फर्जीवाड़े की आंचः केयू के वीसी के इस्तीफे की मांग, छात्र संघों ने दी आंदोलन की चेतावनी
कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गंगाधर पंडा पर उत्तरप्रदेश के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में प्रभारी कुलसचिव रहने के दौरान शिक्षक नियुक्ति के दौरान डिग्रियों के सत्यापन पर फर्जीवाड़ा का आरोप लगने के बाद अब उनके इस्तीफे की मांग उठने लगी है।
जमशेदपुर, जासं। कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गंगाधर पंडा पर उत्तरप्रदेश के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में प्रभारी कुलसचिव रहने के दौरान शिक्षक नियुक्ति के दौरान डिग्रियों के सत्यापन पर फर्जीवाड़ा का आरोप लगने के बाद अब उनके इस्तीफे की मांग उठने लगी है।
इस मामले को लेकर जहां अभाविप ने बैठक की, वहीं छात्र आजसू की ओर से राज्यपाल को पत्र भेजा गया। अभाविप के बिष्टुपुर स्थित विभाग कार्यालय में बैठक के बाद प्रेस वार्ता कर अभाविप के पदाधिकारियों ने कुलपति के डिग्री फर्जीवाड़े पर सवाल उठाया गया। बताया गया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद भ्रष्टाचार के खिलाफ विवि के स्थापना काल से ही संघर्ष करते आई है। इसलिए वर्तमान कुलपति को नैतिकता के आधार पर अपने पद से अविलंब इस्तीफा दे देना चाहिए। अगर कुलपति अपने पद से इस्तीफा नहीं देते हैं तो इस परिस्थिति में विद्यार्थी परिषद उनके खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन को बाध्य होगा। इनके शासनकाल में विश्वविद्यालय में बहुत सारी अनियमितताएं देखने को मिली है । चाहे वह कोरोना जैसी विषम परिस्थितियों में परीक्षा के नाम से छात्रों का आर्थिक दोहन का विषय हो या फिर ऑनलाइन नामांकन प्रक्रिया में छात्रों से वसूली का मुद्दा, सभी विषयों पर वर्तमान कुलपति का कार्यकाल बहुत ही असंतोषजनक रहा है ।
आजसू भी विरोध में
प्रेस वार्ता में अभाविप के प्रदेश सह मंत्री बापन घोष, कोल्हान विवि संयोजक वीरेंद्र पासवान, जिला संयोजक सागर ओझा, जिला सह संयोजक राजू महतो, महानगर मंत्री अभिषेक तिवारी ने कहा कि वर्तमान कुलपति छात्रों की समस्या का हल नहीं कर पाए। सिर्फ शिक्षक एवं कर्मचारियों पर ध्यान केंद्रित किए हुए हैं। कहा कि जनजातीय बहुल इस क्षेत्र में विश्वविद्यालय की स्थापना हेतु संघर्ष किया था जिससे हर युवा की पहुंच उच्च शिक्षा तक हो सके। लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि यह विश्वविद्यालय सदा से ही अनियमितताओं का केंद्र बना रहा और इसकी प्रतिष्ठा गिरती चली जा रही है। वर्तमान कुलपति भी अब इसी दायरे में आ गए हैं। अभाविप ने उनकी नियुक्ति पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। इधर, छात्र आजसू के कोल्हान अध्यक्ष हेमंत पाठक की ओर से राज्यपाल को पत्र ईमेल द्वारा भेजा गया है। इसमें जांच पूरी होने तक कुुलपति की सारी सुविधाएं वापस लिए जाने की मांग की है।