Leprosy Cases Jamshedpur: पूर्वी सिंहभूम जिले में मिले 83 नए कुष्ठ रोगी, चार साल में 42 हो गए दिव्यांग
झारखंड के पूर्वी सिंहभूम में ताजा सर्वे में 83 नए कुष्ठ रोगी मिले हैं। सर्वे के पहले चरण में 50 कुष्ठ रोगियों तथा दूसरे चरण में 33 कुष्ठ रोगियों की पहचान हुई। इस रोग की पहचान कर इलाज शुरू करने से संभावित दिव्यांगता से बचा जा सकता है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले में कुष्ठ रोगियों की पहचान के लिए विभाग की तरफ से कराए गए सर्वे को जारी किया गया। यह सर्वे दो चरणों में हुआ था। पहला 26 फरवरी से 15 मार्च 2021 तथा दूसरा एक सितंबर 2021 से 30 सितंबर 2022 तक चलाया गया। सर्वे के पहले चरण में 50 कुष्ठ रोगियों तथा दूसरे चरण में 33 कुष्ठ रोगियों की पहचान हुई।
पहचान के बाद सबों को मुफ्त में इलाज मुहैया कराया गया। वहीं, पिछले तीन सालों में क्रमशः 270 मरीजों में 13 दिव्यांग मरीज, 538 मरीजों में 11 दिव्यांग मरीज, 283 मरीजों में 12 दिव्यांग मरीज तथा इस साल अभी तक 83 नये कुष्ठ रोगियों में 6 दिव्यांग मरीजों की पहचान की गई है।
पिछले साल किस प्रखंड में कितने मरीज मिले
प्रखंड : कुष्ठ रोगी
- चाकुलिया : 37
- बाहरागोड़ा : 18
- धालभूमगढ़ : 21
- घाटशिला : 27
- मुसाबनी : 16
- डुमरिया : 20
- पोटका : 54
- जुगसलाई : 25
- पटमदा : 21
- शहरी क्षेत्र : 44
कुष्ठ रोग का पिछले जन्म से दूर-दूर तक संबंध नहीं
जिला कुष्ठ परामर्शी डा. राजीव लोचन महतो ने बताया कि कुष्ठ रोग का पिछले जन्म से कोई दूर दूर तक संबंध नहीं होता हैं और न यह रोग छूने से फैलता है। इस रोग का जल्द से जल्द पहचान कर इलाज शुरू करने से संभावित दिव्यांगता से बचा जा सकता है। कुष्ठ रोगी से भी समान्य रोगी जैसा ही व्यवहार करना चाहिए। उन्हें भी सामाजिक भेद-भाव खत्म कर हमारे त्योहारों तथा कार्यक्रमों में शामिल किया जाना चाहिए। हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हमें कुष्ठ रोग को भगाना है न कि कुष्ठ रोगियों को। जिले को कुष्ठ रोग से मुक्त करने के लिए सभी का सहयोग तथा साथ जरूरी है।