झाविमो ने डॉ. आंबेडकर के नाम से किया बाजार का नामकरण
जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति द्वारा भालूबासा पुल के पास निर्मित बाजार का नामकरण मंगलवार को झारखंड विकास मोर्चा की ओर से डॉ. भीमराव आंबेडकर के नाम से कर दिया गया।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति द्वारा भालूबासा पुल के पास निर्मित बाजार का नामकरण मंगलवार को झारखंड विकास मोर्चा की ओर से डॉ. भीमराव आंबेडकर के नाम से कर दिया गया। इस मौके पर झाविमो के केंद्रीय महासचिव अभय सिंह ने कहा कि शहर के कई बाजार सरकार की जमीन पर बने हैं। नौकरशाहों के नाम पर संजय मार्केट, शालिनी मार्केट, गोलमुरी में तो भाजपा के लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम से रघुवर मार्केट बना दिया है। इस तरह भालूबासा बाजार का नामकरण भी व्यक्तिवादी राजनीति के तहत मुख्यमंत्री के नाम से करने की साजिश रची जा रही थी। इसी के मद्देनजर झाविमो ने पहले ही इसका नामकरण कर दिया। उन्होंने कहा कि जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति ने भले ही यह दुकानें बनाई हैं, पर इस बाजार पर मुख्यमंत्री के इर्द-गिर्द रहने वालों की नजर है। इसकी जांच होनी चाहिए कि क्या इन दुकानों का आवंटन आसपास के बेरोजगार नौजवानों को मिला है कि नहीं। आवंटन में भारी गड़बड़ी हुई है। उन्होंने मांग की कि यह सुनिश्चित होना चाहिए कि केवल भालूबासा के आसपास के नौजवानों को दुकान मिले। इसकी भी जांच होनी चाहिए कि भाजपा के कितने कार्यकर्ता, नेता व प्राथमिक सदस्यों को ये दुकानें आवंटित हुई हैं और किस आधार पर आवंटन हुआ है। उन्होंने कहा कि झाविमो की उपायुक्त और सरकार से मांग है कि उक्त बाजार का नामकरण स्थायी रूप से डॉ. भीमराव आंबेडकर के नाम से करें। इस अवसर पर झाविमो कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी कर लोगों को लड्डू भी खिलाए। कार्यक्रम में ताराचंद कालिंदी, राजेश मुखी, चेतन मुखी, चतुरदास, विद्युत साव, सत्येंद्र पासवान, कुशन दीक्षित, अनूप सिंह, अमित सिंह, गोविंद ठाकुर, जटाशकर पाडेय, रीना चौधरी, खुशी ओझा, कन्हैया पु्रष्टि, सरदार बंटी आदि शामिल थे।
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डर्टी पॉलिटिक्स से बाज आएं अभय : दिनेश
जासं, जमशेदपुर : भालूबासा चौक पर जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति द्वारा बनवाए जा रहे टिन शेड मार्केट का झाविमो के केंद्रीय महासचिव अभय सिंह ने मंगलवार को नामकरण किया और बैनर लगाकर मार्केट का नाम आंबेडकर मार्केट किया। इसे भाजपा ने डर्टी पॉलिटिक्स करार दिया है। जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार ने कहा कि वर्षो से दलितों और समाज के कमजोर वर्गो की सुध न लेने वाले झाविमो नेता अभय सिंह चुनावी मौसम में सक्रिय हो गए हैं। दलितों को वोट बैंक समझकर बाबा साहब के नाम का उपयोग कर सियासी रोटी सेंकना चाहते हैं। अनुसूचित जाति वर्ग के लिए सूबे की रघुवर सरकार ने अनेकों उल्लेखनीय योजनाएं प्राथमिकता से लागू की हैं। केवल वोट पाने की ओछी मानसिकता के साथ अभय सिंह ने बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के अमर पूज्य नाम का राजनीतिक दुरुपयोग किया है। सवाल पूछा कि काशीडीह स्थित एक निजी स्कूल समेत अन्य पैतृक संपत्तियों का नामकरण अपने परिवार के लोगों के नाम पर करने वाले व्यक्ति को यह अधिकार नहीं कि वे बाबा साहेब अंबेडकर के नाम का दुरुपयोग करें। जमशेदपुर अक्षेस के प्रोजेक्ट का नामकरण करने का अधिकार अभय सिंह को कदापि नहीं है। कानून और संविधान की अवमानना कर अंबेडकर के नाम का सियासी इस्तेमाल अनुचित है।