सरयू राय के tweet पर झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने लिया संज्ञान, 111 सेव लाइफ अस्पताल मामले में जांच का दिया आदेश
111 Save Life Hospital Case जमशेदपुर के विधायक सरयू राय ने आदित्यपुर स्थित 111 सेव लाइफ अस्पताल के मामले में एक ट्वीट किया था जिसमें अस्पताल के संचालक डा. ओपी आनंद द्वारा स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को किए गए वाट्सएप का स्क्रीन शॉट था।
जमशेदपुर, जासं। जमशेदपुर के विधायक सरयू राय ने आदित्यपुर स्थित 111 सेव लाइफ अस्पताल के मामले में एक ट्वीट किया था, जिसमें अस्पताल के संचालक डा. ओपी आनंद द्वारा स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को किए गए वाट्सएप का स्क्रीन शॉट था। वाट्सएप का हवाला देते हुए सरयू ने सवाल उठाया था कि अस्पताल बंद कराने की धमकी कौन दे रहा था। स्वास्थ्य मंत्री के नाम पर कौन बिल माफ कराता था, इसकी जांच होनी चाहिए।
बन्ना गुप्ता ने सरयू राय के इस ट्वीट को टैग करते हुए सरायकेला-खरसावां जिले के उपायुक्त अरवा राजकमल व एसपी मोहम्मद अर्शी को लिखा है कि मामले में न्यायोचित कार्रवाई करते हुए सूचित करें। स्वास्थ्य मंत्री ने इसकी सूचना मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी दी है। ज्ञात हो कि आदित्यपुर स्थित सेव लाइफ अस्पताल को बंद कराने के मामले की जांच कराने के लिए सरयू राय ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखा था। उन्होंने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा था कि बिना जांच पूरी हुए डॉक्टर ओपी आनंद को जेल कैसे भेज दिया गया। अस्पताल क्यों बंद किया गया। झारखंड क्लीनिकल इस्टैब्लिसमेंट एक्ट का अनुपालन पहले दिन से ही क्यों नहीं कराया जा रहा है। आखिर यह गड़बड़ी कोरोना काल में ही क्यों सामने आ रही है।
सरयू ने जतायी थी ये आशंका
इससे पहले डा. आनंद ने स्वास्थ्य मंत्री को ट्वीट किया था कि कुछ लोग आपके नाम पर इलाज का बिल नहीं देते हैं। अस्पताल बंद कराने की की धमकी देते हैं, मैं क्या करूं। हमारा कोई बहुत बड़ा कारपोरेट अस्पताल नहीं है। हम छोटे अस्पताल के हिसाब से ही इलाज का बिल देते हैं, लेकिन यह भी कोई देना नहीं चाहता। ऐसे में कार्रवाई की जाए। सरयू ने लिखा था कि शायद सेव लाइफ अस्पताल के खिलाफ हुई कार्रवाई का इस ट्वीट से तो संबंध नहीं है।
.@INCJharkhand 111 सेव लाईव अस्पताल मामले में मैने कुछ ग़लत कहा हो, मेरे वक्तव्य में कोई गलती हो तो बतायें. अनर्गल विरोध बयान से कुछ हासिल नहीं होगा, भद्द पिटेगी. मामला मेरिट पर देखिये. अस्पताल की गलती पर सरकार कारवाई करे,कोई एतराज नहीं. पर दूसरा पक्ष गलत है तो उसपर भी कारवाई हो.— Saryu Roy (@roysaryu) May 27, 2021
29.4.2021 को 111 सेव लाईफ़ हॉस्पिटल द्वारा किसी रसूखदार राजनेता को प्रेषित संलग्न ट्विट का स्क्रीन शॉट क़ाबिले गौर है. डा० आनन्द के ख़िलाफ़ किसी के ग़ुस्सा का यह कारण भी हो सकता है. इस ट्विट का एक पक्ष उनमें से भी कोई हो सकता है जिसने डा० के ख़िलाफ़ पुलिस में वाद दर्ज कराया. pic.twitter.com/Ndy5DwMeNY— Saryu Roy (@roysaryu) May 26, 2021