पटरी पर लौटने लगी जिंदगी, महानगरों की ओर जाने लगे लौहनगरी के लोग
Coronavirus Lockdown. छह माह तक सिमटी जिंदगी अब पटरियों पर लौटने लगी है। लौहनगरी के लोग वापस अपने कार्यालय व कार्यस्थल की ओर प्रस्थान करने लगे है। पर्व त्योहारों को देखते हुए ट्रेनों की वेटिंग लिस्ट लंबी होती जा रही है।
जमशेदपुर, जासं। लॉकडाउन के दौरान स्पेशल ट्रेनों के परिचालन के दौरान आधी से ज्यादा सीटें खाली ही जा रही थी। अगस्त माह तक पुरुषोत्तम एक्सप्रेस व राजधानी एक्सप्रेस की सीटें आधी से ज्यादा खाली ही थी, लेकिन अक्टूबर की शुरुआत से ही अचानक से सीटों की किल्लत होनी शुरू हो गई है और स्लीपर कोच में वेटिंग 114 तक पहुंच गई। राजधानी व पुरुषोत्तम एक्सप्रेस में नवंबर माह तक टिकटों की वेटिंग चल रही है।
इतना ही नहीं पुरी- आनंदविहार नीलांचल एक्सप्रेस का परिचालन नौ अक्टूबर से ही शुरू हुआ है और इस ट्रेन का टिकट भी वेटिंग ही चल रहा है। पहले ही दिन टाटानगर स्टेशन से करीब चार सौ यात्रियों ने इस ट्रेन में सवार हुए। यात्रियों की संख्या में लगातार हो रहे इजाफा को देखते हुए रेलवे जल्द ही दर्जन भर ट्रेनों का परिचालन शुरू करने जा रही है। इसके पीछे का कारण अब लोग महानगरों की ओर रुख करने लगे हैं। अब लोग घर पर बेकार बैठे नहीं रहना चाह रहे हैं। इस कारण वेटिंग लिस्ट की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है।
बिहार व दिल्ली जाने वालों की लंबी लाइन
टाटानगर से पटना जाने के लिए कोई बस सेवा उपलब्ध नहीं है। टाटानगर से चलने वाली साउथ बिहार एक्सप्रेस, टाटा-छपरा एक्सप्रेस व टाटा-दानापुर एक्सप्रेस पटना के लिए टाटानगर से चलती थी। लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण के कारण इन तीनों ट्रेनों का परिचालन टाटानगर से रद कर दिया गया था। इस कारण टाटा से पटना जाने के लिए कोई विकल्प ही नहीं बचा था। टाटानगर स्टेशन होकर गुजरने वाली पुरुषोत्तम एक्सप्रेस, नीलांचल एक्सप्रेस व राजधानी एक्सप्रेस तीन ट्रेन है जिससे यात्री गया तक का सफर कर रहे हैं, फिर गया स्टेशन से पटना तक की दूसरी ट्रेन से जा रहे हैं। छह माह तक सिमटी जिंदगी अब पटरियों पर लौटने लगी है। लौहनगरी के लोग वापस अपने कार्यालय व कार्यस्थल की ओर प्रस्थान करने लगे है। पर्व त्योहारों को देखते हुए ट्रेनों की वेटिंग लिस्ट लंबी होती जा रही है।
पुरुषोत्तम एक्सप्रेस में ज्यादा भीड़
राजधानी एक्सप्रेस एसी ट्रेन है। इस कारण इस ट्रेन में पुरुषोत्तम एक्सप्रेस के मुकाबले कम ही यात्री सफर कर रहे हैं लेकिन राजधानी एक्सप्रेस की भी सीटें वेटिंग ही मिल रही है। जबकि पुरुषोत्तम एक्सप्रेस में स्लीपर कोच होने के कारण इसका फायदा पटना जाने वाले यात्रियों को मिल रहा है और ज्यादातर स्लीपर कोच की सीटें 114 तक वेटिंग पहुंच गई हैं। पटना व मुजफ्फरपुर जाने वाले यात्री टाटानगर से गया तक जा रहे हैं और वहां से जनशताब्दी ट्रेन में बैठकर पटना व मुजफ्फरपुर तक का सफर कर रहे है। अब तो नीलांचल एक्सप्रेस में भी राजधानी व पुरुषोत्तम एक्सप्रेस के यात्री बंट गए हैं। 2 अक्टूबर तक पुरुषोत्तम एक्सप्रेस में स्लीपर कोच में 189 वेटिग चल रही थी। जैसे ही नीलांचल एक्सप्रेस के परिचालन की घोषणा हुई। यात्रियों को तीसरा विकल्प मिल गया। दोनों ट्रेनों में अक्टूबर माह तक टिकट मिलना मुश्किल होगा।
चल रही वेटिंग
पुरी-नई दिल्ली पुरुषोत्तम एक्सप्रेस
तिथि सेकेंड एसी थर्डएसी स्लीपर
12 अक्टूबर : 07 18 114
13 अक्टूबर : 09 23 79
14 अक्टूबर : 15 22 69
15 अक्टूबर : 09 29 100
16 अक्टूबर : 09 22 62
17 अक्टूबर : 10 22 63
भुवनेश्वर- न्यू दिल्ली राजधानी एसी स्पेशल
तिथि प्रथमएसी सेकेंडएसी थर्डएसी
12 अक्टूबर : 1 3 13
13 अक्टूबर : 1 1 10
14 अक्टूबर : 1 1 07
15 अक्टूबर : 3 1 02
16 अक्टूबर : 1 1 03
17 अक्टूबर : 1 3 06
पुरी-आनंदविहार नीलांचल एक्सप्रेस
तिथि सेकेंडएसी थर्डएसी स्लीपर
13 अक्टूबर : 06 17 55
16 अक्टूबर : 04 11 52
18 अक्टूबर : 05 11 31
20 अक्टूबर : 08 09 33
23 अक्टूबर : 05 06 28
25 अक्टूबर : 02 07 21