Krishi Rin Mafi Yojana: एक रुपये के शुल्क पर माफ हो जाएगा 50 हजार रुपये तक का कृषि लोन, जानिए
Jharkhand Krishi Rin Mafi Yojana. एक रुपये के आवेदन शुल्क पर किसान का 50 हजार रुपये तक का कृषि ऋण माफ हो जाएगा। झारखंड में कृषि ऋण माफी योजना 29 दिसंबर से लागू हो गई है। आपको जानना जरूरी है झारखंड कृषि ऋण माफी योजना की पात्रता।
जमशेदपुर, जासं। झारखंड में कृषि ऋण माफी योजना 29 दिसंबर से लागू हो गई है। इसके तहत एक रुपये के आवेदन शुल्क पर किसान का 50 हजार रुपये तक का कृषि ऋण माफ हो जाएगा। इस संबंध में जिला सभागार में जिलास्तरीय कार्यशाला हुई, जिसमें उपविकास आयुक्त परमेश्वर भगत ने योजना का कार्यान्वयन शीघ्र पूर्ण हो, इसके लिए बैंक प्रतिनिधियों को अपने बैंक के कृषि ऋण से संबंधित सूची 10 फरवरी तक उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि पिछले कई वर्षों में मानसून की अनियमित स्थिति, सुखाड़, ओलावृष्टि एवं अन्य प्राकृतिक आपदा के कारण किसानों की आय में कमी, फसल ऋण चुकाने में असमर्थता एवं नए फसल ऋण के लिये अयोग्य होने के कारण मुख्यमंत्री, झारखंड द्वारा कृषि ऋण माफी योजना लागू की है।
झारखंड कृषि ऋण माफी योजना की पात्रता
- 50,000 रुपये तक की राशि माफ की जाएगी।
- आवेदक को आवेदन के लिए एक रुपये का भुगतान करना होगा।
- किसान की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- एक परिवार से केवल एक ही व्यक्ति फसल ऋणधारक पात्र होंगे।
- आवेदक केसीसी ऋणधारक होना चाहिए।
- दो बैंकों से केसीसी ऋण प्राप्त किए कृषक की भी 50,000 रुपये तक की राशि ही माफ होगी।
- किसी ऋणी की मृत्यु की स्थिति में उसके आश्रित को इसका लाभ मिलेगा।
कृषि अर्थव्यवस्था को मजबूत करना उद्देश्य
नाबार्ड के उपविकास प्रबंधक ने बताया कि झारखंड कृषि ऋण माफी योजना का उद्देश्य कृषि अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करना है। इसके तहत फसल ऋण धारक की ऋण पात्रता में सुधार लाना, नई फसल ऋण प्राप्ति सुनिश्चित करना, पलायन रोकना आदि भी है। अग्रणी जिला प्रबंधक ने सभी बैंकों को कृषि ऋण से संबंधित सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया, ताकि संबंधित ऋणी किसान को प्रज्ञा केंद्र सर बैंक तक सत्यापित कराने के लिए प्रेरित किया जा सके।
कार्यशाला में ये रहे उपिस्थत
कार्यशाला में निदेशक डीआरडीए सौरव कुमार सिन्हा, जिला योजना पदाधिकारी अजय कुमार, अपर उपायुक्त प्रदीप प्रसाद, जिला आपूर्ति पदाधिकारी राजीव रंजन, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, सीएससी के जिला प्रबंधक, वीएलई प्रखंड कृषि पदाधिकारी एवं बैकों के प्रतिनिधि, उपपरियोजना निदेशक, आत्मा व जिला कृषि कार्यालय के कर्मचारी उपस्थित थे।