चेहरा रुमाल से ढंक जुगसलाई थाना घेरने पहुंची भीड़, पुलिस के तेवर देख उल्टे पांव लौटना पड़ा
जुगसलाई में 12 मई को मतदान के दौरान हुए बवाल के मामले में पुलिस के सख्त रवैये अपनाने के खिलाफ बुधवार को थाने का घेराव करने की कोशिश की गई।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : जुगसलाई में 12 मई को मतदान के दौरान हुए बवाल के मामले में पुलिस के सख्त रवैये अपनाने के खिलाफ बुधवार को थाने का घेराव करने की कोशिश की गई। इसके लिए जुगसलाई से लोगों का हुजूम थाने तक जा पहुंचा, लेकिन भीड़ को यहां भी पुलिस के सख्त रवैये और पुख्ता तैयारी के कारण पीछे हटना पड़ा। थाने पहुंची भीड़ में बड़ी संख्या में महिलाएं भी थीं। चौंकाने वाली बात यह कि यहां भी भीड़ में शामिल अधिकतर लोग रुमाल व स्कार्फ से अपना चेहरा ढके हुए थे। जिन्होंने चेहरा ढक रखा था वही प्रदर्शन के दौरान जोर-जोर से नारे भी लगा रहे थे, लेकिन थाना परिसर में बड़ी संख्या में पहले से फोर्स तैनात थी, सो उन्हें बैरंग लौटना पड़ा। जुगसलाई से प्रदर्शन करने आए भीड़ में शामिल लोगों का आरोप है कि बवाल के बाद पुलिस इलाके के लोगों को बेवजह परेशान कर रही है और रात में छापेमारी के नाम पर लोगों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। बहरहाल, मामले में पुलिस ने मंगलवार को ही 20 लोगों को हिरासत में ले लिया था। इन्हीं 20 लोगों को हिरासत में लेने के बाद जुगसलाई के लोग आक्रोश का इजहार करने जुगसलाई थाने पहुंचे थे।
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वीडियो व फोटो से पहचान कर हो रही गिरफ्तारी
12 मई को मतदान के दौरान झामुमो व भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हुए विवाद के बाद हुई हिंसा के मामले में पुलिस हर कदम फूंक-फूंक कर रख रही है। सिटी एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि जितनी भी गिरफ्तारियां की गई की गई हैं, उनमें से वैसे लोगों को ही जेल भेजा जा रहा है जिनकी तस्वीर या वीडियो में हिंसा करते दिख रही है। वीडियो व फोटो से चेहरा मिलाकर ही लोगों पर कार्रवाई की जा रही है। जिनकी पहचान वीडियो व फोटो से नहीं मिल रही उन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया जा रहा है।
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20 लोगों को हिरासत में लिए जाने पर भड़के लोग
जुगसलाई बवाल के मामले में चिन्हित किए गए असामाजिक तत्वों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस का घरों पर दबिश जारी है। मंगलवार देर रात 20 को हिरासत में लिया गया। इसी के खिलाफ लोग बुधवार की सुबह थाना घेरने पहुंचे, लेकिन उनके प्रवेश द्वार पर पहुंचते ही पहले से तैनात वहां पुलिसकर्मियों ने भीड़ को घेर लिया। थाने से चले जाने की चेतावनी दी गई।
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भीड़ के कारण सड़क हो गई जाम
जुगसलाई थाने के बाहर भीड़ जुटने के कारण थाना रोड पर कुछ समय के लिए जाम लग गया। इससे लोग परेशान हुए। इस बीच विधि व्यवस्था डीएसपी आलोक रंजन समेत पुलिस अधिकारियों ने भीड़ को आश्वस्त किया कि जो निर्दोष होंगे, उन्हें जेल नहीं भेजा जाएगा, लेकिन दोषी बख्से नहीं जाएंगे। भीड़ से कहा गया कि वे पुलिस कार्रवाई में बाधक नहीं बनें। इस दौरान भीड़ से पुलिसकर्मियों की संख्या कहीं अधिक थी। तेवर भी कड़े थे। इसलिए भीड़ ने वापस लौटने में ही भलाई समझी। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए रैप की दो कंपनी की थाने में तैनाती थी। 11.40 बजे सिटी एसपी प्रभात कुमार थाना पर पहुंचे।
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ईदगाह मैदान में एकत्र हो थाने पहुंची भीड़
थाने पहुंचने से पहले लोगों की भीड़ जुगसलाई ईदगाह मैदान के पास सुबह एकत्र हुई। सुबह 11 बजे भीड़ गौरीशंकर रोड से रेलवे फाटक होते हुए भीड़ जुगसलाई थाना तक पहुंची। पहले सूचना मिल जाने के कारण पुलिस सतर्क थी। गौरतलब हो कि बवाल मामले में 72 लोगों के खिलाफ नामजद और 200 अज्ञात भीड़ के खिलाफ जुगसलाई थाना में मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। 72 नामजद में दो आरोपित को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
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वर्जन
15-20 लोगों को हिरासत में लिया गया है। सीसीटीवी फुटेज और तस्वीर के माध्यम से घटना में इनकी संलिप्तता की पहचान की जा रही है। जिनकी पहचान होगी वे जेल भेजे जाएंगे। बाकी को छोड़ दिया जाएगा। जो पकड़े गए हैं उनके परिजनों को साफ कह दिया गया है कि दोषी नहीं पाए जाने पर उन्हें छोड़ दिया जाएगा।
प्रभात कुमार, सिटी एसपी