Saraikela, Jharkhand News: पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पद्मश्री छुटनी महतो को किया सम्मानित
Saraikela Jharkhand News रघुवर दास ने पद्मश्री छुटनी महतो के जज्बे की सराहना की और कहा कि इससे साफ हो गया कि केंद्र सरकार का ध्यान समाज के अंतिम पायदान पर बैठी महिला पर भी है जिसका पूरा जीवन कुप्रथा को दूर करने के लिए संघर्ष करने में बीत गया।
जागरण संवाददाता, सरायकेला। शुक्रवार को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास बीरबांस पहुंचे। उन्होंने पद्मश्री सम्मान पानेवाली छुटनी महतो को पुष्पगुच्छ देकर और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। इस दौरान भाजपा नेता बास्को बेसरा, शंभु मंडल, रश्मि साहू सहित पार्टी के कई नेता मौजूद रहे।
रघुवर दास ने पद्मश्री सम्मान पानेवाली छुटनी महतो के जज्बे की सराहना की और कहा कि इससे साफ हो गया कि केंद्र सरकार का ध्यान समाज के अंतिम पायदान पर बैठी महिला पर भी है जिसका पूरा जीवन समाज में फैली डायन- बिसाही जैसी कुप्रथा को दूर करने के लिए संघर्ष करने में बीत गया। उन्होंने झारखंड के तीनों विभूतियों के कार्यों की सराहना की जिन्हें इस साल पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री से मिले सम्मान से गदगद छुटनी महतो ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री ने उन्हें इस अभियान को जारी रखने की बात कही है। उन्होंने बताया कि अंतिम सांस तक डायन कुप्रथा के खिलाफ उनका अभियान जारी रहेगा। छुटनी ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री से एक गाड़ी और एक शिक्षित सहयोगी की मांग की ताकि इस कुप्रथा के खिलाफ जारी अभियान में उन्हें सहयोग मिल सके। रघुवर दास ने इस कुप्रथा को समाज से दूर करने के लिए अपनी बहू को भी इस अभियान से जोड़े जाने की घोषणा की।
पीएम के फैसले को सराहा
रघुवर दास ने पीएम के फैसले को स्वागत योग्य बताते हुए कहा कि इससे आंदोलित किसानों को राहत मिलेगी। हालांकि उन्होंने तीनों कृषि बिल को छोटे किसानों के हित में बताया। कहा कि विपक्षी दलों एवं कुछ किसान संगठनों के आंदोलन के कारण देश के हालात बिगड़ रहे थे जिसके चलते प्रधानमंत्री को अपना फैसला बदलना पड़ा। उन्होंने सभी आंदोलित किसानों से आंदोलन समाप्त कर अपने घर- परिवार के साथ गुरु पर्व मनाने की अपील की। साथ ही उन्होंने राज्य के लोगों को गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं दी।
राज्य सरकार नहीं कराना चाहती है पंचायत चुनाव
पूर्व रघुवर दास ने राज्य सरकार पर पंचायत चुनाव में देरी को लेकर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि राज्य में भ्रष्टाचारियों के लिए भ्रष्टाचारियों द्वारा भ्रष्टाचार करने के लिए सरकार बनी है ताकि केंद्र सरकार द्वारा गांवों एवं शहरी निकायों के विकास के लिए भेजे जाने वाले पैसों की बंदरबांट की जा सके। उन्होंने बिहार एवं यूपी का उदाहरण देते हुए कहा कि दोनों ही राज्यों में पंचायत चुनाव हो चुके हैं, ताकि केंद्र के 15 वें वित्त आयोग का पैसा सीधे पंचायत को मिल सके। मगर झारखंड सरकार पंचायत के पैसों को पंचायत तक नहीं पहुंचने देना चाहती है। उन्होंने अविलंब राज्य सरकार से राज्य में पंचायत चुनाव कराए जाने की मांग की। रघुवर दास ने राज्य में अफसरशाही को हावी और बेलगाम बताया।