एमजीएम का हाल देख बोली एमसीआइ टीम- यहां कुछ भी ठीक नहीं Jamshedpur News
टीम को जरूरत के अनुसार न तो संसाधन दिखा और न ही आंकड़ा मिला। इससे नाराज टीम के सदस्य डॉ. राज्जना बी ने कहा कि यहां कुछ भी ठीक नहीं है।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज में पीजी की पढ़ाई शुरू होनी है। इसकी जांच करने को लेकर मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) की टीम पहुंची। इस दौरान टीम को जरूरत के अनुसार न तो संसाधन दिखा और न ही आंकड़ा मिला। इससे नाराज टीम के सदस्य डॉ. राज्जना बी ने कहा कि यहां कुछ भी ठीक नहीं है।
सर्जरी ओपीडी के रुम नंबर 16 में मरीजों की जगह मशीन पैक कर रखा हुआ था। वहीं पुरुष ड्रेसिंग रूम में कोई ड्रेसर तैनात नहीं था। इसके बाद विभागाध्यक्ष डॉ. दिवाकर हांसदा ने उसे महिला ड्रेसिंग रूम से बुलाकर लाया। उसके बावजूद भी संतुष्ट जवाब नहीं मिला। इसके बाद टीम सेंट्रल रजिस्ट्रेशन पहुंची। यहां पर भी जून माह का मरीजों का आंकड़ा नहीं मिला। कर्मचारियों ने बताया कि उस दौरान सेंट्रल रजिस्ट्रेशन सिस्टम काम नहीं कर रहा था। जिसके कारण मरीजों के नाम, पता व विभाग मैनुअल ही दर्ज किया जा रहा था। इसके साथ ही ओपीडी, इमरजेंसी, सर्जरी ओटी, लाइब्रेरी, पैथोलॉजी विभाग, ब्लड बैंक, सिटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड, सेमिनार हॉल सहित अन्य विभागों का भी निरीक्षण किया।
सर्जरी विभाग में 40 बेड खाली, प्री ऑपरेटिव रूम से निकल गए मरीज
सर्जरी विभाग में सात सीट पर पीजी की पढ़ाई शुरू होनी है। एमसीआइ की टीम ने पूछा कि सर्जरी विभाग में कितने बेड है तो जवाब मिला 120। इसमें 40 बेड खाली है। इससे टीम असंतुष्ट दिखी। इसके बाद टीम ने सेमिनार हॉल व म्यूजियम देखना चाही लेकिन वह नहीं मिला। इसके साथ ही लाइब्रेरी बंद मिला। वहीं जब प्री ऑपरेटिव रूम में टीम पहुंची तो एक भी मरीज नहीं मिले। इस दौरान पता चला कि तीन मरीज को वार्ड से बुलाकर प्री ऑपरेटिव रूम में भर्ती किया गया था। उनका ऑपरेशन का डेट दूसरा दिन था। लेकिन, जैसे ही टीम पहुंची तबतक वह उठकर अपने बेड (बेड) पर पहुंच चुके थे।