टाटा स्टील में कर्मचारियों को मिलेगी लीव बैंक की सुविधा, जानिए कैसे मिलेगा लाभ Jamshedpur News
टाटा स्टील में लीव बैंक जनवरी से शुरू होगा। टाटा मोटर्स के बाद टाटा स्टील में यह सुविधा शुरू हो रही है। आइए जानिए क्या हैं लीव बैंक और कैसे करता है काम।
जमशेदपुर, जासं। टाटा मोटर्स की तर्ज पर टाटा स्टील में भी लीव बैंक बनाया गया है, जो एक जनवरी से प्रभावी होगा। इसे लेकर प्रबंधन-यूनियन की संयुक्त कमेटी बनी है, जो कर्मचारियों की लीव पर अपना निर्णय देगी। टाटा मोटर्स में साल के एक बार कर्मचारियों की एक-एक लीव जमा होगी, लेकिन यहां टाटा स्टील में एक दिन की आधी लीव कट जाएगी यानी 0.5 फीसद छुट्टी काटकर एक यह लीव बैंक बनाया जाएगा।
इस आधार पर वर्तमान में करीब 16400 कर्मचारी हैं, जो मिलाकर एक साथ 8200 दिनों की छुट्टी का एक बैंक पहले ही दिन तैयार हो जाएगा। फिर कर्मचारियों को आवश्यकतानुसार उनकी लीव समाप्त होने की स्थिति में मदद की जाएगी। लीव बैंक पर प्रबंधन-यूनियन की बैठक में इसे लागू करने पर सहमति बन गई, लेकिन सोमवार को समझौते पत्र पर प्रबंधन- यूनियन के हस्ताक्षर होंगे। शुक्रवार की बैठक में टाटा स्टील के चीफ-ग्रुप आइआर जुबिन पालिया, यूनियन अध्यक्ष आर रवि प्रसाद, महासचिव सतीश सिंह व डिप्टी प्रेसीडेंट अरविंद पांडेय मौजूद थे। लाभान्वित होंगे 16,400 कर्मचारी
टाटा स्टील व ट्यूब डिवीजन के 16,400 कर्मचारियों को अब नए साल से बीमार होने पर वेतन कटौती के कारण होने वाली परेशानी से मुक्ति मिल जाएगी। क्योंकि कंपनी में प्रस्तावित बहुप्रतीक्षित लीव बैंक के स्वरूप पर यूनियन व प्रबंधन की बैठक में अंतिम मुहर लग चुकी है। एक जनवरी 2020 से यह व्यवस्था प्रभावी हो जाएगी।
लीव बैक की सुविधाएं
ज्वाइनिंग वाले कर्मचारी व अधिकारियों को भी यह सुविधा मिलेगी और उनकी लीव आने के साथ ही उसमें से कटौती होगी। वहीं 58 साल के कर्मचारियों को लीव बैंक में लीव नहीं ली जाएगी, लेकिन जरूरत के अनुसार लीव दी जाएगी, लेकिन पर वापस नहीं ली जाएगी।
ऐसे काम करेगा लीव बैंक
एक दो दिन में लीव बैंक कमेटी गठित की जाएगी। जरूरतमंद कर्मचारी या अधिकारी कमेटी के चेयरमैन या सचिव के नाम अवकाश के लिए आवेदन देंगे। उन्हें आवेदन के साथ बीमारी से संबंधित दस्तावेज भी जमा करने होंगे।
120 दिन तक मिल सकेगा अवकाश
कर्मचारियों को अधिकतम 120 दिनों तक इस बैंक से अवकाश मिलेगा। इसमें 50 फीसद अवकाश उन्हें बाद में हर साल सात जमा कराना होगा। बैंक की ओर से 50 फीसद अवकाश माफ होगा। कर्मचारियों को बैंक से अवकाश तभी मिलेगा जब उनका सभी प्रकार का अवकाश समाप्त हो जाएगा।
कंपनी में अभी यह है व्यवस्था
अभी कोई कर्मचारी किसी गंभीर बीमारी के कारण अनफि ट होता है और इलाज कीवजह से उसकी सभी छुट्टियां समाप्त हो जाती हैं तो अवैतनिक अवकाश शुरू हो जाता है। इससे वेतन नहीं मिलने पर उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो जाती है। यूनियन ऐसे कर्मचारियों को 10 दिन का बेसिक देती है।
महामंत्री की सोंच की उपज है 'लीव बैंक'
टाटा वर्कर्स यूनियन के पदाधिकारियों की टीम टाटा मोटर्स दौरे पर गई हुई थी। वहां लीव बैंक लागू कराने की बातें सामने आई। फिर क्या था यूनियन के महासचिव सतीश सिंह ने लीव बैंक की पूरी जानकारी वहां से एकत्रित की। उस पर मंथन किया तथा उसे टाटा स्टील में भी प्रभावी बनाने में अहम रोल निभाई।