बिना आदेश के ही एक करोड़ 89 लाख रुपए निकालने का प्रयास, क्या था मामला जानिए
Jamshedpur News पूर्वी सिंहभूम जिला शिक्षा विभाग द्वारा अल्पसंख्यक शिक्षकों के अर्जित अवकाश का बकाया एक करोड़ 89 रुपए का विपत्र की निकासी का प्रयास बेकार हो गया। आनन-फानन में इस विपत्र को विभाग ने 31 मार्च को शाम छह बजे कोषागार में भेजा लेकिन यह पारित नहीं हो पाया।
जमशेदपुर, जासं। पूर्वी सिंहभूम जिला शिक्षा विभाग द्वारा अल्पसंख्यक शिक्षकों के अर्जित अवकाश का बकाया एक करोड़ 89 रुपए का विपत्र की निकासी का प्रयास बेकार हो गया। आनन-फानन में इस विपत्र को विभाग ने 31 मार्च को शाम छह बजे कोषागार में भेजा, लेकिन यह पारित नहीं हो पाया। इस मद में अलग से कोई आवंटन ही नहीं था और न ही इसकी निकासी का कोई आदेश था।
दरअसल, अल्पसंख्यक स्कूल के वेतन मद के लिए यह राशि अलग से आवंटित की गई थी। इस राशि में से ही अर्जित अवकाश की राशि निकालने का प्रयास हो रहा था, ताकि राशि लैप्स न हो। यह राशि अंतत: नहीं निकल पाई और लैप्स हो गई। अर्जित अवकाश की राशि निकालने के लिए निदेशक स्तर के पदाधिकारी का आदेश जरूरी होता है। ऐसा कोई आदेश नहीं था, इस कारण कोषागार ने इस पर आपत्ति दर्ज कर दी। अगर यह राशि निकल जाती तो नय बखेड़ा खड़ा होता। इधर, पीपुल्स अकादमी उच्च विद्यालय के पुस्तकालय मद की पांच लाख की राशि इस बार भी लैप्स हो गई। पिछले वित्तीय वर्ष 2019-20 में भी यह राशि लैप्स हुई थी। इस बार यह राशि लैप्स होने के विभागीय प्रक्रियाओं एवं सक्रियता पर सवाल उठने लगे हैं। इस मद में इस बार आवंटन मिलना मुश्किल हो गया है। दो बार इस राशि को विभाग द्वारा लैप्स कर दिया गया।
जानकारी से इन्कार
अर्जित अवकाश की राशि निकाले जाने के संबंध में क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक नारायण प्रसाद विश्वास ने बताया कि मेरे पास यह विपत्र यह काउंटर साइन होने के लिए आया था, मैंने यह मार्च समाप्ति के कारण जल्दबाजी में हस्ताक्षर कर दिया। इसके लिए आवंटन था या नहीं इसकी जानकारी मुझे नहीं है।