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रेलवे के मेगा ब्लॉक से यात्री रहे हलकान

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : आदित्यपुर-गम्हरिया के बीच जंगल गेट नामक स्थान पर मानवरहित रेलवे क्र

By Edited By: Published: Thu, 16 Jun 2016 03:00 AM (IST)Updated: Thu, 16 Jun 2016 03:00 AM (IST)
रेलवे के मेगा ब्लॉक से यात्री रहे हलकान

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : आदित्यपुर-गम्हरिया के बीच जंगल गेट नामक स्थान पर मानवरहित रेलवे क्रासिंग बंद करने और रेलवे अंडरब्रिज निर्माण के लिए रेलवे की ओर से बुधवार को लिए गए सात घटे पावर सह ट्रैफिक ब्लॉक के कारण आदित्यपुर और गम्हरिया स्टेशनों से आवागमन करने वाले यात्री हलकान-परेशान रहे। अधिकतर यात्रियों को इस बात की जानकारी ही नहीं थी कि दोपहर 12 बजे से शाम सात बजे इन स्टेशनों पर कोई ट्रेन आने ही वाली नहीं है। इसलिए आदित्यपुर और गम्हरिया रेलवे स्टेशनों पर यात्री घंटों इंतजार करने के बाद लौट गए। सबसे अधिक परेशानी पैसेंजर ट्रेनों के यात्रियों को हुई। मेगा ब्लॉक के कारण टाटा-बरकाकाना पैसेंजर अपने निर्धारित समय दोपहर तीन बजे के बदले चार घटे 10 मिनट देर से खुली। टाटा-चक्रधरपुर डेमो ट्रेन भी विलंब से चली। टाटा-बड़बिल पैसेंजर 2.15 घंटे देर से चली। टाटा-गुवा, गुवा-टाटा डेमो और आसनसोल-टाटा मेमो ट्रेन रद कर दी गई। रेलवे के अनुमान के मुताबकि गम्हरिया रेलवे स्टेशन से लगभग दो हजार लोग हर यात्रा करते हैं। बुधवार दोपहर 12 बजे के पहले पांच से सात सौ यात्री ही अपने गंतव्यों तक गए।

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पांच घंटे विलंब से आई दूरंतो

बुधवार को दूरंतो एक्सप्रेस ट्रेन पांच घंटे विलंब से टाटानगर आई। इसका निर्धारित समय दोपहर तीन बजे था। ट्रेन के सही समय से आने की स्थिति में टाटानगर के यात्रियों को कांड्रा स्टेशन से बस के जरिए जमशेदपुर ले आने की रेलवे की योजना थी। लेकिन ट्रेन के विलंब होने के कारण यह व्यवस्था रद कर दी गई और मेगा ब्लॉक के निर्धारित समय के बाद दूरंतो टाटानगर पहुंची।

जानकारी के अभाव में किया घंटों इंतजार

मैं गम्हरिया में काम करता हूं। मुझे टाटा-बरकाकाना पैसेंजर से अपने घर चांडिल से आगे हेसालौंग जाना था। गम्हरिया स्टेशन पर घंटों इंतजार करने के बाद लौटना पड़ा।

-शिवचरण महतो

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मैं भी चांडिल का ही रहने वाला हूं। मुझे भी टाटा-बरकाकाना पैसेंजर ट्रेन से अपने घर जाना था। मैंने गम्हरिया स्टेशन पर दो घंटे इंतजार किया। ट्रेन न आने पर लौट गया।

-विजय महतो

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मुझे चांडिल से आगे अपने गांव जाना था। पूरी तैयारी से मैं स्टेशन आई थी। दो घंटे इंतजार करने के बाद पता चला टाटा-बरकाकाना पैसेंजर ट्रेन नहीं आएगी। इसलिए मजबूरन लौट रही हूं।

-अनीता महतो

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मुझे चांडिल से आगे तिरुलडीह जाना था, पर ट्रेन नहीं मिलने के कारण मजबूरी में लौटना पड़ा। मुझे मेगा ब्लॉक की जानकारी नहीं मिल पाई।

-विजय सिंह

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रेलवे चला रहा मनावरहित फाटक बंद करने का अभियान

आदित्यपुर-गम्हरिया के बीच जंगल गेट नामक स्थान पर रेलवे अंडरब्रिज निर्माण की निगरानी कर रहे चक्रधरपुर रेल मंडल के डीआरएम राजेंद्र प्रसाद ने जागरण से बातचीत मं कहा कि रेलवे मानवरहित रेलवे क्रॉसिंग बंद करने का अभियान चला रहा है। लेबल क्रॉसिंग नंबर 1/143 को बंद करने के लिए यह मेगा ब्लाक लिया गया है। क्रॉसिंग के बगल में ही अंडरब्रिज बना दिया गया है। इससे मानवरहित क्रॉसिंग से होने वाली दुर्घटना पर पूर्ण विराम लग जाएगा। पिछले साल भर में चक्रधरपुर रेल मंडल में यह 13वें मानवरहित रेलवे फटक को बंद किया गया। यह अभियान बरसात के बाद फिर दिसंबर से शुरू होगा और रेल मंडल के सभी 22 मानवरहित रेल फाटक बंद कर दिए जाएंगे। इस रेलवे अंडरब्रिज की लागत 2.5 करोड़ है। देश भर में 2019 तक सभी मानवरहित रेलवे क्रॉसिंग बंद कर दिए जाएंगे। कहीं कर्मचारी तैनात किए जाएंगे, कहीं ओवरब्रिज बनेगा तो कहीं अंडरब्रिज बनाकर मानवरहित फाटक बंद कर दिए जाएंगे।

ये अधिकारी रहे मौजूद

मौके पर सीनियर डीईएन को-ऑर्डिनेशन, सीनियर डीईएन ब्रिज, सीनियर डीईई टाआरडी, एआरएम टाटा, सीनियर डीईएन साउथ सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।


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