Jamshedpur Politics : झामुमो की मांग, सूर्य मंदिर में भाजपा-भाजमो के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाए प्रशासन
Jamshedpur Politics. झारखंड मुक्ति मोर्चा जमशेदपुर नगर समिति का प्रतिनिधिमंडल बुधवार को उपायुक्त कार्यालय आया था जहां इन्होंने उपायुक्त के नाम ज्ञापन सौंपा। इसमें कहा गया है कि विधानसभा चुनाव के बाद से ही भाजपा व भाजमो में संघर्ष की स्थिति बनी हुई है।
जमशेदपुर, जासं। झारखंड मुक्ति मोर्चा, जमशेदपुर नगर समिति का प्रतिनिधिमंडल बुधवार को उपायुक्त कार्यालय आया था, जहां इन्होंने उपायुक्त के नाम ज्ञापन सौंपा। इसमें कहा गया है कि विधानसभा चुनाव के बाद से ही भाजपा व भाजमो में संघर्ष की स्थिति बनी हुई है। ताजा मामला सिदगोड़ा के सूर्य मंदिर का है, जहां दोनों दल के कार्यकर्ता आर्थिक स्वार्थ और राजनीतिक वर्चस्व के लिए एक-दूसरे को चुनौती दे रहे हैं। इसकी वजह से आम श्रद्धालु और यहां आने वाले पर्यटक भयभीत व आक्रोशित हैं।
सूर्य मंदिर परिसर सरकारी जमीन पर बसा है, तो यहां अधिकांश आधारभूत संरचना का निर्माण सरकारी पैसे से हुआ है। सभी परिस्थितियों को देखने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा उपायुक्त से मांग करती है कि जल्द से जल्द इस परिसर में भाजपा व भाजमो के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जाए। इसका अधिग्रहण प्रशासन करे। अनुमंडल अधिकारी के नेतृत्व में एक ट्रस्ट का गठन किया जाए, जिसमें शहर के प्रतिष्ठित लोगों को रखकर इसका संचालन किया जाए। ऐसा होने से ही आम श्रद्धालु और पर्यटक का भय दूर होगा। यहां पर्व-त्योहार के दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। यहां बच्चों के खेलकूद का भी इंतजाम है, तो शादी-ब्याह के आयोजन भी होते हैं। लेकिन एक वर्ष से यह मंदिर परिसर भाजपा और भाजपा का अखाड़ा बना हुआ है। इसका खामियाजा आमलोग क्यों उठाएं। इस मौके पर झामुमो जमशेदपुर नगर समिति के अध्यक्ष दल गोविंद लोहरा समेत काफी संख्या में झामुमो कार्यकर्ता उपस्थित थे।
जारी है तनातनी
ज्ञात हो कि पिछले करीब एक सप्ताह से क्षेत्र सूर्य मंदिर में भारतीय जनता मोर्चा के कार्यकर्ता, जो सूर्य मंदिर कमेटी भी बना लिए हैं, ने यहां चिल्ड्रन पार्क समेत अन्य दरवाजों पर ताला लगा दिया था। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता, जो पहले से यहां सूर्य मंदिर के पदाधिकारी व सदस्य हैं, ने इसके खिलाफ सिदगोड़ा थाने में मामला दर्ज कराया। दोनों ओर से डीसी, एसएसपी व एसडीओ को ज्ञापन भी दिया गया है। उपायुक्त ने इसके लिए जांच कमेटी बना दी है, जिसे शुक्रवार तक रिपोर्ट देनी है। एसडीओ ने यहां मजिस्ट्रेट तैनात कर दिया है। इससे श्रद्धालुओं में भय और आक्रोश का माहौल है। इससे पहले भू-रक्षा संघर्ष समिति ने भी मंगलवार को उपायुक्त कार्यालय में एक ज्ञापन सौंपा था, जिसमें कहा गया था कि सूर्य मंदिर परिसर की जमीन आदिवासियों-मूलवासियों की है, इसलिए प्रशासन इस परिसर को भाजपा व भाजमो से मुक्त कराकर आदिवासियों-मूलवासियों के सुपुर्द कर दे।