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गलती के एवज में दो कर्मियों से एक लाख की वसूली करेगा वर्कर्स कॉलेज प्रबंधन

वर्कर्स कॉलेज में सत्र 2019-21 में जैक से बिना अनुमति सीट से अधिक इंटर में नामांकन लिए जाने का खामियाजा कॉलेज के एक कर्मचारी व इंटर समन्वयक को भुगतना पड़ सकता है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 14 Jan 2020 06:18 AM (IST)Updated: Tue, 14 Jan 2020 06:18 AM (IST)
गलती के एवज में दो कर्मियों से एक लाख की वसूली करेगा वर्कर्स कॉलेज प्रबंधन
गलती के एवज में दो कर्मियों से एक लाख की वसूली करेगा वर्कर्स कॉलेज प्रबंधन

वेंकटेश्वर राव, जमशेदपुर : वर्कर्स कॉलेज में सत्र 2019-21 में जैक से बिना अनुमति सीट से अधिक इंटर में नामांकन लिए जाने का खामियाजा कॉलेज के एक कर्मचारी व इंटर समन्वयक को भुगतना पड़ सकता है। कॉलेज के इंटरमीडिएट फंड से 1,07,200 निकासी कर जैक के खाते में भेजा गया है। दरअसल, इंटरमीडिएट के रजिस्ट्रेशन कार्य के दौरान यह पाया गया कि वर्कर्स कॉलेज में 158 छात्रों का अधिक नामांकन विभिन्न संकायों में हो गया है। इस कारण इन छात्रों का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है। वर्कर्स कॉलेज को सभी संकायों में 512 सीट पर ही नामांकन की अनुमति थी। बावजूद इंटर समन्वयक और एक कर्मचारी ने 158 छात्रों का नामांकन ले लिया। जब इन छात्रों का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा था, तब कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. एके मेहता ने जैक सचिव से संपर्क साधा। छात्र हित में निर्णय लेने की मांग की। कॉलेज के अनुरोध पर जैक सशर्त मान गया। जैक ने कॉलेज प्रबंधन को बताया कि 20 जनवरी तक तिथि का विस्तार किया गया है। लेकिन प्रति छात्र 500 रुपये विलंब शुल्क और रजिस्ट्रेशन शुल्क 300 रुपये देय होगा। यानी कॉलेज को प्रति छात्र 800 रुपये देना होगा। इसके बाद 158 छात्रों के कुल एक लाख सात हजार रुपये भुगतान को लेकर माथा पच्ची शुरू हुई। शिक्षकों ने कहा कि राशि अगर छात्रों से वसूली गई तो हंगामा हो सकता है। अंतत: प्रिंसिपल व बर्शर ने इंटरमीडिएट फंड से 1,07, 200 रुपये की निकासी की और जमा कर दिया। राशि इंटरमीडिएट फंड की थी, इसलिए जैक से अनुमति भी लेनी पड़ती है। स्थानीय विधायक व जिला शिक्षा पदाधिकारी को भी सूचना देनी पड़ती है। पर कालेज प्रबंधन ने ऐसा नहीं किया। अब कॉलेज प्रबंधन इसके लिए जिम्मेदार लोगों से राशि वसूलने की तैयारी में है। कोट --

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पहले तो छात्रों के भविष्य पर ध्यान रखा गया। इसके बाद इस गलती की जिम्मेदारी तय की जा रही है। जिम्मेदारी तय होने के बाद राशि वसूली की प्रक्रिया प्रारंभ होगी। फिलहाल मामले की जांच तीन सदस्यीय समिति कर रही है।

- डॉ. एके मेहता, प्रिंसिपल, जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज, मानगो।


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