स्मार्ट स्टेशन बनकर भी टाटानगर में सुविधाओं का टोटा
टाटानगर स्टेशन को इको स्मार्ट स्टेशन का दर्जा तो दे दिया गया है लेकिन सुविधाओं का टोटा है। क्लॉक रुम तक को आउटसोर्स कर दिया गया और अब ठेकेदार ने इसे बंद भी कर दिया।
जासं, जमशेदपुर : टाटानगर स्टेशन को इको स्मार्ट स्टेशन का दर्जा तो दे दिया गया है, लेकिन सुविधाओं का टोटा है। क्लॉक रुम तक को आउटसोर्स कर दिया गया और अब ठेकेदार ने इसे बंद भी कर दिया। वहीं एक नंबर प्लेटफार्म से चार-पांच नंबर प्लेटफार्म तक किसी यात्री को व्हील चेयर से जाने तक की सुविधा नहीं है। प्लेटफार्म नंबर चार-पांच में जो फुटओवर ब्रिज है उसके डिजाइन में भी खोट है। इस ब्रिज के कारण ट्रेन के आने पर यात्री पैदल भी उस मार्ग से नहीं जा सकते। यही नहीं, बरसात के दिनों में स्टेशन के शेड से पानी प्लेटफार्म पर गिरता है। बिजली की शार्ट सर्किट की घटनाएं भी अक्सर होती हैं। वहीं स्टेशन में प्रवेश के लिए भी कई द्वार हैं, जिससे कोई भी कभी भी टाटानगर स्टेशन में प्रवेश कर सकता है। टाटानगर स्टेशन में आगजनी की घटना हो जाए तो अग्निशमन विभाग की गाड़ियां भी प्लेटफार्म तक नहीं पहुंच पाएंगी। स्टेशन में बना लिफ्ट बार बार फंस जाता है जिससे यात्रियों को उसमें चढ़ने में भी डर लगता है। एस्केलेटर भी चलते चलते ही बंद हो जाता है।
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टाटानगर स्टेशन में ये सुविधाएं बढ़ेंगी
-टाटानगर स्टेशन में इफ्लूएंट ट्रीटमेट प्लांट वासिंग लाइन में मार्च तक लगेगा।
-स्टेशन परिसर में सार्वजनिक शौचालय बुकिंग काउंटर के समीप बनाया जाएगा।
-प्लेटफार्म व स्टेशन परिसर में डस्टबीन की संख्या बढ़ाई जाएगी।
-सेकेंड इंट्री बुकिंग काउंटर तक फुट ओवर ब्रिज का निर्माण होगा।
-सेकेंड इंट्री बुकिंग काउंटर अत्याधुनिक सुविधाओं से होगा लैश
- टाटानगर के प्रवेश द्वार पर बनेगा हैंगिग गार्डेन
-टाटानगर स्टेशन में बनेगा एम्यूजमेट हॉल।
-टाटानगर स्टेशन में पांच करोड़ की लागत से बनेगा नया फुट ओवर ब्रिज।