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गेस्ट फैकल्टी को 14-18 माह तक का मानदेय नहीं

विश्वविद्यालय की शिक्षा व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने में अहम योगदान करने वाले गेस्ट फैकल्टी के शिक्षकों को 14-1

By JagranEdited By: Published: Fri, 28 Jun 2019 07:14 AM (IST)Updated: Sat, 29 Jun 2019 06:36 AM (IST)
गेस्ट फैकल्टी को 14-18 माह तक का मानदेय नहीं
गेस्ट फैकल्टी को 14-18 माह तक का मानदेय नहीं

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : कोल्हान विश्वविद्यालय की शिक्षा व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने में अहम योगदान करने वाले गेस्ट फैकल्टी के शिक्षकों को 14-18 माह से मानदेय का भुगतान नहीं किया जा रहा है। अब इन शिक्षकों का सब्र का बांध टूट चुका है। शिक्षक कॉलेजों में धरना देने लगे हैं। इन शिक्षकों के समर्थन में अब कॉलेज के छात्र भी खड़े होने लगे हैं। छात्र कहीं धरना प्रदर्शन कर रहे है तो सड़क पर जुलूस निकाल रहे हैं।

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बकाया मानदेय की भुगतान की मांग पर घाटशिला कॉलेज के शिक्षक पांचवें दिन भी धरने पर बैठे रहे और कोई कामकाज नहीं किए। छात्र संगठन के प्रतिनिधियों ने प्राचार्य से मुलाकात कर नाराजगी जाहिर की। एआइडीएसओ ने यहां शिक्षकों के पक्ष में कोल्हान विश्वविद्यालय के विरोध में प्रदर्शन किया। विद्यार्थियों ने प्राचार्य के समक्ष कहा कि लगातार पांचवें दिन शिक्षक हड़ताल पर है, लेकिन अब तक विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से और ना ही कॉलेज प्रशासन की ओर से कोई ठोस पहल की गई। अगर मामले पर कोई ठोस पहल नहीं होती तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। घाटशिला कॉलेज में 14 माह से शिक्षकों का मानदेय बकाया है। करनडीह स्थित एलबीएसएम कॉलेज में झारखंड छात्र मोर्चा के नेतृत्व में छात्रों ने भी शिक्षकों के समर्थन प्राचार्य कक्ष के सामने प्रदर्शन किया। इस कॉलेज में 18 माह से शिक्षकों का मानदेय नहीं मिला है। जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज में एआइडीएसओ का एक प्रतिनिधिमंडल प्राचार्य डॉ. बीएन प्रसाद से मिला तथा ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में यहां के अतिथि शिक्षकों का मानदेय भुगतान जल्द जारी करने का निर्देश दिया। इस कॉलेज में 14 माह से गेस्ट फैकल्टी शिक्षकों को मानदेय नहीं दिया जा रहा है। प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रूप से शुभम कुमार, अकुल कुईला, संदीप महतो, विप्लव देव, बिट्टू आलम, सुनील हेंब्रम शामिल थे।

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एबीएसएम में बकाया मानदेय को ले मांगी भीख

करनडीह स्थित एलबीएसएम कॉलेज झारखंड छात्र मोर्चा के नेतृत्व में गुरुवार को प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के दौरान गेस्ट फैकल्टी शिक्षकों के बकाया को लेकर भीख मांगी। भीख माग कर अतिथि शिक्षकों के लिए बाकाया मानदेय व उनके साथ न्याय की मांग की। छात्रों ने इस दौरान कहा कि कोल्हान विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले सभी अंगीभूत महाविद्यालय में जो भी शिक्षक कई वषरे से अपनी योगदान दे रहें है उनका बाकाया मानदेय का अविलंब भुगतान किया जाए। अतिथि शिक्षकों को 5000 प्रतिमाह मानदेय भुगतान करना प्रतिष्ठित उच्च शिक्षण संस्थान केलिए अशोभनीय है। एक मजदूर का मानदेय अब वर्तमान में दस हजार रुपया प्रतिमाह हो गया है। इस कारण उन्हें कम से कम 25 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय दिया जाए। प्रदर्शन के दौरान मुख्य रूप से संजीव कुमार मुर्मू, देविलाल टुडू, करनजीत हांसदा, कल्याण मार्डी सहित सैकड़ों विद्यार्थी उपस्थित थे।

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प्राचार्यो को अंतिम चेतावनी, गैर स्वीकृत पद के विरूद्ध न करें नियुक्ति

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : कोल्हान विश्वविद्यालय प्रशासन ने अतिथि शिक्षकों के बकाया मानदेय को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। इस संबंध में कोल्हान विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डॉ. एके झा ने कहा कि यह समस्या गैर स्वीकृत पद के विरूद्ध हुई नियुक्तियों के कारण पैदा हुई। इसके बावजूद सिंडिकेट में लिए गए निर्णय के अनुसार सभी अतिथि शिक्षकों का भुगतान होगा। इसकी प्रक्रिया चल रही है। लेकिन इसके बाद गैर स्वीकृत पद के विरूद्ध कार्य करने वाले अतिथि शिक्षकों का भुगतान नहीं होगा। इस संबंध में प्राचार्यो को निर्देश दिया गया है कि वे आगे इस तरह की गलती नहीं करेंगे तथा कार्य करने वाले सभी शिक्षकों की सत्यापित सूची विश्वविद्यालय को समर्पित करेंगे। उसके बाद अतिथि शिक्षकों के बकाये का भुगतान हो सकेगा।


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