पीजी पढ़ाई शुरू करने के लिए एमसीआइ की टीम एमजीएम मेडिकल कालेज पहुंची
जेएनएन, जमशेदपुर : महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज में पीजी की पढ़ाई जल्द से जल्द शुरू
जेएनएन, जमशेदपुर : महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज में पीजी की पढ़ाई जल्द से जल्द शुरू करने की तैयारी है। इसकी तैयारियों की जांच करने के लिए सोमवार को मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) की दो सदस्यीय टीम जांच करने अस्पताल पहुंची। टीम में डॉ. एनएल पाटिल व डॉ. नीना दास शामिल थे। डॉ. एनएल पाटिल ने एनाटॉमी व डॉ. नीना दास ने फार्माकोलॉजी विभाग में उपलब्ध प्रोफेसर व आधारभूत संरचना की जानकारी डायरी में नोट कर ली। रिपोर्ट एमसीआइ को सौंप दी जाएगी उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। एनाटॉमी में पांच सीट व फार्माकोलॉजी में 07 सीट पर पीजी की पढ़ाई शुरू होनी है। झारखंड सरकार ने 11 विषयों में 57 सीट के लिए एनओसी दी है। कॉलेज में फिलहाल पाच सीट पर पीजी व छह सीट पर डिप्लोमा की पढ़ाई होती है। वहीं सरकार ने पीजी चिकित्सकों को ग्रामीण क्षेत्रों में ड्यूटी करना भी जरूरी कर दिया है। इससे प्रदेश में खुलने वाले मेडिकल कॉलेज, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी), प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) व उप स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति सुधरने की संभावना है। फिलहाल एमजीएम कॉलेज में एनाटॉमी में 2, फिजियोलॉजी में 2 व फार्माकोलॉजी में 1 सीट पर पीजी की पढ़ाई होती है। वहीं रेडियोलॉजी में 2, गायनिक में 2 व पिडियाट्रिक्स में 2 सीटों पर डिप्लोमा की पढ़ाई होती है।
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इन विषयों में शुरू होगी पीजी
एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, फार्माकोलॉजी, जेनरल मेडिसीन, जनरल सर्जरी, गायनिक व ओर्थोपेडिक्स।
--------- एमजीएम में 28 को आएंगे पटना के डॉक्टर, करेंगे पाइल्स का इलाज
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जमशेदपुर : महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चिकित्सकों को प्रशिक्षण व मरीजों का इलाज करने के लिए समय-समय पर बाहर से भी डॉक्टर आएंगे। 28 जून को पटना से डॉ. पीके झा आएंगे, जो पाइल्स (बवासीर) का निश्शुल्क सर्जरी करेंगे। अस्पताल में इसके लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है। सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. डी हांसदा ने बताया कि एमजीएम में पहली बार अत्याधुनिक मशीन द्वारा निश्शुल्क पाइल्स का ऑपरेशन किसी बाहर के सर्जन द्वारा किया जाएगा। जो मरीज पैसे के अभाव में इलाज नहीं करा पा रहे वह इसका लाभ उठा सकते है। बतातें चले कि एमजीएम में कई अत्याधुनिक मशीनें पड़ी हुई है लेकिन चिकित्सकों को प्रशिक्षण नहीं मिल पाने के कारण उसका लाभ मरीजों को नहीं मिल पा रहा है।