Jusco Union ने की कमेटी मीटिंग, विपक्ष ने उठाए चार सवाल Jamshedpur News
Jusco Union committee Meeting. यूनियन की ओर से कमेटी मीटिंग महासचिव की ओर से बुलाया जाता है जबकि यूनियन के निवर्तमान महासचिव वीडी गोपाल सेवानिवृत्त हो चुके हैं। ऐसे में उनके स्थान पर दूसरे पदाधिकारी के हस्ताक्षर से कमेटी मीटिंग बुलाई गई।
जमशेदपुर, जासं। जुस्को श्रमिक यूनियन ने शुक्रवार को फायनांस कमेटी और शनिवार को कमेटी मीटिंग बुलाई। इस मीटिंग में यूनियन नेतृत्व की ओर से अप्रैल से लेकर अगस्त 2020 तक के आय-व्यय का ब्यौरा प्रस्तुत कर उसे पास कराया गया। जुस्को श्रमिक यूनियन के विपक्षी खेमे ने कमेटी मीटिंग को असंवैधानिक बताते हुए इस पर चार सवाल उठाया है।
विपक्ष के नेता गोपाल जायसवाल का पहला सवाल : जब यूनियन की कार्यकारिणी 31 मार्च 2020 में ही समाप्त हो चुकी है। यूनियन का एजीएम 14 मार्च को आयोजित किया गया था जिसमें यूनियन चुनाव की घोषणा की गई थी। इस घोषणा के बाद विशेष परिस्थिति में 90 दिनों तक टाला जा सकता है लेकिन यह अवधि भी समाप्त हो चुकी है और यूनियन की कार्यकारिणी का कार्यकाल भी समाप्त हो चुका है। यूनियन चुनाव का मामला झारखंड हाईकोर्ट में विचाराधीन है ऐसे में पहले फायनांस कमेटी और उसके बाद कमेटी मीटिंग बुलाकर आय-व्यय पास कराने का क्या औचित्य है।
गोपाल जायसवाल का दूसरा सवाल : यूनियन की ओर से कमेटी मीटिंग महासचिव की ओर से बुलाया जाता है जबकि यूनियन के निवर्तमान महासचिव वीडी गोपाल सेवानिवृत्त हो चुके हैं। ऐसे में उनके स्थान पर दूसरे पदाधिकारी के हस्ताक्षर से कमेटी मीटिंग बुलाई गई। यदि रघुनाथ पांडेय मानते हैं कि उनकी कार्यकारिणी वैध है तो फिर वीडी गोपाल को बैठक में क्यों नहीं बुलाया गया। जब रघुनाथ पांडेय बाहरी होकर भी अध्यक्ष पद पर बने रह सकते हैं तो वीडी गोपाल सेवानिवृत्त होकर अगले चुनाव तक अपने पद पर बने क्यों नहीं रह सकते।
गोपाल जायसवाल का तीसरा सवाल : बैठक में शामिल होने वाले मेरे सभी कमेटी मेंबर भाइयों से मैं पूछता हूं कि वे किसके प्रति जिम्मेदार हैं। उन कर्मचारियों के प्रति जिन्होंने उनका भले करने के लिए चुनाव जिताया या फिर उनके लिए जिन्होंने केवल अपनी कुर्सी बचाने और सत्ता में बने रहने के लिए 800 कर्मचारियों के भविष्य को दांव पर लगाकर ग्रेड रिवीजन पर ग्रहण लगा दिया।
गोपाल जायसवाल का चौथा सवाल : इस फायनांस कमेटी या कमेटी मीटिंग से आय-व्यय को पास कराकर कमेटी मेंबर भाई किसका भला करने जा रहे हैं। जो असंवैधानिक तरीके से खर्च किए गए पैसों को स्वीकृत करने के लिए बैठक में शामिल हुए और आय-व्यय पर हस्ताक्षर भी कर रहे हैं। गोपाल जायसवाल ने आशंका जताई कि यूनियन के आय-व्यय को लेकर उप श्रमायुक्त के पास मामला विचाराधीन है इसलिए यूनियन के सत्ता पक्ष ने यह चाल चली है ताकि किसी भी फैसले से पहले खर्च की गई राशि को स्वीकृत करा ले।