झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास व विधायक सरयू राय के समर्थकों के बीच जमकर मारपीट, पथराव
बर्मामाइंस में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास व विधायक सरयू राय के समर्थक आपस में भिड़ गए। इस घटना में तीन पुलिसकर्मी और महिला समेत एक दर्जन लोग हुए घायल पुलिस पर लाठी भांजने का आरोप भी लगा है। एसडीओ और सिटी एसपी ने मौके पर पहुंच लोगों को शांत कराया।
जमशेदपुर : बर्मामाइंस थाना रघुवर नगर में जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा के विधायक सरयू राय के नाम का शिलापट्ट तोड़ने के विवाद ने तूल पकड़ लिया है। गुरुवार को रघुवर और सरयू समर्थक रघुवरनगर में आमने-सामने हो गए। दोनों पक्षों के बीच जमकर पत्थरबाजी हुई जिसमें भाजमो, भाजपा, तीन पुलिसकर्मी समेत बस्ती के एक दर्जन लोग घायल हुए। इनमें महिलाएं भी शामिल हैं।
पुलिसकर्मियों के घायल होने के लाठीचार्ज किया गया, तब जाकर भीड़ तितर-बितर हुई। बाद में महिला पुलिसकर्मियों को भी मोर्चा संभालना पड़ा। आक्रोशित बस्ती की महिलाओं पर लाठियां भी चटकाई गई। मौके पर एसडीओ और सिटी एसपी पहुंचे और लोगों को शांत कराया। पथराव के दौरान बस्ती की रहने वाली लक्खी मुंडा नामक महिला को गंभीर चोट लगी है। भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा उसे इलाज के लिए एमजीएम ले जाया गया। लक्खी ने बताया कि शिव चर्चा के दौरान शोर सुनने पर जब वह घर से बाहर निकल कर आई, तब एक बड़ा सा ईंट आकर उनके कंधे पर लगा। इससे कंधे में गंभीर चोट आई है। घटना के बाद भाजमो (भारतीय जन मोर्चा) समर्थकों ने बर्मामाइंस थाना के सामने मुख्य सड़क को जाम कर दिया जिससे के कारण कुछ समय के लिए यातायात बाधित भी हुआ। बर्मामाइंस थाना प्रभारी ने मौके पर पहुंच उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद लोग सड़क से हट गए।
सरयू समर्थकों ने रघुवर समर्थकों के खिलाफ दर्ज कराई प्राथमिकी
विगत तीन दिन से इलाके में भाजमो और भाजपा समर्थक आमने-सामने हो रहे हैं। पुलिसकर्मियों के घायल होने पर बर्मामाइंस थाना में 150 भीड़ के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने और घायल किए जाने की प्राथमिकी दर्ज की गई है। घटना के बाद सरयू समर्थकों ने एक बार फिर रघुवर समर्थकों के खिलाफ बर्मामाइंस थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। भाजमो जिला अध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव ने प्रशासन के वरीय अधिकारियों को क्षेत्र की बिगड़ती विधि-व्यवस्था, बढ़ते अपराध और गुंडागर्दी पर लगाम लगाने के साथ इस घटना में संलिप्त और प्राथमिकी में नामजद आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की। लगातार दो राजनीतिक दलों के बीच हो रही भिड़ंत से स्थानीय लोग भी लोग परेशान है। वहीं मामला पुलिस-प्रशासन के लिए परेशानी का कारण बन गया है। दोनों राजनीतिक दल के समर्थक एक-दूसरे पर घटना के लिए जिम्मेदार बता रहे हैं।