झाविमो का मालिकाना के मुद्दे पर सीएम पर हमला, अभय ने रघुवर से पूछे ये सवाल Jamshedpur News
अगर बाबूलाल मरांडी मुख्यमंत्री रहते रघुवर दास की बात मालिकाना हक के मुद्दे पर नहीं मानते तो उस समय रघुवर दास को कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए था।
जमशेदपुर, जासं। झारखंड विकास मोर्चा के केंद्रीय महासचिव अभय सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शनिवार को बागुनहातु फुटबॉल मैदान में झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल पर मालिकाना के मुद्दे पर निशाना साधा। लेकिन, मालिकाना हक मुद्दा रघुवर दास का था। बाबूलाल मरांडी ने कभी नहीं कहा कि मालिकाना मेरा मुद्दा है। अगर बाबूलाल मरांडी मुख्यमंत्री रहते रघुवर दास की बात मालिकाना हक के मुद्दे पर नहीं मानते तो उस समय रघुवर को कैबिनेट मंत्री पद से बाबूलाल मरांडी के मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे देना चाहिए था। रघुवर दास ने हमेशा मालिकाना हक के मुद्दे पर आम जनता को भ्रमित किया है और आज जब खुद मुख्यमंत्री हैं तो क्यों नहीं मालिकाना हक दे रहे हैं। इसका जवाब मुख्यमंत्री को देना होगा।
अभय सिंह ने कहा कि दूसरी ओर, मुख्यमंत्री रघुवर दास का 350 करोड़ रुपये की विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन करना केवल चुनावी वैतरणी पार करने का प्रयास है। ठीक चुनाव के पहले घोषणा, शिलान्यास जनता को दिग्भ्रमित करने की राजनीति है। मुख्यमंत्री एक तरफ आयुष्मान के नाम का उपयोग टाटा मोटर्स अस्पताल से जोड़ करके करते हैं, लेकिन कभी भी टाटा मोटर्स के बाइसिक्स कर्मचारियों के सवाल पर आवाज नहीं उठाई। आयुष्मान भारत योजना पूरी तरह फेल है। लोग दौड़ते रह जाते हैं, लेकिन इसका लाभ ठीक ढंग से नहीं उठा पा रहे हैं। दूसरी तरफ, सरकारी अस्पताल एमजीएम का मुख्यमंत्री ने कभी भी जायजा नहीं लिया, जबकि पांच वर्ष में 1500 मौतें हो चुकी हैं। मुख्यमंत्री जिस जगह पर प्रधानमंत्री आवास की बात कर रहे हैं बागुनहातु का क्षेत्र 86 बस्ती के अंतर्गत आता है। ऐसे में योजना पूरी होना संदेह के घेरे में है।