लॉटरी में कार निकलने के नाम से युवती से तीन लाख की ठगी, जेवर गिरवी रख ठगों को दिए रुपये
कीताडीह (परसुडीह थाना क्षेत्र) निवासी ऋषिता रॉय से लॉटरी में कार निकलने के नाम पर तीन लाख रुपए ठग लिए गए। ठगों ने ऋषिता से ठगी की पूरी रकम सात बार में ट्रांसफर करा कर लिए।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : कीताडीह (परसुडीह थाना क्षेत्र) निवासी ऋषिता रॉय से लॉटरी में कार निकलने के नाम पर तीन लाख रुपए ठग लिए गए। ठगों ने ऋषिता से ठगी की पूरी रकम सात बार में ट्रांसफर करा कर लिए। कार पाने की लालच में ऋषिता की मां तक ने अपने सोने के गहने गिरवी रख दिए। ठगी गई ऋषिता टाटानगर रेलवे स्टेशन पर सेवा दे रहे रेलवे अधिकारी (मैंटेनेंस फोरमैन) एके रॉय की बेटी हैं।
शुक्रवार को पीड़िता साइबर थाने में ठगी की शिकायत करने पहुंची। ऋषिता ने बताया कि दो अप्रैल को उसके मोबाइल पर अज्ञात नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने अपना नाम नितिन कुमार सिन्हा बताया और खुद को होम शॉप-18 का कर्मचारी बताया। उसने कहा कि होम शॉप-18 की तरफ से उसने (ऋषिता ने) महिद्रा एक्सयूवी कार जीत ली है। इसके बाद उसने राहुल गुप्ता, जिसे वह कंपनी का सुपरवाइजर बता रहा था, से बात कराई। राहुल गुप्ता ने ऋषिता को बताया कि कंपनी हर साल लॉटरी निकालती है, जिसमें इस बार ऋषिता का नाम आया है और उसने कार जीत ली है। उसने शर्त रखी कि कार पाने के लिए उसे रजिस्ट्रेशन के लिए 6500 रुपए देने होंगे। इसके बाद ठगों ने डिटेल मैसेज के माध्यम से ऋषिता को भेज दिया। ऋषिता ने कार के लालच में कृष्णा साव नाम के व्यक्ति के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर दिए। उसके बाद कंपनी ने गाड़ी भिजवाने के लिए 21 हजार रुपए की मांग की। इसके बाद विवेक कुमार सिंह के अकाउंट में उसने दस हजार और लिंगाराज पाणिग्रही के अकाउंट में 11 हजार रुपये भेजे। कुछ दिनों के बाद कार के इंश्योरेंस के नाम पर 26200 और जीएसटी के लिए 49600 रुपये मांगे। कुछ दिनों बाद राहुल ने फोन कर गाड़ी मुंबई से निकल जाने की बात कही और व्हाट्सएप पर कार की फोटो और ड्राइवर का नाम, नंबर भेज दिया। गाड़ी निकलने के दूसरे दिन ड्राइवर ने इंजन खराब होने की सूचना दी, जिसकी मरम्मत के लिए 1.70 लाख रुपए मांगे। पैसे खत्म होने पर ऋषिता ने अपने पापा को इसकी जानकारी दी। पापा ने अपने अकाउंट से पैसे दिए। शुक्रवार को ड्राइवर ने फोन कर बताया कि उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में कार का एक्सीडेट हो गया है, जिसके लिए एक लाख लगेंगे। इसके बाद ऋषिता को शक हुआ कि वह ठगी का शिकार हो गई है। थाने में शिकायत के बाद पुलिस अब मामले की जांच कर रही है।