जो करूं मेरी मर्जी... इस स्कूल में बीपीएल बच्चों के नामांकन के लिए भी देनी पडती है फीस
बीपीएल बच्चों का एलकेजी में नामांकन के लिए एक बच्चे से 3056 रुपया फीस लिया गया है जबकि बीपीएल बच्चों की फीस का भुगतान सरकार करती है। इस स्कूल द्वारा बीपीएल छात्रों के नामांकन के लिए एलकेजी में एकमुश्त राशि एडमिशन फीस के रूप में ली जा रही है।
जमशेदपुर, वेंकटेश्वर राव। निजी स्कूल अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं। बीपीएल बच्चों के नामांकन में भी शुल्क वसूला जा रहा है, जो पूरी तरह सरकारी नियमों के विपरीत है। इसकी शिकायत शिक्षा विभाग तक पहुंच चुकी है। शहर के चिन्मया साउथपार्क विद्यालय ने यह कारनामा कर दिखाया है।
बीपीएल बच्चों का एलकेजी में नामांकन के लिए एक बच्चे से 3056 रुपया फीस लिया गया है, जबकि बीपीएल बच्चों की फीस का भुगतान सरकार करती है। सिर्फ यही नहीं इस स्कूल द्वारा बीपीएल छात्रों के नामांकन के लिए एलकेजी में एकमुश्त राशि एडमिशन फीस के रूप में ली जा रही है। यह राशि दो-तीन हजार रुपए तक छात्रों के आय प्रमाण पत्र के आधार पर ली जा रही है। निजी स्कूलों द्वारा 50 से 100 रुपए डायरी व आइकार्ड के मद में लिए जाने की बात कई बार सुनी गई, लेकिन यह पहली बार है कि इस स्कूल द्वारा डंके की चोट पर एक मुश्त वार्षिक शुल्क बीपीएल बच्चों के नामांकन में लिया जा रहा है।
हम एक ही बार शुल्क लेते हैं : सचिव
चिन्मया साउथपार्क विद्यालय के सचिव शिव प्रसाद ने कहा कि हमें बीपीएल बच्चों को पढ़ाने के एवज में कुछ नहीं मिलता है। इस कारण हम एक साथ छात्रों से वार्षिक शुल्क लेते हैं। इस राशि का निर्धारण छात्रों के आय प्रमाण पत्र एवं अन्य जांच के आधार पर किया जाता है। इस तरह के शुल्क के बारे में फैसला जमशेदपुर अनएडेड स्कूल एसोसिशन सहमति से लिया गया है।
साक्ष्य के आधार पर विद्यालय पर होगी कार्रवाई : डीएसई
पूर्वी सिंहभूम जिला के शिक्षा अधीक्षक (डीएसई) विनीत कुमार ने कहा कि साक्ष्य के आधार पर इस स्कूल पर कार्रवाई होनी तय है। शिकायत विभाग तक पहुंची है। यह पहला स्कूल है जिसने इस तरह का कार्य किया है। सरकार के आदेश के विपरीत यह कार्य है। स्कूल को जल्द ही नोटिस भेजा जाएगा।