ट्रेन का आने का पता नहीं, तीन दिनों से रेस लगा रहे जिला व रेल प्रशासन
लॉकडाउन के दौरान दूसरे राज्यों में फंसे मजदूर व छात्रों को लेकर ट्रेन टाटानगर स्टेशन आएगी।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : लॉकडाउन के दौरान दूसरे राज्यों में फंसे मजदूर व छात्रों को लाने की तैयारी को लेकर टाटानगर स्टेशन में तीन दिनों से जिला प्रशासन , पुलिस प्रशासन व रेल प्रशासन की भागमभाग हो रही है। लेकिन यह किसी अधिकारी को नहीं पता कि कब व कौन सी ट्रेन किस राज्य से टाटानगर स्टेशन में आएगी। सिर्फ तीन से चार घंटे प्रतिदिन टाटानगर स्टेशन का निरीक्षण व दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं। ट्रेन से जुड़ी किसी भी सूचना के बारे में न ही रेल के अधिकारी को पता हैं और न ही जिले के उपायुक्त को। ऐसे में इस तैयारी को लेकर लगे लोगों भी हताश हो रहे है। क्योंकि जब ट्रेन के आने का पता ही नही है तो यह भागमभाग क्यों। खैर, जिला प्रशासन ने तो अपनी पूरी तैयारी कर रखी है। जिसके तहत टाटानगर स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर पूरी तरह से बेरिकेटिग कर दिया गया है। ताकि यात्री कतार बंद तरीके से मुख्य द्वार तक पहुंचे। वहीं स्टेशन में पांच फीट की दूरी पर गोला बनाकर यात्रियों को खड़े रहने के लिए जगह बनाई गई है। वहीं संकटे सिंह पेट्रोल पंप से लेकर चाइबासा बस स्टैंड तक सड़क पर बस को ठहरने के लिए नंबर कर माíकंग कर दिया गया है। ताकि बस अपने नंबर के हिसाब से खड़ी रहे। टाटानगर में ट्रेन के आने के पहले ही पूरी तैयारी कर ली गई है। ताकि प्रत्येक यात्री की जांच कर ही उन्हें टाटानगर स्टेशन से बाहर निकाला जाए और उन्हें उनके पते के अनुसार बस में बैठाकर गंतव्य तक पहुंचाया जा सके। उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने कहा कि ट्रेन के आने की तिथि अभी तय नहीं है, लेकिन ट्रेन के आने के बाद किस तरह से यात्रियों को हैंडल किया जाएगा। उसका रिहर्सल व तैयारी चल रही है