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Jharkhand Assembly Election 2019 : जमशेदपुर में प्रचार का उफान, चौक-चौराहों पर रोमांच

Jharkhand Assembly Election 2019 जमशेदपुर में चुनाव प्रचार उफान पर है। चौक-चौराहों पर रोमांच है। किस्‍म-किस्‍म के भोजपुरी गाने सुनाई दे रहे हैं।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Sat, 30 Nov 2019 12:52 PM (IST)Updated: Sat, 30 Nov 2019 12:52 PM (IST)
Jharkhand Assembly Election 2019 : जमशेदपुर में प्रचार का उफान, चौक-चौराहों पर रोमांच
Jharkhand Assembly Election 2019 : जमशेदपुर में प्रचार का उफान, चौक-चौराहों पर रोमांच

जमशेदपुर, वीरेंद्र ओझा। Jharkhand Assembly Election 2019 विधानसभा चुनाव में मतदान की तारीख (सात दिसंबर) जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है, फिजां में राजनीति की बातें तेज होती जा रही हैं। चाय की दुकान पर खड़े हो जाएं या किसी होटल में। और तो और बैंक से लेकर सरकारी कार्यालय तक का ऐसा माहौल बन गया है, जैसे अभी चुनाव के सिवा किसी के पास दूसरा कोई काम ही नहीं है।

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किसी अधिकारी से मिलने जाएं, तो चाय के लिए घंटी दबाने के साथ आगंतुक से पहला सवाल होता है 'तब, क्या माहौल है... यहां से कौन जीत रहा है...और वहां...। थोड़ा सकुचाते हुए सामने वाला साहब का मूड भांपने की कोशिश करता है, फिर धीरे-धीरे खुलने लगता है। यदि सामने वाले की सोच के अनुसार जवाब मिला, तब तो ठीक है, वरना...सामने वाला आपको जाहिल साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा... मान लीजिए। 

पता ही नहीं चलेगा किस क्षेत्र में हैं

जनसंपर्क करते मुख्‍यमंत्री रघुवर दास के पुत्र ललित दास। 

आम शहरवासियों के साथ भी ऐसा हो रहा है। घर से लेकर परिवार के अंदर तक दिन में एकाध बार चुनाव या राजनीति से संबंधित चर्चा हो ही जा रही है। ऐसा हो भी क्यों नहीं, सुबह छह-सात बजे आप नींद की खुमारी से निकले भी नहीं कि किसी न किसी उम्मीदवार की प्रचार गाड़ी से भोजपुरी या ह‍िंंदी में फिल्मी गाने की धुन कानों के पर्दे खोल देती है। ध्यान देने पर पता चलता है कि फलां उम्मीदवार के लिए वोट मांगा जा रहा है। सड़क पर जिधर निकल जाइए, कहीं किसी उम्मीदवार की होर्डिंग पर आपका ध्यान चला जाएगा। आप अभी ध्यान से होर्डिंग पर लगे स्लोगन पढ़ ही रहे होंगे कि बगल से किसी गाड़ी की कर्कश आवाज आपको डरा देगी।

प्रचार गाड़ी भटका देगी ध्‍यान

जनसंपर्क करते मुख्‍यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ लड़ रहे सरयू राय। 

थोड़ा संभलकर आगे बढ़े तो अगल-बगल से गुजरती प्रचार गाड़ी आपका ध्यान भटका देगी। यदि आप आगे बढ़ते हुए साकची की ओर निकल गए, तो गफलत में पड़ जाएंगे। पता नहीं चलेगा कि आप किस विधानसभा क्षेत्र में हैं। यहां जमशेदपुर पूर्वी और पश्चिमी, दोनों क्षेत्र के उम्मीदवारों की प्रचार गाडिय़ां देखने को मिल जाएंगी। मजे की बात है कि यहां किसी चाय की दुकान पर खड़े हो गए तो पूर्वी व पश्चिमी के साथ जुगसलाई व पोटका के भी उम्मीदवारों की जीत-हार का विश्लेषण सुनने के लिए मिल जाएगा। थोड़ा समय दे सकते हैं, तो तर्क और दावे के साथ रिजल्ट भी लेकर घर आ सकते हैं। 

जमशेदपुर पूर्वी 

जनसंपर्क करते मुख्‍यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ लड़ रहे अभय सिंह। 

यह इलाका शहर ही नहीं पूरे प्रदेश का हॉट सीट बना हुआ है। यहां हर चौक-चौराहे पर मुख्यमंत्री रघुवर दास और सरयू राय की ही चर्चा हो रही है। यहां सबसे ज्यादा प्रचार गाड़ी भी इन्हीं दोनों की घूम रही है। वैसे झाविमो के अभय सिंह व कांग्रेस के उम्मीदवार गौरव वल्लभ की प्रचार गाडिय़ों की संख्या भी किसी से कम नहीं है। वैसे इस क्षेत्र से 20 उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन इनमें से एक दर्जन प्रत्याशी कहीं नजर नहीं आ रहे हैं। कहीं-कहीं आपको शिवसेना के प्रत्याशी गोल्डी तिवारी की गाड़ी भी दिख जाएगी, तो एकाध जगह निर्दलीय ज्ञानसागर प्रसाद की गाड़ी भी दिख सकती है।

जनसंपर्क करते मुख्‍यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ लड़ रहे  गौरव बल्‍लभ। 

पूर्वी में निर्दलीय प्रत्याशी सरयू राय चप्पे-चप्पे छान रहे हैं, जबकि मुख्यमंत्री रघुवर दास की अनुपस्थिति में उनके पुत्र ललित दास के अलावा महानगर अध्यक्ष दिनेश कुमार, पूर्व जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर मिश्रा, रामबाबू तिवारी आदि जनसंपर्क कर रहे हैं। वैसे शुक्रवार शाम को रघुवर दास भी शहर पहुंच गए। आते ही सिपहसालारों के साथ बैठक की। चूंकि इन पर पूरे राज्य में भाजपा के उम्मीदवारों की जिम्मेदारी है, इसलिए अपने क्षेत्र में ज्यादा समय नहीं दे पा रहे हैं।

जमशेदपुर पश्चिमी

जनसंपर्क करते  कांग्रेस प्रत्‍याशी बन्‍ना गुप्‍ता। 

इस विधानसभा क्षेत्र में बिष्टुपुर, कदमा व सोनारी के साथ साकची भी पड़ता है, लेकिन सभी उम्मीदवारों का ध्यान मानगो पर ही केंद्रित है। कांग्रेस के बन्ना गुप्ता हों या भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे देवेंद्र सिंह, इनकी ज्यादातर प्रचार गाडिय़ां मानगो में ही घूम रही हैं। इनके अलावा यहां आप के शंभू चौधरी, झाविमो के पंकज साव, आजसू के मुन्ना सिंह जिंदाबाद के नारे ज्यादा लग रहे हैं। वैसे यहां तृणमूल कांग्रेस की हेमा घोष और निर्दलीय राकेश कुमार की गाड़ी भी आपको डिमना रोड में कहीं न कहीं दिख जाएगी। बन्ना गुप्ता अस्पताल से निकलकर शुक्रवार को मानगो में जनसंपर्क में निकले। जब तक अस्पताल में थे तो अजय सिंह, नट्टू झा, कमल किशोर अग्रवाल, जम्मी भास्कर आदि ने बन्ना के लिए पसीना बहाया। देवेंद्र सिंह खुद गलियों की खाक छान रहे हैं। 

जुगसलाई

जनसंपर्क करते जमशेदपुर पश्चिम से  आजसू प्रत्‍याशी ब्रजेश सिंह मुन्‍ना। 

जुगसलाई विधानसभा क्षेत्र में शहर का सबसे बड़ा व्यापारिक क्षेत्र जुगसलाई तो आता ही है, शहर से सटा परसुडीह से लेकर गदड़ा, गोविंदपुर, बारीनगर, घोड़ाबांधा भी आता है। यहां आजसू प्रत्याशी रामचंद्र सहिस, झामुमो के मंगल कालिंदी व भाजपा उम्मीदवार मुचीराम बाउरी की प्रचार गाडिय़ां ही देखने को ज्यादा मिल रही हैं। लेकिन तीनों उम्मीदवार परसुडीह व गोविंदपुर में ही घूम रहे हैं, फिर पटमदा-बोड़ाम निकल जा रहे हैं। मंगल व मुचीराम का एक दौरा लगभग हर दिन जुगसलाई के मुस्लिम बहुल इलाके में हो जाता है। 

पोटका

पोटका विधानसभा क्षेत्र का बड़ा इलाका बागबेड़ा शहर से सटा हुआ है, तो सुंदरनगर भी इसी में पड़ता है। यहां भाजपा उम्मीदवार मेनका सरदार के अलावा झामुमो के संजीव सरदार, आजसू की बुलू रानी सिंह सरदार के साथ झाविमो प्रत्याशी नरेश मुर्मू भी जोर लगाए हुए हैं। इन इलाकों में ज्यादातर प्रचार गाडिय़ां इन्हीं चारों उम्मीदवारों की घूम रही हैं। यही बागबेड़ा में ज्यादा सक्रिय भी हैं, क्योंकि सबको पता है कि बागबेड़ा ही किसी का खेल बना या बिगाड़ सकता है।   


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