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राम भरोसे चल रही कोल्हान विवि में पढ़ाई, 500 छात्र पर एक शिक्षक

कोल्हान विश्वविद्यालय प्रमंडल एक लाख छात्रों की शैक्षणिक आवश्यकताओं की पूर्ति करता है। बावजूद इसके यह विश्वविद्यालय राम भरोसे चल रहा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 11 Aug 2020 08:08 PM (IST)Updated: Wed, 12 Aug 2020 06:15 AM (IST)
राम भरोसे चल रही कोल्हान विवि में पढ़ाई, 500 छात्र पर एक शिक्षक
राम भरोसे चल रही कोल्हान विवि में पढ़ाई, 500 छात्र पर एक शिक्षक

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : कोल्हान विश्वविद्यालय प्रमंडल एक लाख छात्रों की शैक्षणिक आवश्यकताओं की पूर्ति करता है। बावजूद इसके यह विश्वविद्यालय राम भरोसे चल रहा है। यूजीसी के नियम के अनुसार स्नातक में 40 छात्र पर एक शिक्षक, जबकि स्नातकोत्तर में 25 छात्र पर एक शिक्षक का प्रावधान है। इसमें वर्तमान में 500 छात्र पर एक शिक्षक हैं। अगर घंटी आधारित शिक्षकों को जोड़ दिया जाए तो 200 छात्र पर एक शिक्षक हैं।

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कोल्हान विश्वविद्यालय का स्वीकृत पद 540 है, जो काफी पुराना है। वर्तमान में बदले पाठ्यक्रम को विषयवार जोड़ा जाए तो कम से कम 2000 स्वीकृत पद यूजीसी के अनुसार होने चाहिए। लगभग एक लाख छात्रों के पठन-पाठन का जिम्मा जुगाड़ तंत्र से चल रहा है। विश्वविद्यालय 13 अगस्त को अपना 11वां स्थापना दिवस मनाने जा रहा है। शिक्षकों की संख्या में लगातार कमी हो रही है और छात्र बढ़ रहे हैं।

स्थापना के 11 वर्षों में विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं की संख्या लगभग एक लाख तक पहुंच गई है। इस तरह विश्वविद्यालय में साल-दर-साल छात्र-छात्राओं की संख्या बढ़ती जा रही है और शिक्षक-शिक्षिकाओं के सेवानिवृत्त होने के साथ उनकी संख्या लगातार घट रही है। शिक्षकों की नियुक्ति नहीं होने के कारण कक्षाएं भी प्रभावित होती हैं। कई विषयों के तो शिक्षक ही उपलब्ध हीं नहीं हैं। बिना प्रोफेसर के ही विश्वविद्यालय चल रहा है। वर्तमान में स्थायी शिक्षकों की बात की जाये तो यह संख्या 200 से भी कम रह गई है। वहीं घंटी आधारित में 216 शिक्षकों की नियुक्ति की गई है।

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परीक्षा संबंधी कार्यो में अव्वल केयू

विश्वविद्यालय में स्नातकोत्तर व बीएड, एलएलबी के बाद स्नातक पार्ट वन में भी ऑनलाइन एडमिशन आरंभ हुआ है। वहीं विश्वविद्यालय ने सत्र नियमित करने की दिशा में कदम उठाते हुए परीक्षा कार्यक्रमों में भी सुधार किया है। विश्वविद्यालय के विभिन्न परीक्षा परिणाम 25 से 30 दिन के अंदर जारी हो जा रहा है।

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नए कुलपति ने किए ये कार्य

1. कोल्हान विश्वविद्यालय में अब पहले सप्ताह में मिल रहा वेतन। पहले 15 तारीख के बाद लोगों के खाते में वेतन जाता था। 2. विवि के पाठ्यक्रम को राष्ट्रीय स्तर का बनाया गया है। अब नैक से अच्छी ग्रेड की उम्मीद है।

3.तकनीकी संस्थानों मसलन मेडिकल, इंजीनियरिग, नर्सिंग की परीक्षण काउंसिल के निर्णय के आधार पर समय पर करायी जा रही है। 4. 2019 के दीक्षा समारोह की सारी तैयारी कर ली गयी है। कोरोना काल के बाद विवि कभी भी समारोह कराने के लिए तैयार है। 5. आदिवासी संग्रहालय की स्वीकृति ले ली गयी है। जब तक अलग से जमीन नहीं मिलती तब तक विवि परिसर में ही एक भवन को इसके लिए तैयार किया गया है। इसमें 100 से ज्यादा सामग्री संग्रहित की गयी है। कोरोना काल के बाद इसका भी उद्घाटन कर दिया जायेगा। 6. संपूर्ण लाइब्रेरी का आटोमेशन करा दिया गया है। परिसर में इंफीलिबनेट की सुविधा बहाल की गयी है। 7. घंटी आधारित शिक्षकों को इस माह से नियमित मानदेय मिलेगा। इसके लिए प्रिसिपलों को निर्देश दिया गया है।

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नए कुलपति की भावी योजनाएं

1. विवि में 2016 से रिसर्च बंद है। इसे बहुत जल्द चालू किया जायेगा। एकेडमिक काउंसिल में इसे इसी साल पारित कराया जायेगा। 2. विवि में रिक्त पदों को भरने व लंबित प्रोन्नति की प्रक्रिया में तेजी लायी जायेगी। इसको लेकर पत्राचार किया जा रहा है। 3. विश्वविद्यालय को पेपरलेस करने की प्रक्रिया आगे बढ़ी है। उम्मीद है यह इस साल लागू हो जाएगा।

4. विभिन्न क्षेत्रों में अच्छे छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए नई योजना बनाई जा रही है, जिस पर कार्य हो रहा है

5. खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक कॉलेज में गेम टीचर की नियुक्ति का प्रयास किया जा रहा है, भले ही वह अनुबंध पर हो।

6. कोल्हान विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा बिखेरने वाले छात्रों को पठन-पाठन में छूट दी जाएगी।

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- योगदान देने के बाद विश्वविद्यालय का एक माह तक अध्ययन किया। इसके बाद एक इस विवि के विकास का खाका खींचा। इस प्रस्ताव से कुलाधिपति को भी अवगत करा दिया गया है। विवि की पहली चुनौती है पठन-पाठन को दुरूस्त करना। कक्षाएं नियमित संचालित कराना। अन्य समस्याएं समय के अनुसार हल होती जाएंगी।

- प्रोफेसर गंगाधर पंडा, कुलपति, कोल्हान विश्वविद्यालय, चाईबासा।


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