जमशेदपुर में यूनियन नेता ने किया आह्वान - प्रमुख कंपनियों के मजदूर भी हों आंदोलन में शामिल
केंद्र सरकार के मजदूर विरोधी कार्यों के विरोध में रेलवे बैंक माइंस किसान वर्ग उद्योगों से जुड़े मजदूर एवं छोटे- छोटे दुकानदार समेत कुल दस महत्वपूर्ण संगठनों के आह्वान पर हड़ताल की जा रही है। इस बीच टाटा मोटर्स कान्वाई चालकों के नेता ज्ञानसागर प्रसाद ने इंटक के मजदूर...
जमशेदपुर,जागरण संवाददाता। 26 नवंबर गुरुवार को पूरे देश में केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ आंदोलन का शंखनाद किया गया है। केंद्र सरकार के मजदूर विरोधी कार्यों के विरोध में रेलवे, बैंक ,माइंस, किसान वर्ग, उद्योगों से जुड़े मजदूर एवं छोटे- छोटे दुकानदार समेत कुल दस महत्वपूर्ण संगठनों के आह्वान पर हड़ताल की जा रही है। इस बीच टाटा मोटर्स कान्वाई चालकों के नेता ज्ञानसागर प्रसाद ने इंटक के मजदूर नेताओं पर उंगली उठाई है। कहा है कि शहर में टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, न्यूवोको, टिमकेन, टीजीएस समेत कई प्रमुख कंपनियां हैं, जिसके मजदूर नेता भी इस आंदोलन में सक्रिय हैं।
बावजूद उनकी कंपनियों के मजदूर आंदोलन में शामिल नहीं होते हैं। ऐसे में इस बार उन कंपनियों के मजदूरों को भी इस आंदोलन में शामिल करना चाहिए। आगे कहा है कि इस हड़ताल को राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से सोनिया गांधी ने खुलकर समर्थन किया है। दावा किया गया है कि लगभग 25 करोड़ मजदूर इस हड़ताल में शामिल होंगे।
ज्ञानसागर ने बताया है कि शहर के मजदूर नेता राकेश्वर पांडेय, रघुनाथ पांडे, गुरमीत सिंह तोते, संजीव श्रीवास्तव, विजय यादव, विजय खान समेत कई इंटक के पदाधिकारी टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, टिनप्लेट, तार कंपनी, सीमेंट प्लांट, पावर प्लांट जोजोबेड़ा, ब्लूस्कोप, जेम्को, टिमकेन जैसी कंपनियों में निबंधित यूनियन चलाते हैं। उन नेताओं को इन इन कंपनियों के मजदूरों को भी इस हड़ताल में शामिल कराना होगा। पहले के आंदोलन में मात्र छोटे-छोटे ठेकेदार, छोटी कंपनियों के मजदूरों, ठेका मजदूरों, दुकानदारों ,टेंपो, बस पर काम करने वाले असंगठित मजदूरों को काम से रोका जाता रहा है। अगर ऐसा इस बार हुआ तो गलत होगा। ज्ञानसागर प्रसाद ने अपनी ओर से हड़ताल का समर्थन करने को कहा है।