Jharkhand Tourism : हाथियों के लिए प्रसिद्ध दलमा जंगल में बन रहा झारखंड का पहला म्यूजियम, मिलेगी दुर्लभ जानकारी
दलमा के माकुलाकोचा प्रवेश द्वार के पास अत्याधुनिक म्यूजियम बन रहा है। जंगल में इस तरह का म्यूजियम झारखंड में पहला होगा। म्यूजियम में झारखंड की कला -संस्कृति दलमा में पाए जाने वाले पशु-पक्षियों एवं जंगल में रहनेवाले आदिवासी समुदाय की जीवन शैली को दर्शाया जाएगा।
जमशेदपुर, जासं। ईको टूरिज्म के तहत दलमा के माकुलाकोचा प्रवेश द्वार के पास अत्याधुनिक म्यूजियम का निर्माण किया जा रहा है। जंगल में इस तरह का म्यूजियम झारखंड में पहला होगा। म्यूजियम में झारखंड की कला -संस्कृति, दलमा में पाए जाने वाले पशु-पक्षियों एवं जंगल में रहनेवाले आदिवासी समुदाय की जीवन शैली को दर्शाया जाएगा।
म्यूजियम तैयार हो जाने के बाद हाथियों व लाल गिलहरी के लिए विश्व प्रसिद्ध दलमा में आनेवाले पर्यटकों को अब माकुलाकोचा में रहने, खाने, ठहरने से लेकर म्यूजियम का आनंद मिलने लगेगा। जंगल के अंदर 4000 स्क्वायर फीट में बनने वाला म्यूजियम का कार्य अंतिम चरण में है। दलमा के डीएफओ सह गज परियोजना के उप निदेशक डा. अभिषेक कुमार कहते हैं कि म्यूजियम बन जाने से दलमा के अंदर पाए जाने वाले जीव- जंतुओं की जानकारी पर्यटक ले सकेंगे। उन्होंने बताया कि जल्द आम जनता को दलमा में म्यूजियम की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी।
पर्यटकों के लिए आनंद ही आनंद
दलमा एलीफेंट सेंचुरी कई छोटे-बड़े जंगल व पहाड़ों को मिलाकर बनाया गया है। मकुलाकोचा प्रवेश द्वार से ही हाथियों की निराली दुनिया दिखाई देने लगेगी। म्यूजियम देखने के बाद गेस्ट हाउस में आराम कर सकते हैं। बगल में ही हिरण प्रजनन केंद्र हैं, जहां 90 की संख्या में हिरणों के झुंड आपको चहलकदमी करते हुए दिखाई देंगे। दलमा में कई गुफाएं हैं जिसके बारे में जंगल में बसे गांव के निवासी जानते हैंं और किस्से सुनाते हैं। इस कहानी से बाहरी दुनिया अभी इससे अनभिज्ञ हैं। यहां दलमा माई की गुफा, नरसिंह गुफा, कटासीन गुफा है, जहां भालुओं का निवास है।
3000 फीट की उंचाई पर बना है दूसरा गेस्ट हाउस
दलमा के उपर 3000 फीट की उंचाई पर दूसरा गेस्ट हाउस है। जहां से शिव मंदिर, हनुमान मंदिर के अलावा वाच टावर से पूरा जमशेदपुर का नजारा का आनंद उठा सकते हैं। इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए प्राकृतिक वातावरण में बंबू हट, मचान, वाच टावर से घुमड़ते बादल पर्यटकों का मन मोह लेते हैं।