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इस वर्ष नहीं निकलेगा मुहर्रम का अखाड़ा जुलूस

शोहदा-ए-कर्बला कमेटी की ओर से आयोजित बैठक में निर्णय लिया गया कि इस वर्ष कोरोना महामारी के मद्देनजर मुहर्रम अखाड़ा जुलूस व ताजिया नहीं निकाला जाएगा। मंगलवार को हुई बैठक में जुगसलाई किताडीह मखदमपुर बिष्टुपुर सोनारी गोलमूरी धातकीडीह शास्त्रीनगर बर्मामाइंस आदि क्षेत्रों के अनुज्ञप्तिधारी खलीलफा एवं पदाधिकारियों शामिल हुए।

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Aug 2020 11:34 PM (IST)Updated: Tue, 25 Aug 2020 11:34 PM (IST)
इस वर्ष नहीं निकलेगा मुहर्रम का अखाड़ा जुलूस
इस वर्ष नहीं निकलेगा मुहर्रम का अखाड़ा जुलूस

जासं, जमशेदपुर : शोहदा-ए-कर्बला कमेटी की ओर से आयोजित बैठक में निर्णय लिया गया कि इस वर्ष कोरोना महामारी के मद्देनजर मुहर्रम अखाड़ा जुलूस व ताजिया नहीं निकाला जाएगा। मंगलवार को हुई बैठक में जुगसलाई, किताडीह, मखदमपुर, बिष्टुपुर, सोनारी, गोलमूरी, धातकीडीह, शास्त्रीनगर, बर्मामाइंस आदि क्षेत्रों के अनुज्ञप्तिधारी, खलीलफा एवं पदाधिकारियों शामिल हुए।

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बैठक की शुरुआत कुरआन-ए-पाक तिलावत से मौलाना कारी कलीम कैसर ने की। अध्यक्षता मौलाना मोतीउल्लाह हबीबी ने की जबकि संचालन शोहदा-ए-कर्बला कमेटी के महासचिव अब्बास अंसारी ने किया। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में हाजी हिदायतुल्लाह खान शामिल हुए। जिसमें वैश्विक महामारी कोरोना-19 के दौर में सर्वसम्मती से निर्णय लिया गया कि इस वर्ष मुहर्रम अखाड़ा जुलूस व ताजिया नहीं निकाला जाएगा।

यौम-ए-आशूरा मोहर्रम के दिन शाम सात से आठ बजे के बीच मुकामे कर्बला में हर समिति के पांच से दस सदस्य जाकर अपनी धार्मिक रीति-रिवाज को अंजाम देंगे। सभी अखाड़ों के केवल इमामबाड़ा में शारीरिक दूरी बनाकर फातिहाख्वानी होगी और अलम (झंडा) चढ़ाया जाएगा। मोहर्रम के 9वीं एवं 10वीं को रोजा रखेंगे और अपने-अपने घरों में कुरआन-ए-पाक की तिलावत करेंगे। साथ ही साथ बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि किसी तरह का ढोल-ताशा नहीं बजायेंगे केवल माईक से शहीदी बजेगा।

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हिदायतुल्लह बने सेंट्रल मुहर्रम अखाड़ा समिति का संरक्षक

बैठक में मौलाना मोतीउल्लाह हबीबी के प्रस्ताव के बाद सेंट्रल मोहर्रम अखाड़ा समिति का गठन किया गया। सर्वसम्मती से हाजी हिदायतुल्लाह खान को समिति का संरक्षक बनाया गया। साथ ही सात सदस्यीय संयोजक मंडली का भी गठन किया गया जिसमें अनवर अली (धातकीडीह), अब्बास अंसारी (जुगसलाई), इब्राहिम अब्दुलाह उर्फ मुन्ना (गोलमुरी), एसके सलाउद्दीन (किताडीह), आफताब आलम खान (शास्त्रीनगर), फखरूद्दीन अंसारी (मानगो), मनव्वर हुसैन (मखदमपुर) एवं सरपरस्त के रूप में डॉ. नुरूज्जमा खान, पूर्व विधायक हसन रिजवी, मो. नसीम, बदरूल आलम, रौनक अली को शामिल किया गया।


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