Kadma Firing Case : पुलिस को पच नहीं रही जमशेदपुर के कदमा गोलीकांड की कहानी, ये है शक
Kadma Firing Case. कदमा थाना इलाके में युवक को गोली लगने के मामले की जांच पुलिस कर रही है। युवक के कहे मुताबिक गोली मारनेवालों की तलाश हो रही है। हालांकि पुलिस को युवक की कहानी पूरी तरह पच भी नहीं रही है। शक कहीं और भी है।
जमशेदपुर,जासं। कदमा रामजनमनगर बस्ती के पीछे मरीन ड्राइव में घोड़ा बाबा मंदिर के पास बाइक सवार नकाबपोश बदमाशों ने कान्हू सवाई को सोमवार रात को गोली मार दी थी। गोली उसके कमरे में जा फंसी जबकि उसका सहयोगी पुरुषोत्तम बाल-बाल बच गया था। ऐसा घायल का कहना है।
उसके अनुसार गोली मारने वाले नकाबपोश बदमाश अब तक गिरफ्त से दूर है। वहीं कदमा थाना की पुलिस मामले की सत्यता का पता लगा रही है कि घटना कैसे और कब हुई। मामला संदेहास्पद है। संभावना बताई जा रही कि युवक को खुद की पिस्तौल से गोली लगी है। घायल का पुलिस ने एमजीएम अस्पताल में बयान बयान भी लिया। बदमाशों की गिरफ्तारी को कदमा थाना की पुलिस छापेमारी कर रही है। अज्ञात दो के खिलाफ कदमा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
नहीं पहचाने पाने की बता रहा ये वजह
पुलिस को घायल ने बताया कि वह गोली मारने वालों को चेहरा ढका होने के कारण पहचान नहीं पाया। कान्हू सवई 2010 में शंभू को गोली मारने के मामले में जेल जा चुका है। बताया जा रहा मामला आपसी रंजिश और वर्चस्व से जुड़ा है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। घायल ने बताया कि वह पुरुषोत्तम के साथ मंदिर से कुछ दूरी पर शराब सेवन कर रहा था। इस बीच बाइक सवार दो बदमाश आए और गोली फायरिंग करते हुए भाग निकले। एक गोली उसे कमर के पास लगी। घटना को लेकर कान्हू सवई के साथियों में आक्रोश देखा गया। सात माह पहले भी उस पर राजेश महानंद और उसके साथियों ने चापड़ से हमला किया था। घायल युवक कदमा के गिरी राव का साथी है।