जिले के 55 मछुआरों को मिलेगा वेदव्यास आवास, मिली स्वीकृति
मछली पालन से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने के लिए सरकार मछुआरों को वेदव्यास आवास दे रही है।
जासं, जमशेदपुर : मछली पालन से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने के लिए सरकार मछुआरों को पक्का आवास दे रही है। इसी के तहत सोमवार को जिला मुख्यालय में पूर्वी सिंहभूम जिला के मछुआरों के लिए स्वीकृत 55 आवासों के लिए लाभुक का चयन किया गया।
मछुआरों को दिए जाने वाले वेदव्यास आवास के लिए जिले के 137 मत्स्य किसानों ने आवेदन दिया था। इन आवेदनों में से 55 योग्य लाभुकों का चयन किया गया। जिला मुख्यालय में सोमवार को उप विकास आयुक्त बी महेश्वरी की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें वित्तीय वर्ष 2019-20 में मत्स्य विभाग द्वारा मछुआरों को दिए जाने वाले वेदव्यास आवास के अद्यतन प्रगति की समीक्षा करने के बाद आवेदन के आधार पर 55 योग्य लाभुक का चयन किया गया है। मौके पर उप विकास आयुक्त ने जिला मत्स्य पदाधिकारी को निर्देश दिया कि इन आवेदनों की जाच पड़ताल व आवश्यक कागजात की जाच कर नियमानुसार कार्रवाई करना सुनिश्चित करें।
आवास के लिए पूरे जिले से कुल 137 मछुआरों ने आवेदन दिए थे। इसके विरूद्ध प्रखंड वार चयनित लाभुकों की सूची में बोड़ाम प्रखंड से 25, बहरागोड़ा में 15, पोटका प्रखंड में दो और पटमदा प्रखंड में 14 लाभुकों का चयन किया गया। इन लाभुकों को वेदव्यास आवास निर्माण के लिए प्रति लाभुक एक लाख 20 हजार की राशि दी जाएगी। मत्स्य विभाग मत्स्य व्यवसाय से जुड़े लोगों को आवास की सुविधा देती है। पिछले वित्तीय वर्ष 2018-19 में जिले में कुल 94 वेदव्यास आवास की स्वीकृति मिली थी, जो इस वर्ष घटकर 55 पहुंच गई।