचारियों ने बताया कि शवगृह में कुल छह बॉक्स है और सभी खराब पड़े हुए हैं। बॉक्स का फ्रीज काम नहीं कर रहा है। शवगृह में कुल आठ शव रखे गए थे। अस्पताल प्रबंधन ने सबका दाह संस्कार कराया। इसमें बच्चे भी शामिल थे। कर्मचारियों का कहना है कि दाह संस्कार कराने के लिए कई बार साकची पुलिस को सूचित किया गया पर वे इसे गंभीरता से नहीं लेते हैं। जिससे इस तरह के स्थिति उत्पन्न होती रही है। वहीं एमजीएम अधीक्षक डॉ. एसएन झा ने बताया कि शवगृह को जल्द ही बनवा लिया जाएगा। इसकी सूचना शवगृह से संबंधित कंपनी को दे दी गई है। उम्मीद है कि जल्द ही शवगृह का बॉक्स बना लिया जाएगा। रांची की टीम एमजीएम में हुई बच्चों की मौत की जांच करने पहुंची थी।