नशे में धुत्त गेट मैन फाटक बंद कर हो गया रफ्फूचक्कर, फिर हुआ कुछ ऐसा Jamshedpur News
टाटानगर स्टेशन से सटे जोजोबेड़ा रेलवे फाटक पर बड़ा हादसा टल गया। यहां गेटमैन फाटक बंद कर नशे में झूम रहा था और फाटक के दोनों ओर राहगीर फंसे थे। ट्रेन भी रोकनी पड़ी।
जमशेदपुर, जेएनएन। टाटानगर स्टेशन से जोजोबेड़ा रेलवे फाटक पर नशे में धुत्त गेट मैन के कारण फाटक पर बुधवार रात 7:20 बजे से 8:30 बजे तक आवागमन प्रभावित रहा। नशे में धुत्त गेटमैन लोगों के विरोध के बाद फाटक बंद कर फरार हो गया और उसका दोपहिया वाहन फाटक के पास ही पड़ा रहा।
गेटमैन की इस हरकत से आवागमन एक घंटे तक बाधित रहा। फाटक पर वाहनों की लंबी कतार लग गयी। वहीं ट्रेन के आवागमन के दौरान संकेत नहीं मिलने से यात्री ट्रेन फाटक से कुछ दूरी पूर्व रुक गयी। लगातार ट्रेन से हॉर्न बजती रही। तभी सूचना पाकर परसूडीह थाना की गश्ती पुलिस जोजोबेड़ा फाटक पर पहुंची। इस दौरान लोगों का हो हंगामा जारी रहा। वहीं टाटानगर में रेल के वरीय अधिकारियों को घटना की सूचना दी गयी। फलस्वरूप सलगाझरी से तकनीकी जानकार जोजोबेड़ा रेलवे फाटक पहुंचे। काफी मशक्कत के बाद फाटक खोला गया। तब जाकर स्थिति सामान्य हुई। इस दौरान फाटक पर संकेत सायरन लगातार बजता रहा।
पूर्व में हो चुके हैं हादसे
लोग इस बात को लेकर नाराज़ दिखे कि महत्त्वपूर्ण ड्यूटी पर नशे के आदी कर्मी को कैसे तैनात किया गया । लोगों ने बताया कि पूर्व में भी इस फाटक पर लापरवाही की शिकायत सामने आयी है। वहीं 2009 में बारीगोड़ा निवासी रामजी प्रसाद की मौत इसी तरह लापरवाही के कारण होने की बात बतायी गई। ट्रेन आवागमन के दौरान फाटक खुला रह गया था फलस्वरूप रामजी प्रसाद फाटक पार करने के दौरान मोटरसाइकिल समेत ट्रेन की चपेट में आ गए थे और उनकी मौत हो गयी थी। जिसके बाद काफी विरोध प्रर्दशन हुआ था। लोगों ने रेलवे ट्रैक जाम कर दिया था। सूत्रों ने बताया कि नशे में धुत्त होकर गेटमैन द्वारा ड्यूटी में लापरवाही की बात सामने आने के बाद जांच के आदेश दे दिए गए हैं।