Lifestyle : आइसक्रीम खरीदते समय देखें कोड, पता चल जाएगा असली है या नकली
Lifestyle आइसक्रीम देखते ही हमारे मुंह से लार टपकने लगता है जी ललचाने लगता है। लेकिन कभी आपने सोचा है कि जो आप आइसक्रीम खा रहे हैं वह नकली है या असली। हम आपको यही जानकारी दे रहे हैं कि आखिर नकली व असली आइसक्रीम की कैसे पहचान करें...
जमशेदपुर : बाजार या दुकान से कोई भी सामान खरीदते समय उसकी शुद्धता जरूर देखना चाहिए। सरकार भी सामान की शुद्धता बताने के लिए कई उपाय करती है, जैसे प्रोडक्ट पर आईएसआई मार्का लगाया जाता है, मुहर लगाई जाती है। इसी प्रकार ग्राहकों को भी यह जिम्मेदारी होती है कि वे भी कोई सामान खरीदते समय उसकी शुद्धता की जांच लें। यह चेक कर लें कि प्रोडक्ट असली है या नकली।
हर डिब्बा बंद खाद्य पदार्थ में होता है FSSAI की निशानी
खाद्य पदार्थों की बात करें तो उस पर FSSAI यानी भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण की निशानी होती है, जिससे फूड सेफ्टी और स्टैंडर्ड का पता चलता है। इस संबंध में एमजीएम मेडिकल कॉलेज अस्पताल की डायटीशियन अनु सिन्हा कहती हैं कि आइसक्रीम तो आप खाते ही होंगे, लेकिन क्या कभी आपने इस बात पर ध्यान दिया है कि जो आइसक्रीम आप खा रहे हैं, वो असली है या नकली। शायद नहीं, तो चलिए आज हम आपको बता देते हैं आइसक्रीम के असली और नकली होने का पता कैसे लगाया जा सकता है।
आइसक्रीम के डिब्बे पर लगा होता है आईएस का टैग
आइसक्रीम का सेवन कम से कम करना बेहतर होता है। नहीं तो यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकती है। डायटीशियन अनु सिन्हा कहती हैं कि आइसक्रीम खाने से वजन कम करने, एनर्जी का स्तर बढ़ाने और मूड को अच्छा रखने में तो मदद मिलती ही है, लेकिन अधिक सेवन डायबीटिज और हृदय रोग का कारण भी बन सकता है। इसलिए सीमित मात्रा में ही इसका सेवन करना चाहिए।
दरअसल आइसक्रीम के डिब्बे या पैकेट पर आइएस का टैग लगा होता है, जो बताता है कि प्रोडक्ट असली है या नकली। कंज्यूमर अफेयर्स ने हाल ही में एक ट्वीट किया था, जिसमें उसने कहा है कि जब भी आप आइसक्रीम खरीदें तो उस पर आईएस 2802 मार्क को कंफर्म कर लें, यानी डिब्बे या पैकेट पर यह जरूर देखें कि आईएस 2802 लिखा है या नहीं।
ब्यूरो ऑफ सर्टिफिकेशन की तरफ से दिया जाता है आईएस 2802
आईएस 2802 का मार्क फूड और एग्रीकल्चर से जुड़े प्रोडक्ट को ब्यूरो ऑफ सर्टिफिकेशन की तरफ से दिया जाता है, जिसमें आइसक्रीम कंपनिया भी आती है। अगर प्रोडक्ट पर यह कोड मौजूद है तो इससे पता चलता है कि प्रोडक्ट शुद्ध् है और सेहत पर उसका कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा।