गोलियों की गूंज से थर्राया जमशेदपुर, अपराधियों ने सरेशाम स्वर्ण व्यवसायी को मारी गोली
झारखंड के पूर्वी सिंहभूम के जमशेदपुर से बडी खबर है। यहां मानगो इलाके में एक गहना कारोबारी को अपराधियों ने गोली मार दी। वारदात को उलीडीह के शंकोसाइ में अंजाम दिया गया। बताते हैं कि बदमाशों ने कारोबारी से रंगदारी मांगी थी।
जमशेदपुर, जासं। झारखंड के पूर्वी सिंहभूम के जमशेदपुर से बडी खबर है। यहां मानगो के उलीडीह थाना क्षेत्र के खनका के पास गुरुवार रात आठ बजे अजय ज्वेलर्स के मालिक अजय वर्मा को राजा थापा ने 30 हजार रुपये रंगदारी नहीं देने पर गोली मार दी ।
गोली दुकानदार की गर्दन में लगी। फायरिंग के बाद अफरा-तफरी मच गई। घायल खुद बाइक चलाकर एमजीएम अस्पताल पहुंचा। काफी दर्द होने की बात कहीं। वहां प्राथमिकी उपचार के बाद उसे टाटा मुख्य अस्पताल रेफर कर दिया गया। सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट मौके पर पहुंचे। घायल से पूछताछ कर मामले की पूरी जानकारी ली। भाजपा नेता विकास सिंह ने घायल से मिलने के बाद घटना में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग की है। कहा कि उलीडीह थाना में अपराधी बेलगाम है। थाना प्रभारी सही ढंग से किसी की बात नहीं सुनते। शिकायत पर कार्रवाई नहीं करते हैं जिसका परिणाम आभूषण दुकानदार पर फायरिंग की घटना है।
गोली मार कर भाग गए बदमाश
अजय वर्मा ने बताया कि रंगदारी के लिए राजा थापा ने उस पर गोली चलाई। फायरिंग करने वाले के साथ चार-पांच अन्य युवक भी थे। अंधेरा होने के कारण वह उन्हें नहीं पहचान पाया। वहीं बताया जा रहा कि दुकानदार को गोली का छर्रा लगा है। उसकी हालत खतरे से बाहर है। अजय उलीडीह शंकोसाई रोड नंबर पांच का रहनेवाला है। शंकोसाई पांच नंबर मुख्य सड़क पर उसकी दुकान है। अजय वर्मा ने बताया कि वह खनका की ओर घूम रहा था। उसी दौरान अपराधियों ने उसे घेर लिया। मारपीट करने लगे। राजा थापा ने फायरिंग कर दी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
रंगदारी मांगे जाने की सूचना उलीडीह थाना प्रभारी को दी थी, थानेदार थाना से भगा दिया
गोली लगने से घायल कारोबारी।
अजय वर्मा ने बताया कि 22 मई को उसकी दुकान पर राजा थापा समेत आठ-दस युवक आए। उससे रंगदारी मांगी। गुटखा खिलाने को कहा। उसने कहा कि रुपये नहीं है तो मारपीट करने लगे। गले से चेन खींच लिया। जान से मारने की धमकी दी। उसने इसकी शिकायत उलीडीह थाना प्रभारी को दी। प्रभारी ने कार्रवाई के बजाय उससे कहा कि सीसीटीवी फुटेज में कुछ नहीं दिख रहा। मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया। डांट-फटकार कर उसे थाना से भगा दिया था। अगर पुलिस कार्रवाई करती तो उस पर फायरिंग नहीं होती। घटना पुलिस की लापरवाही है। गौरतलब है कि उलीडीह थाना प्रभारी की ऐसी कई शिकायत वरीय पुलिस अधिकारियों से की गई है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही।