आदिवासी प्रकृति के सबसे बड़ा रक्षक : विधायक
मुसाबनी माइंस इंटर कॉलेज में सोमवार को प्रकृति का पर्व करमा पारंपरिक
संवाद सूत्र, मुसाबनी : मुसाबनी माइंस इंटर कॉलेज में सोमवार को प्रकृति का पर्व करमा पारंपरिक रीति-रिवाज के साथ धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर करम डाल के समक्ष पूजा-अर्चना किया गया। मौके पर कॉलेज के छात्र-छात्राएं पारंपरिक परिधान धारण कर कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे थे। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि विधायक लक्ष्मण टुडू ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड में आदिवासियों के लिए करमा पर्व की काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज शुरू से ही प्रकृति के पुजारी रहे है। उनकी पूजा-अर्चना बिना प्रकृति के हो ही नहीं सकती है। आदिवासी समुदाय प्रकृति के बिना रह नहीं सकते हैं। इसलिए आदिवासी प्रकृति के सबसे बड़े रक्षक माने जाते हैं। उन्होंने कहा कि भाई बहन के अटूट रिश्ते और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए मनाये जाने वाले करमा पर्व की अलग पहचान है। करम के डाल को पारंपरिक तरीके से छात्र नायके रामो हांसदा, होपन बास्के, नायके बूढ़ी ललिता हांसदा, रामू टुडू द्वारा पूजा-अर्चना किया गया। इस दौरान कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने पारंपरिक परिधान में मादल व नगाड़े की थाप पर नृत्य करते हुए सात बार पूजा स्थल का परिक्रमा किया। इसके बाद कॉलेज परिसर में निर्मित पूजा स्थल में करम डाल की पूजा-अर्चना की गई। पूजा-अर्चना समाप्त होने के बाद अतिथियों में विधायक लक्ष्मण टुडू, तुषार कांत पातर व मुखिया प्रधान सोरेन ने भी माथा टेककर प्राकृतिक देवता को नमन किया। इसके बाद उपस्थित छात्र-छात्राओं के बीच प्रसाद का वितरण किया गया। कार्यक्रम में कॉलेज के सदस्य तुषार कांत पातर, घाटशिला के जिप सदस्य देव्यानी मुर्मू, मुखिया प्रधान सोरेन, लखी कांत बेरा, प्रभारी प्राचार्य अशोक सत्पथी, पूर्व प्राचार्य एमएम पात्रो, संथाली विभाग के प्रो. गोविंदा बास्के, सनत मिश्रा, छविलेश्वर महंता, अर¨वद कुमार शर्मा, राजीव दुबे, सीमा कल्याणी, गीतिका सबर, विजय प्रधान, भाजपा मंडल अध्यक्ष सत्या तिवारी, बीजू मिश्रा, बादल लामा, राखी महली, अनिता, मोनिका, कुमिला, कपरा, पायो, डुमनी, सुना राम हेंब्रम, रामेश्वर, दुर्गा, ललिता हेंब्रम, गाजिया मुर्मू, विजय सोरेन, लव कुश आदि उपस्थित थे।