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Gangs of Jharkhand : जेल से भी आबाद है इनके अपराध की दुनिया, फरमान की अनदेखी का हश्र पूछिए मत, आप भी जानिए

Gangs of Jharkhand . दोनों के अपराध की दास्‍तान तो पूछिए मत। फरमान की अनदेखी का हश्र खौफनाक रहा है। जेल की सलाखे भी इनके कारोबार में बाधक नहीं बन पाई। जेल से ये अपने अपराध का कारोबार बखूबी चला रहे हैं।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Tue, 19 Jan 2021 08:55 PM (IST)Updated: Wed, 20 Jan 2021 08:23 AM (IST)
Gangs of Jharkhand :  जेल से भी आबाद है इनके अपराध की दुनिया, फरमान की अनदेखी का हश्र पूछिए मत, आप भी जानिए
जमशेदपुर का गैंगस्‍टर अखिलेश सिंह और पलामू का सुजीत सिन्‍हा।

जमशेदपुर, जेएनएन। Gangs of Jharkhand दोनों अपराध की दुनिया के सुपरिचत नाम है। अपराध की दास्‍तान तो पूछिए मत। दोनों के फरमान की अनदेखी का हश्र खौफनाक रहा है। पुलिस की नाकों में दम करनेवाले बड़ी मशक्‍कत से पुलिस के शिकंजे में फंसे और जिंदगी जेल की सलाखों के पीछे कट रही है। लेकिन जेल की सलाखे भी इनके कारोबार में बाधक नहीं बन पाई। जेल से ये अपने अपराध का कारोबार बखूबी चला रहे हैं। इनके आदेश का तामिला इनके शागिर्द करा रहे हैं और पुलिस भी हलकान है। 

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 झारखंड के जमशेदपुर का अखिलेश सिंह और पलामू का सुजीत सिन्‍हा। दोनों जेल से भी अपने कारोबार को विस्‍तार देने की जिद्दोजहद जारी रखे हुए है। एक-दूसरे के इलाके में घुसपैठ की कोशिश ने दोनों को जानी दुश्‍मन भी बना दिया है। दोनों मोहरे गढ़ रहे हैं और एक-दूसरे की टीम में सेंधमारी भी कर रहे हैं। यही वजह रही कि  बिहार के बक्‍सर इलाके मूल निवासी जमशेदपुर के गैंगस्‍टर अखिलेश सिंह की हत्या की उसके ही गुर्गे बिहार के बक्सर जिले के ही निवासी सुधीर दुबे ने योजना बना डाली।

अभी जमानत पर है सुधीर

सुधीर  कुछ माह पहले तक घाघीडीह जेल में बंद था। अभी जमानत पर है। उसने अपनी योजना को अंजाम तक पहुंचाने के लिए एक एके -47 और चार पिस्तौल (दो बरेटा एवं 200 जेड कंपनी)  नागालैंड से साढ़े तीन-तीन लाख रुपये में मंगाया। यह खुलासा किसी और ने नहीं ,गैंगस्टर सुजीत सिन्हा ने ही परसुडीह थाना की पुलिस टीम को पूछताछ में दी। पुलिस उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही थी। 

सुधीर दुबे बक्सर के ढकाइच का निवासी

सुधीर दुबे बिहार के बक्सर जिले के कृष्णाब्रम्हा थाना क्षेत्र के ढीया-एकाईच का निवासी है। सोनारी निवासी अमित राय की हत्या में पुलिस ने उसे भोजपुर शाहपुर से 24 दिसंबर 2016 को गिरफ्तार किया था। 17 अक्टूबर को 2019 को हजारीबाग जेल से वह रिहा हुआ था। अमित राय की हत्या में उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। इसमें वह अपील के आधार पर जमानत पर है। सेवानिवृत जज आरपी रवि पर साकची जेल चौक पर फायरिंग, अमित राय पर साकची में फायरिंग, सोनारी में हत्या समेत अन्य मामले दर्ज हैं। अखिलेश सिंह भी मूल रूप से बक्सर जिले के सिमरी थाना के नगवा धनंजयपुर गांव का निवासी है। 

एक दर्जन आपराधिक मामलों में आरोप‍ित है सुधीर 

सुधीर दुबे के खिलाफ जमशेदपुर के सोनारी निवासी अमित सिंह की हत्या, साकची में अमित सिंह पर फायरिंग समेत एक दर्जन आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह अखिलेश सिंह का करीबी था, लेकिन जेल से रिहाई के बाद उसके तेवर बदल गए। 

सुजीत ने दी थी चौंकानेवाली जानकारी

जेल में बंद पलामू निवासी गैंगस्टर सुजीत सिन्हा के जेल से गैंग संचालित करने, हत्या की योजना बनाने और रंगदारी वसूली मामले में परसुडीह थाना की पुलिस को जानकारी दी थी। उसके खिलाफ सीआइडी के डीएसपी अनिमेष गुप्ता ने वर्ष 2019 के नवंबर में परसुडीह थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। तीन दिन की रिमांड में सुजीत सिन्हा ने झारखंड  के अपराध जगत से जुड़े आपराधिक गिरोह और अपने गिरोह के संबंध में कई जानकारी पुलिस को दी थी। इसमें दुमका जेल में बंद अखिलेश सिंह की हत्‍या की योजना से जुड़ी जानकारी अहम रही। अखिलेश को 11 अक्टूबर 2017 को गुरुग्राम से जमशेदपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

ये हैं सुजीत सिन्हा गिरोह के सदस्य 

सुजीत सिन्हा के गिरोह में कृणाल सिंह, सोनू सिंह, विकास सिंह, सेंटी उर्फ अभिजीत सिंह, अमन साव, विशाल सिंह, साहिल मलिक, बबलू खान, हरि तिवारी, मुकेश कुमार, आशीष साहू, शोएब अंसारी, रिजवान अंसारी, प्रदीप तिवारी, इमरान  उर्फ साहिल, बबलू अंसारी और प्रदीप तिवारी शामिल हैं। ये सुजीत की योजना को अमलीजामा पहनाते हैं।


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