India Lockdown : अब जिला प्रशासन के आदेश पर टिकी कंपनियों की नजर Jamshedpur News
21 अप्रैल से कुछ कंपनियों को खोलने को लेकर बात चल रही है लेकिन इस मामले को लेकर अंतिम फैसला स्थानीय व जिला प्रशासन को लेना है।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। अब जिला प्रशासन के आदेश पर शहर की कंपनियों की नजर जा टिकी है। आदेश मिलने के बाद ही टाटा स्टील, टाटा मोटर्स समेत अन्य कंपनियों में उत्पादन शुरू हो सकेगा। इसके पूर्व 15 अप्रैल को कंपनियों को खुलने की उम्मीद जताई जा रही थी, लेकिन प्रधानमंत्री द्वारा लॉकडाउन-2 की घोषणा के साथ ही योजना स्थगित कर दी गई।
इधर, फिर सरकार के आदेश के तहत ही 21 अप्रैल से कुछ कंपनियों को खोलने को लेकर बात चल रही है, लेकिन इस मामले को लेकर अंतिम फैसला स्थानीय व जिला प्रशासन को लेना है। 20 अप्रैल तक यदि कोल्हान में कोरोना को लेकर कोई मामला नहीं आता है तो कंपनियों को खुलने की उम्मीद बढ़ जाएगी।
यह है कंपनी चलाने की तैयारी
♦शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए जहां विभाग में 20 कर्मचारी काम करते थे वहां चार से पांच कर्मचारियों को ही ड्यूटी पर बुलाया जाना है।
♦कंपनी के अंदर बॉडी डिसइंफेक्शन चैंबर जरूरी। सभी कर्मचारियों को एक समान काम मिल सके, इसके लिए रोटेशन के आधार पर कर्मचारियों को काम देने की सूची तैयार की गई है।
♦ कंपनी की दो प्रमुख मेन गेट व कैंटीन गेट को ही खोला जाएगा। एक साथ दूरी बनाकर पांच-पांच कर्मियों को ही कंपनी के अंदर प्रवेश करना है।
♦ कंपनी में योगदान देने से पूर्व कर्मचारियों को स्वास्थ्य संबंधित आवश्यक जानकारियां उपलब्ध करानी हैं। कर्मी अपने पाली प्रमुख के पास रिपोर्ट करेंगे।
♦ कर्मचारी के परिवार में किसी सदस्य को सर्दी, खांसी, बुखार रहने पर कर्मचारी को उसकी सूचना देना अनिवार्य है।
♦ बस में सवार होने से पहले बस वार्डेन द्वारा प्रदान किए गए लिक्विड द्वारा अपने हाथों को साफ करना है।
♦ काम के दौरान कम से कम एक मीटर की दूरी बनाकर रहें
♦ बस के हैंड रेल, ¨वडो शटर आदि को नहीं छूना है।
अभी तक कोई पत्र नहीं : डीएलसी
उप श्रमायुक्त राजेश प्रसाद के मुताबिक कंपनी चलाने संबंधित कोई पत्र उन्हें नहीं मिला है। जिला प्रशासन की ओर से पत्र मिलने के बाद ही उस पर कोई पहल की जाएगी। कंपनी चलाने के लिए सभी तरह के सरकारी मापदंड का अनुपालन आवश्यक होना चाहिए। कंपनी चलाने के लिए नियम-शर्तो का पूरी तरह पालन होना चाहिए। इन सभी तरह के विंदुओं पर कमेटी की ओर से निर्णय लिया जाएगा।
टाटा मोटर्स खुलने को तैयार, कर्मी कर रहे इंतजार
टाटा मोटर्स कंपनी खोलने की पूरी तैयारी है, लेकिन अब सब जिला प्रशासन के आदेश पर निर्भर करता है। सरकार की जो भी गाइडलाइन होगी उसका अक्षरश: पालन किया जाएगा। कोविड-19 को लेकर कर्मचारियों की थर्मल जांच की व्यवस्था है। कर्मचारियों के लिए मॉस्क अनिवार्य किया गया है तो सभी जगह सैनिटाइज की गई है। कैंटीन में खाने के समय एक निश्चित दूरी पर बैठना है। - टाटा मोटर्स प्रबंधन।
श्रमिक नहीं आएंगे तो कहां से देंगे वेतन : आलोक चौधरी
सरकार फैक्ट्री खोलने का आदेश दे भी देती है, तो फैक्ट्री खोलना मुश्किल है। जब श्रमिक ही नहीं आएंगे तब हम वेतन कहां से देंगे। यह कहना है उद्यमी सह जमशेदपुर चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष आलोक चौधरी का। उन्होंने बताया कि मेरी फैक्ट्री में स्थानीय के अलावा ओडिशा के भी श्रमिक काम हैं। ऐसी स्थिति में फैक्ट्री चालू करना मुश्किल है। यदि मान लें कि किसी तरह फैक्ट्री चालू भी कर भी लेते हैं, तब रॉ मैटेरियल बाहर से मंगाने में परेशानी होगी। फिलहाल फैक्ट्री खुलने की कोई गुंजाइश नजर नहीं आ रही है।
अब तक न सरकार का आदेश आया न टाटा मोटर्स का : कृपाल
शहर के उद्यमी कृपाल सिंह का कहना है कि हमलोग टाटा मोटर्स के साथ चलते हैं। जहां तक 21 अप्रैल से फैक्ट्री खोलने की बात चल रही है तो अब तक उन्हें न टाटा मोटर्स से आर्डर मिला है, ना सरकार से किसी तरह का आदेश आया है। आदेश मिलने के बाद स्थानीय श्रमिकों को बुलाकर कंपनी को चालू कराया जा सकता है।