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JEE Mains 2022 : आइआइटी में प्रवेश की तैयारी कैसे करें, जानिए ऐसे आसान हो सकती आपकी राह

JEE Main 2022 जेआई मेन की परीक्षा में देश भर के लाखों छात्र भाग लेते हैं और हरेक छात्र का एक ही सपना होता है देश की सर्वश्रेष्ठ आइआइटी संस्थान में एडमिशन पाना। अगर आप प्लान कर पढ़ाई करें तो सफलता जरूर मिलेगी..

By Jitendra SinghEdited By: Published: Mon, 13 Dec 2021 03:02 PM (IST)Updated: Mon, 13 Dec 2021 03:02 PM (IST)
JEE Mains 2022 : आइआइटी में प्रवेश की तैयारी कैसे करें, जानिए ऐसे आसान हो सकती आपकी राह
JEE Mains 2022 : आइआइटी में प्रवेश की तैयारी कैसे करें, जानिए ऐसे आसान हो सकती आपकी राह

जमशेदपुर, जासं। जेईई मेन-2022 (JEE Main 2022) और जेईई एडवांस-2023 (JEE Advance 2023) के पाठ्यक्रम में संशोधन हो चुका है। इसके अभ्यर्थी भी परीक्षा की तैयारी में जुट गए हैं, लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि बदले पाठ्यक्रम के साथ परीक्षा की तैयारी कैसे की जाए कि इस कठिन परीक्षा को क्रैक कर सकें।

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नई शिक्षा नीति के अनुरुप है पाठयक्रम

जमशेदपुर के शिक्षाविद पशुपतिनाथ झा बताते हैं कि जेईई एडवांस-2023 का पाठ्यक्रम नई शिक्षा नीति-2020 के अनुरूप है। इसका उद्देश्य छात्रों के दबाव को कम करना है। इसमें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि जेईई मेन-2022 के पैटर्न या पाठ्यक्रम में कोई बदलाव नहीं होगा। ऐसे में अभ्यर्थियों या उम्मीदवारों को इसके बारे में चिंता करने की ज़रूरत ही नहीं है, बल्कि अपनी तैयारी और रिवीजन पर ध्यान दें। सिलेबस रिवीजन से तैयारी की रणनीति पर ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन परीक्षार्थी को अतिरिक्त दबाव महसूस हो सकता है। चूंकि यह एक अतिरिक्त कंपटीटिव या प्रतिस्पर्धी माहौल को भी जन्म देगा, इसलिए तैयारी से अपना ध्यान नहीं भटकाना चाहिए।

चार सत्र में होगी जेईई मेन परीक्षा

जेईई मेन की परीक्षा जनवरी, फरवरी, मार्च व अप्रैल में चार सत्रों में आयोजित की जाएगी। सभी परीक्षार्थी को बेहतर पर्सेंटाइल और रैंक हासिल करने के लिए सभी सत्रों में बेहतर करने पर ध्यान देना चाहिए। पिछले साल के जेईई मेन की परीक्षा के बाद छात्रों की प्रतिक्रिया से पता चला कि कुछ ने इसे कठिन और लंबा पाया, अन्य ने पिछले वर्ष की मुख्य परीक्षा के बराबर कठिनाई का स्तर पाया। इस प्रकार, हमेशा थ्योरीटिकल व फैक्ट कंटेंट आधारित प्रश्नों को पहले हल करें और फिर उन प्रश्नों को हल करें, जिनमें गणना या कैलकुलेशन की आवश्यकता होती है।

ऑनलाइन मॉक टेस्ट का प्रयास करें

कठोर रिवीजन और कई मॉक टेस्ट का प्रयास करने से उन्हें विषयों और अवधारणा स्पष्टीकरण के साथ पूरी तरह से मदद मिलेगी और उन्हें जेईई मेन्स परीक्षा के वर्तमान रुझान और पैटर्न के साथ अच्छी तरह से अपडेट रखा जाएगा। मॉक टेस्ट लेना और वास्तविक समय का विश्लेषण करना काफी उपयोगी पाया गया है। छात्र गलतियों से सीखते हैं, इसलिए डी-डे पर उन्हें दोहराने से बचते हैं।

व्यवस्थित रिवीजन प्लान

रिवीजन के लिए एक व्यवस्थित प्लान बनाएं और अपनी विषयवार अवधारणा स्पष्टता का परीक्षण करने के लिए इसका सख्ती से पालन करें। उचित रिवीजन प्लान के प्रति व्यवस्थित दृष्टिकोण छात्रों को सफल होने में मदद करेगा।

समय प्रबंधन पर ध्यान दें

हमेशा से हर परीक्षा की तरह इसमें भी समय प्रबंधन का ख्याल रखना है। उपलब्ध समय को ध्यान में रखते हुए अपने अध्ययन की योजना बनाएं। अध्ययन करते समय मुख्य बिंदुओं को नोट करने की आदत बनाएं, जिससे आपको बाद में त्वरित संशोधन में मदद मिलेगी। समय प्रबंधन के साथ सही रणनीति परीक्षा परिणाम तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसलिए पेपर के स्तर के अनुकूल होने के लिए पर्याप्त अभ्यास करें और तुरंत कार्य करें।

प्रतिष्ठित स्रोत का अनुसरण करें

एनसीईआरटी की किताबों से तैयारी शुरू करें, क्योंकि वे दोनों परीक्षाओं के लिए एक अच्छा वैचारिक आधार और समझने में आसान होती हैं। पिछले दिनों जमशेदपुर के रवींद्र भवन में आइएएस सेमिनार हुआ था, उसमें भी आइएएस टॉपर्स ने एनसीईआरटी की पुस्तकों को प्राथमिकता देने की बात कही थी। प्रतिष्ठित स्रोत से प्रश्न बैंकों का पालन करें और उन्हें प्रतिष्ठित तरीके से हल करें जो कुशल अभ्यास में मदद करेगा।

हर शंका का समाधान करें

शिक्षकों, मार्गदर्शकों व साथियों से हमेशा अपनी शंकाओं को दूर करें और प्रश्न पूछने में कभी संकोच न करें। कभी-कभी स्मार्ट वर्क कड़ी मेहनत पर हावी हो जाता है और रणनीतिक रूप से तैयारी करने से साथियों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन सुनिश्चित होता है। नियमित अभ्यास से प्रश्नों के प्रति अनुकूलनशीलता और त्वरित प्रतिक्रिया आती है और इसलिए रिवीजन में उपलब्ध समय का अधिकतम लाभ उठाने से बेहतर स्कोर करने में मदद मिलती है।

बार-बार रिवीजन करें

कांसेप्ट को अच्छी तरह समझने के लिए बार-बार रिवीजन करें। स्व-लिखित नोट्स बनाने से फॉर्मूले, टिप्स और ट्रिक को याद रखने में मदद मिलती है। जेईई की तैयारी के दौरान ये बहुत मददगार होते हैं और इसे रिवीजन करना आसान होता है। आराम करने या आराम करने के लिए कुछ समय लेने से मस्तिष्क भी सीखी हुई चीजों को अपनी उंगलियों पर याद करने के लिए तैयार हो जाता है। शांत रहें, लेकिन फोकस न खोएं, क्योंकि जेईई की सफलता में स्वभाव एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।


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