Jharkhad Tourism: दलमा की पहाड़ी पर लें ट्रेकिंग का आनंद, डीसी-एसपी ने दिया न्योता
Jharkhad Tourism. दलमा में ट्रेकिंग के रूट का पता चला है जिसमें जल्द ही एक्टिव ट्रैकिंग के तीनों रूट पर पर्यटन के लिहाज से व्यवस्था की जाएगी। ट्रेकिंग के बीच रास्ते में मेक शिफ्ट केयर अरेंजमेंट के तहत कुछ स्थानीय लोगों से दुकान खोलने की व्यवस्था कराई जा सकती है।
जमशेदपुर, जासं। पूर्वी सिंहभूम जिले के उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी सूरज कुमार ने सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट के साथ जमशेदपुर से सटी दलमा की पहाड़ी पर ट्रेकिंग की। डीसी के नेतृत्व में जिला प्रशासन, पुलिस व वन विभाग के पदाधिकारियों ने दलमा पहाड़ी का ट्रेकिंग कर ट्रेकिंग की संभावनाओं को देखा।
इस दौरान जिला उपायुक्त के साथ अनुमंडल अधिकारी धालभूम नीतीश कुमार सिंह, वन विभाग के पदाधिकारी (डीएफओ, दलमा) अभिषेक कुमार, उप विकास आयुक्त प्रदीप कुमार प्रसाद, निदेशक (एनइपी) ज्योत्सना सिंह, जिले के भूमि सुधार उपसमाहर्ता रवींद्र गागराई सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
पर्यटन को बढावा देना मकसद
इस मौके पर उपायुक्त ने कहा कि ट्रेकिंग की संभावनाओं को लेकर जिला प्रशासन गंभीर है। दलमा मे ट्रेकिंग के साथ इको-टूरिज़्म की संभावना पर जिला प्रशासन, जिला पुलिस और वन विभाग के पदाधिकारियों के साथ चर्चा की गई। जिला प्रशासन इस पर्यटन क्षेत्र को और भी बेहतर रूप से विकसित करने का प्रयास कर रहा है। दलमा पहाड़ी पर ट्रेकिंग के तीन रास्ते हैं, जिसे वीकेंड टूरिज्म के रूप में विकसित किया जा सकता है। इसके साथ ही आने वाले समय में पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए क्या सावधानियां रखी जा सकती हैं, इस पर भी विचार-विमर्श किया गया। इस विषय पर उपायुक्त ने कहा कि ट्रेकिंग के रूट का पता चला है जिसमें जल्द ही एक्टिव ट्रैकिंग के तीनों रूट पर पर्यटन के लिहाज से व्यवस्था की जाएगी। ट्रेकिंग के बीच रास्ते में मेक शिफ्ट केयर अरेंजमेंट के तहत कुछ स्थानीय लोगों से दुकान खोलने की व्यवस्था कराई जा सकती है।
किए जा रहे सुविधा के इंतजाम
ट्रेकिंग करने वाले लोगों की सुविधा के लिए इस मार्ग में ट्री हाउस, रेस्ट हाउस आदि बनाए जाएंगे, जो इको-हट के रूप में होगा। इसके साथ ही साफ-सफाई का ध्यान रखने के लिए जगह-जगह डस्टबिन भी लगाए जाएंगे। यहां नियमित रूप से साफ-सफाई भी कराई जाएगी। इसके अलावा पूर्वी सिंहभूम से दलमा जाने वाले रास्ते में एक साइकिलिंग रूट के रूप में तैयार करने और साइकिल रखने के स्टैंड के निर्माण करने के विषय में योजना बनाने के लिए कहा गया। भविष्य में इसमें इलेक्ट्रिक बाइसिकल का भी इंतज़ाम कराया जाएगा। रात्रि विश्राम के लिए स्थानीय गांव में भी इको-हट और ट्री हाउस बनाया जाएगा, जिसका रखरखाव स्थानीय लोगों तथा वन विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों द्वारा कराया जाएगा। इसके साथ ही स्थानीय लोगो से पदाधिकारियों द्वारा बात की जाएगी। यहां होम-स्टे की भी अपार संभावना है, ताकि जो भी यहां आए, वह स्थानीय संस्कृति को भी करीब से देख सके तथा संस्कृति का आनंद उठा सके।