झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर व विधायक सरयू समर्थकों के पथराव से कई महिलाएं व पुलिसकर्मी घायल
गुरुवार को रघुवर नगर के बाहर पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि मनाई। बस्ती के बाहर सड़क पर कार्यक्रम हो रहा था। दोपहर करीब 12.30 बजे कार्यक्रम लगभग समाप्त हो रहा था कि इसी बीच बवाल हो गया। पथराव और मारपीट होने लगी तो वहां भगदड़ मच गई।
जमशेदपुर : जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय की पार्टी भारतीय जनता मोर्चा की जमशेदपुर महानगर कमेटी ने गुरुवार को रघुवर नगर के बाहर पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि मनाई। बस्ती के बाहर सड़क पर कार्यक्रम हो रहा था। दोपहर करीब 12.30 बजे कार्यक्रम लगभग समाप्त हो रहा था कि इसी बीच बवाल हो गया। पथराव और मारपीट होने लगी, तो वहां भगदड़ मच गई। घटनास्थल के पास ही शिव मंदिर में महिलाएं शिव चर्चा कर रही थीं। वह भी भागने लगीं। अधिकांश महिलाएं रघुवर नगर की रहने वाली थीं, लिहाजा वह अपने घरों की ओर जाने लगीं, लेकिन पुलिस और उपद्रवियों की भीड़ में महिलाएं फंस गई। पथराव में उन्हें भी चोट लगी। कुछ पुलिस के जवान भी पथराव से चोटिल हो गए। बस्ती के अंदर भी अफरातफरी मच गई, क्योंकि भाजमो के कार्यक्रम में भी ज्यादातर वहीं के लोग शामिल थे। तीन दिन पहले भी रघुवर नगर के बोर्ड पर कालिख पोतने और सरयू राय का शिलापट गायब करने को लेकर तनाव हुआ था। इसकी वजह से वहां पहले से पुलिस बल तैनात थी। इस नई घटना के बाद क्यूआरटी भी बुला ली गई, तब जाकर माहौल शांत हुआ।
भाजमो के बाद भाजपाई भी सड़क पर बैठे
इस घटना के बाद भारतीय जनता मोर्चा के जिलाध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव, रामनारायण शर्मा, संजीव आचार्य समेत अन्य कार्यकर्ता सड़क पर बैठ गए। जब बर्मामाइंस के थाना प्रभारी वहां पहुंचे और दोषियों पर 24 घंटे के अंदर कार्रवाई का आश्वासन दिया, तब वे उठे। वहां से भाजमो कार्यकर्ता बर्मामाइंस थाना गए और लक्खी मुंडा ने प्राथमिकी दर्ज कराई।
बर्मामाइंस थाना पर भाजमो कार्यकर्ताओं का हंगामा चल रहा था, तो भाजपाई रघुवर नगर पहुंच गए। वे भी वहां सड़क पर बैठ गए, जिसमें भाजपा के जिलाध्यक्ष गुंजन यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष रामबाबू तिवारी, कुलवंत सिंह बंटी, अनिल मोदी, बबुआ सिंह, शंभू चौधरी आदि शामिल थे। घटनास्थल पर सिटी एसपी सुभाषचंद्र जाट, एसएसपी एम. तमिल वाणन व एसडीओ नीतीश कुमार सिंह पहुंंचे। इन अधिकारियों ने भाजपा नेताओं को आश्वासन दिया, तब जाकर भाजपाई वहां से निकले।
लक्खी ने कहा, पीठ व कंधे में लगा बड़ा पत्थर
भाजमो कार्यकर्ता लक्खी मुंडा ने बर्मामाइंस थाने में जो प्राथमिकी दर्ज कराई है, उसमें पूरी घटना का जिक्र किया है। लक्खी ने कहा कि दोपहर करीब 12.30 बजे पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि कार्यक्रम समाप्त होते ही आशीष कुमार तिवारी एवं सूरज कुमार सिंह बुलेट मोटरसाइकिल से मेरे दोनों पैर के बीचों-बीच टक्कर मारकर गिरा दिया। मेरे गिरते ही पुतुल सिंह ने मुझे उठाने की कोशिश की, तब आशीष तिवारी ने मेरी छाती पर जोर से हाथ मारा और कहने लगा कि आदिवासी हरिजन नेता बन रहा है। मारके बरबाद कर देंगे। वहां भारी संख्या में लाठी-डंडा से लैस असामाजिक तत्वों के जमावड़े ने हमला कर दिया। इसी बीच राजेश झा ने बड़ा पत्थर फेंका, जो मेरे पीठ और कंधे पर लगा। मैं बेहोश होकर गिर गई। मुुझे तत्काल अस्पताल ले जाया गया। इसके पहले पुतुल सिंह के पैर भी मोटर साइकिल चढ़ाकर छेड़खानी करने लगा। मुझे चलने और उठने-बैठने में बहुत कठिनाई हो रही है।