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इंटक कमेटी की बैठक में संबंद्धता शुल्क बढ़ाने का निर्णय

इंटक की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक राची में हुई जिसमें शहर क

By JagranEdited By: Published: Mon, 20 Aug 2018 01:52 AM (IST)Updated: Mon, 20 Aug 2018 01:52 AM (IST)
इंटक कमेटी की बैठक में संबंद्धता शुल्क बढ़ाने का निर्णय
इंटक कमेटी की बैठक में संबंद्धता शुल्क बढ़ाने का निर्णय

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : इंटक की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक राची में हुई जिसमें शहर के दर्जनों इंटक नेता शामिल हुए। रविवार को राची के बीएनआर चाणक्य में हुई बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद सिंह ने की। इसमें इंटक की संबद्धता शुल्क को बढ़ाने का फैसला लिया गया। इसमें काग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डा अजय कुमार और विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने शिरकत की। बैठक में कांग्रेस के साथ मिलकर संगठन मजबूत करने की दिशा में काम करने का निर्णय लिया गया। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के प्रति निष्ठा जताई गई। झारखंड प्रदेश इंटक के महामंत्री राकेश्वर ने असंगठित मजदूरों की स्थिति में सुधार लाने पर जोर दिया। बैठक में पांडेय के आलावा टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष आर.रवि प्रसाद, डिप्टी प्रेसीडेंट अरविंद पांडेय, उपाध्यक्ष भगवान सिंह, कमलेश सिंह, कोषाध्यक्ष प्रभात लाल व सहायक सचिव नितेश राज आदि शामिल हैं। वहीं जुस्को श्रमिक यूनियन के अध्यक्ष रघुनाथ पांडेय व उनके समर्थकों के साथ राकेश्वर पाडेय के नेतृत्व वाली यूनियन नेता संजीव श्रीवास्तव, डीके सिंह, संजय झा, शैलेश पांडेय, आशीष अधिकारी, अमित सरकार, नरेश चौधरी आदि शामिल हुए। उधर टाटा मोटर्स यूनियन से आरके सिंह, अजय भगत, अनिल शर्मा, संजीव रंजन आदि शामिल हुए। ------

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इंटक में रहना है तो नियमित सदस्यता शुल्क करें जमा

इंटक से संबद्ध रहना है तो सभी यूनियनों को हरेक सदस्य के हिसाब से 4 रुपए सालाना सहयोग राशि देनी होगी। 2 रुपए राष्ट्रीय इंटक के खाता में जाएगा तो दो रुपए प्रदेश इंटक को मिलेगा। यह जानकारी झारखंड प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में दी गई।

बैठक में टाटा वर्कर्स यूनियन, टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन, जुस्को श्रमिक यूनियन, द गोलमुरी टिनप्लेट वर्कर्स यूनियन, जेम्को वर्कर्स यूनियन, टीआरएफ लेबर यूनियन, लाफार्ज इम्पलाइज यूनियन, टाटा पावर इम्पलाइज यूनियन समेत कई यूनियनों के प्रतिनिधियों ने शिरकत की।

ये प्रस्ताव हुए पारित

बैठक में यूनियन की संबद्धता शुल्क बढ़ाने का प्रस्ताव पारित किया गया। इसमें इंटक नेताओं ने कहा कि भारत सरकार उद्योगपतियों की मददगार बन चुकी है। मजदूरों के हक में जो भी कानून थेए उन्हें कमजोर किया जा रहा है। इस कारण असंगठित मजदूरों की हालत और बिगड़ रही है। लेकिन सरकार से तभी अपनी बात मनवा सकते हैं जब मजदूरों में एकता होगी। फैसला लिया गया कि इंटक में असंगठित मजदूरों की इकाई को और सक्रिय किया जाएगा। जिला स्तर पर सदस्यता अभियान और तेज होगा। झारखंड इंटक की शाखा का संबद्धता शुल्क बढ़ाने पर सहमति, जिला स्तर पर सदस्यता बढ़ाना, असंगठित क्षेत्रों में बगैर शुल्क के सदस्य बनाने की मुहिम शुरु करना

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क्या-क्या हुई कार्रवाई

शोक संवेदना, पिछली बैठक के कार्यवृत्त का अनुमोदन, संगठनात्मक विषय पर चर्चा, केंद्रीय इंटक के अध्यक्ष द्वारा उदयपुर की बैठक में लिए गए निर्णयों की जानकारी देना, केंद्रीय इंटक का बकाया संबद्धता शुल्क जमा करने के संबंध में चर्चा, झारखंड इंटक की शाखा का संबंद्धता शुल्क बढ़ाना व संगठन की वित्तीय स्थिति की जानकारी देना।


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