Jharkhand Unlock 3.0 : ये दुकानें भी तैयार, बस सुबह होने का इंतजार; सभी दुकान खुलने से व्यापारियों में खुशी का माहौल
दुकानदार तैयार हैं बस सुबह होने का इंतजार है। झारखंड सरकार ने गुरुवार से अनलॉक-3 में सभी दुकानों को खोलने की अनुमति दी है जिससे जमशेदपुर के व्यापारियों में खुशी का माहौल है। अब वे भी दुकानदार तैयार हैं जिन्हें दो अनलाक में वंचित रखा गया था।
जमशेदपुर, जासं। झारखंड सरकार ने गुरुवार से अनलॉक-3 में सभी दुकानों को खोलने की अनुमति दी है, जिससे जमशेदपुर के व्यापारियों में खुशी का माहौल है। अब तक पूर्वी सिंहभूम जिले को छोड़कर झारखंड के 23 राज्यों में कपड़ा, ज्वेलरी, जूते-चप्पल व कास्मेटिक्स की दुकानें खुल गई थीं।
इसकी वजह से यहां के कारोबारियों में खासी नाराजगी थी। इनका कहना था कि जमशेदपुर से सटे आदित्यपुर में सभी दुकानें धड़ल्ले से चल रही थीं, लिहाजा शहर के जरूरतमंद ग्राहक वहां जाकर खरीदारी कर रहे थे। इसका नुकसान शहर के उन व्यापारियों को उठाना पड़ रहा था, जिनकी दुकान यहां थी। लगभग दो माह तक ना केवल यहां के व्यापारियों को परेशानी हुई, बल्कि इनसे जुड़े कर्मचारी-मजदूर भी बेरोजगार हो गए थे। अब वे भी चैन की जिंदगी जी सकेंगे। इसके लिए सिंहभूम चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के महासचिव भरत वसानी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इन दुकानों को खोलने की मांग की थी। वसानी ने लिखा था कि सबसे ज्यादा रोजगार कपड़ा, जूता-चप्पल, ज्वेलरी और कास्मेटिक्स व्यवसाय ही देता है, इसलिए मुख्यमंत्री इस पर सहानुभूतिपूर्वक ध्यान दें।
ये भी कही बात
उन्होंने कहा कि आखिरकार व्यापारियों की मांग सुन ली गई और जमशेदपुर में भी इन दुकानों को खोलने की अनुमति मिल गई। सरकार ने अब भी शाम चार बजे तक दुकान खोलने की अनुमति दी है, जो ठीक नहीं है। कम से कम जमशेदपुर में यह परंपरा है कि यहां दुकानदार व कर्मचारी दोपहर एक बजे दुकान बंद करके भोजन करने जाते हैं। तीन घंटे के लंच ब्रेक के बाद शाम चार बजे खोलते हैं, तो सीधे रात 10 बजे दुकान बंद करते हैं। शाम चार बजे तक दुकान खुली रहने पर भी ग्राहक नहीं आते। इससे व्यापारी कहीं के नहीं रहते। सरकार को कम से कम छह या सात बजे तक दुकान खोलने की अनुमति देनी चाहिए।
सरकार अब होटल-रेस्टाेरेंट भी खोलने की अनुमति दे
झारखंड सरकार ने जिस तरह से ज्वेलरी,कपड़ा, जूते-चप्पल व कास्मेटिक्स दुकान खोलने की अनुमति दी है, उसी तरह होटल-रेस्टोरेंट को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खोलने की अनुमति मिलनी चाहिए। सरकार को समझना होगा कि सभी तरह के व्यवसाय में एक तरह का संबंध होता है। जब तक सभी चीजों का व्यापार सामान्य नहीं होगा, शहर या राज्य की आर्थिक स्थिति सामान्य नहीं होगी। कोरोना के नियम का पालन करते हुए पहले जैसा व्यवसाय करने की अनुमति मिलनी चाहिए।
- सुरेश सोंथालिया, राष्ट्रीय सचिव, कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स
कपड़ा कारोबारी खुश, लेकिन दो माह के घाटे की नहीं होगी भरपाई
जमशेदपुर के कपड़ा व्यापारी सरकार के निर्णय से खुश है, लेकिन इनका कहना है कि पिछले दो माह में बंदी से जो नुकसान हुआ, उसकी भरपाई अब अगले वर्ष ही होगी। इसी दो माह में ईद और लगन बीत गए, जिसमें कपड़ों की अच्छी बिक्री होती है और इसी बिक्री पर साल भर का कारोबार निर्भर करता है। बिक्री की आशा में व्यापारियों ने माल मंगा लिया था, जो लॉकडाउन के कारण स्टॉक हो गया। दुकानें बंद रहने से व्यापारियों को करोड़ों का नुकसान हुआ है। अब खुलने की घोषणा से व्यापारियों में उत्साह और आशा का संचार हुआ है। सभी व्यापारी कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए दुकान खोलेंगे। हालांकि अभी बाजार चार बजे तक ही खोलने की अनुमति है, जिससे बाजार में रौनक लौटने में अभी समय लगेगा।
- अनिल मोदी, पूर्व अध्यक्ष, जमशेदपुर थोक वस्त्र विक्रेता संघ
सोने-चांदी के काराेबारियों को मिलेगी राहतसोने-चांदी की दुकानों को खोलने की अनुमति से कारोबारियों के साथ-साथ इससे जुड़े सैकड़ों कारीगर व कर्मचारियों को भी राहत मिलेगी। हालांकि शादी-ब्याह का मौसम लॉकडाउन में ही बीत गया, इसलिए इस घाटे की भरपाई अब दोबारा लगन में ही हो सकती है। ज्वेलरी बिजनेस को पिछले साल भी सबसे पहले बंद किया गया था और सबसे अंत में खोला गया था। हालांकि कोरोना के नियमों का हम सबसे ज्यादा पालन करते हैं। बहरहाल, सरकार ने देर से ही सही, बेहतर निर्णय लिया है। ज्वेलरी बिजनेस बंद रहने से हमारे कारीगर-कर्मचारी भी आर्थिक संकट से जूझ रहे थे। अब उनके चेहरे पर भी खुशी दिख रही है।
- विपिन आडेसरा, अध्यक्ष, जमशेदपुर ज्वेलर्स एसोसिएशन