दोमुहानी में मुर्गा पाड़ा के पहले दिन भिड़े 160 जोड़े मुर्गे
झारखंड सास्कृतिक कला केंद्र सोनारी के तत्वावधान में सोमवार को दोमुहानी संगम के निकट दो दिवसीय मुर्गा पाड़ा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
जासं, जमशेदपुर : झारखंड सास्कृतिक कला केंद्र सोनारी के तत्वावधान में सोमवार को दोमुहानी संगम के निकट दो दिवसीय मुर्गा पाड़ा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें पहले दिन 160 जोड़े लड़ाकू मुर्गो ने दम दिखाया। इस दौरान लोगों ने मुर्गो पर हजारों रुपये दाव पर लगाए। इसमें शहर के अलावा पटमदा, पोटका, जादूगोड़ा, चांडिल, आदित्यपुर, सरायकेला समेत आसपास के लोग अपने मुगरें को लड़ाने पहुंचे। पाड़ा में जीतने वाले मुर्गे के मालिक को हारने वाला मुर्गा बतौर इनाम मिला।
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पूर्व मंत्री व पूर्व मंत्री ने भी लगाया दाव
मुर्गा पाड़ा में ईचागढ़ के पूर्व विधायक साधुचरण महतो ने भी दाव लगाया। उन्होंने भी मुगरें को लड़वाया। पूर्व विधायक साधुचरण महतो के साथ पूर्व मंत्री दुलाल भुइयां और जदयू के शैलेंद्र महतो भी शामिल हुए।
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लाल..लाल..धोबो.धोबो की गूंज
लाल.लाल.धोबो..धोबो..की आवाज पाड़ा में गूंजती रही। लोग रंगों के आधार मुर्गो पर दांव लगा रहे थे। कुछ मिनट की लड़ाई में फैसला हो रहा था। हारने वाले मुर्गा पाड़ू कहा जाता है। जीतने वाले मुर्गे का मालिक हारने वाले पाड़ू मुर्गे को साथ ले जाता है। सो, लोग मुर्गे के रंग के आधार पर दांव लगा रहे थे।
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तीनों पुरस्कार कमेटी के पास
पाड़ा में कमेटी की ओर से तीन मुर्गो पर पुरस्कार रखा गया था, जिसमें पहला पांच हजार, दूसरा तीन और तीसरा दो हजार रुपये नकद था। प्रतियोगिता में तीनों पुरस्कार कमेटी के पास ही रह गया। पहले पुरस्कार वाले मुर्गे के साथ घाटशिला के रवि ने अपने मुर्गे को लड़ाया, जबकि दूसरे वाले के साथ जादूगोड़ा के विजय और तीसरे पुरस्कार वाले मुर्गे के साथ रूपनगर, सोनारी के निवास ने अपना मुर्गा लड़ाया। तीनों को कमेटी के मुर्गो ने पराजित किया।