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मुसाबनी के जंगल में अवैध पत्थर का खनन जोरों पर, वन विभाग मौन

जमशेदपुर वन प्रमंडल के मुसाबनी रेंज में जंगल के अंदर अवैध रूप से पहाड़ काटकर पत्थर तोड़ा जा कहा है। इस पर लगाम लगाने में वन विभाग असफल रहा है। वनक्षेत्र में खनन पर रोक का कानून है। इसके बावजूद खनन माफिया वन विभाग पर हावी है।

By Jitendra SinghEdited By: Published: Sun, 29 Nov 2020 06:00 PM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 06:00 PM (IST)
मुसाबनी के जंगल में अवैध पत्थर का खनन जोरों पर, वन विभाग मौन
मुसाबनी के वन क्षेत्र में माफिया सक्रिय हैं और अवैध पत्थर खनन का बदस्तूर जारी है।

 जमशेदपुर (मनोज सिंह) : जमशेदपुर वन प्रमंडल के मुसाबनी रेंज में जंगल के अंदर अवैध रूप से पहाड़ काटकर पत्थर तोड़ा जा कहा है। इस पर लगाम लगाने में वन विभाग असफल रहा है। वनक्षेत्र में किसी भी तरह का खनन पर रोक का कानून है। इसके बावजूद खनन माफिया वन विभाग पर हावी है। यही कारण है कि मुसाबनी वन क्षेत्र के अंदर दुर्गाआटा जंगल में पत्थरों की अवैध खुदाई अनवरत जारी है।

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वन सुरक्षा समिति की महिला टीम ने पकड़ी चोरी

मुसाबनी क्षेत्र में वन व पत्थर माफिया के बीच लेडी टार्जन के नाम से अपनी पहचान कायम कर चुकी सड़कघुटू निवासी कानदोनी सोरेन का नाम सुनते ही लकड़ी व पत्थर माफिया के पसीने छूटने लगते हैं। कानदोनी साेरेन ने बताया कि वह कि वह अपनी समिति के सदस्यों के साथ जंगल क्षेत्र का भ्रमण के लिए निकलीं। कुछ लोगों ने बताया कि जंगल के अंदर से अवैध पत्थर की खुदाई हो रहा है। जब वह दुर्गाआटा के जंगल के अंदर गयी तो देखा कि पत्थर उत्खनन का काम जारी है। कई स्थानों पर जंगल में खुदाई कर पत्थर निकाल कर ढेर बना हुआ है। जिसकी डंपर से ढुलाई की जा रही थी। उन्हें देखकर खुदाई में लगे मजदूर भाग गए, डंपर भी निकल गया। समिति की महिलाओं ने बताया कि वन विभाग के पदाधिकारियों से शिकायत करने के बावजूद पत्थर माफिया पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। वन सुरक्षा समिति की महिलाओं सुमित्रा किस्कू, सरला टुडू, कपरा सोरेन, जमुना सोरेन, जोबा मुर्मू, नीलावती दास, आलादी किस्कू, छिता टुडू, सालगे टुडू, कांदोनी सोरेन आदि ग्रामीणों में गहरा रोष है।

पत्थर के साथ ही लकड़ी पर भी है माफिया की नजर

जिस मुसाबनी के दुर्गाआटा जंगल में पत्थर का उत्खनन हो रहा है। वहां पर पत्थर माफिया पेड़ के पास खुदाई करते हैं। जिससे पेड़ या ताे सूख जाता है या गिर जाता है। कुछ दिन तक छोड़ देने के बाद जब पेड़ पूरी तरह सूख जाता है तो माफिया पत्थर के साथ लकड़ी भी उठा ले जाते हैं।

वन विभाग की मिली भगत से खत्म हो जाएगा जंगल

कभी जंगल के अंदर पहले गाड़ी प्रवेश नहीं करता था, लेकिन आज के समय बिना रोक-टोक के जंगल के अंदर डंपर आराम से पत्थर की अवैध् ढुलाई कर रहा है। वन सुरक्षा समिति के सदस्यों ने बताया कि जब इस संबंध में वन विभाग के उच्चाधिकारी से लेकर रेंज के पदाधिकारियों को सूचना दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गयी। यदि ऐसा ही रहा तो एक दिन हमारा घर जंगल ही खत्म हो जाएगा। 


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