जमशेदपुर भारत का इकलौता शहर जहां सड़क पर पार्किंग की है खुली छूट, बस शुल्क अदा करें
Parking in Road on Jamshedpur. आपको विश्वास नहीं होगा पर है सोलह आने सही। जमशेदपुर देश का इकलौता शहर है जहां सरकार सड़क पर पार्किंग शुल्क वसूलती है। जबकि सुप्रीम कोर्ट का भी निर्देश है कि सड़क पर पार्किंग नहीं होनी चाहिए।
जमशेदपुर, जासं। सुप्रीम कोर्ट का भी निर्देश है कि सड़क पर पार्किंग नहीं होनी चाहिए। सड़क लोगों के चलने और वाहनों के लिए है। लेकिन जमशेदपुर में इसके उलट ना केवल सड़क पर पार्किंग होती है, बल्कि खुद सरकार यहां पार्किंग शुल्क वसूलती है।
इसकी बानगी देखनी हो तो आप साकची में जिला मुख्यालय आ जाएं। यहां उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी व वरीय पुलिस अधीक्षक से लेकर अनुमंडल दंडाधिकारी तक का कार्यालय है, लेकिन यहां खुलेआम मेन रोड पर कार-बाइक कतार से लगी रहती है। यहां शहर की प्रमुख नगर निकाय जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति का पार्किंग बोर्ड भी लगा हुआ है, जिसमें स्पष्ट लिखा है कि बाइक के लिए 10 रुपये और कार का पार्किंग शुल्क 20 रुपये लिया जाएगा। बोर्ड में यह भी लिखा है ‘दिन भर के लिए’। यह हाल उस जिला मुख्यालय परिसर का है, जहां कानून का पालन कराने के लिए दिशा-निर्देश दिए जाते हैं।
बिष्टुपुर व साकची भी शामिल
ऐसा नहीं है कि सिर्फ जिला मुख्यालय के पास यह स्थिति है, बल्कि बिष्टुपुर व साकची की तमाम सड़कों-गलियों में यह स्थिति देखने को मिल जाएगी। बिष्टुपुर मेन रोड पर फिल्म निर्माता-निर्देशक प्रकाश झा का पीएंडएम मॉल हाईटेक सिटी सेंटर है। उसके सामने बाइक की लंबी कतार देखने को मिल जाएगी। कुछ कारें भी रहती हैं। यह सड़क भी जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति की ओर से पार्किंग के लिए आवंटित की गई है, जहां बाकायदा पार्किंग ठेकेदार के कर्मचारी शुल्क वसूलते हैं। यहां का आलम तो ऐसा है कि सड़क के दूसरी ओर कंपनी क्वार्टर के सामने और आसपास की गलियों में बाइक-कार लगी रहती है। यहां वैसे लोग बाइक-कार लगाते हैं, जिन्हें या तो सड़क पर जगह नहीं मिलती है या पार्किंग शुल्क देने से बचना चाहते हैं। बिष्टुपुर की कुछ ऐसी सड़कों-गलियों में पार्किंग शुल्क वसूला जाता है, जिसकी आप कल्पना तक नहीं कर सकते।
उपायुक्त बार-बार दे रहे निर्देश
यह स्थिति तब है, जब उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी सूरज कुमार बार-बार निकाय के अधिकारियों को निर्देश देते हैं कि सड़क पर पार्किंग नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा है कि अब यहां सिर्फ समाहरणालय के कर्मचारी-अधिकारी ही गाड़ी लगाएंगे, बाहरी व्यक्ति नहीं। जो भी बाहरी व्यक्ति यहां बाइक-कार लगाएगा, उससे कड़ाई के साथ जुर्माना वसूला जाए। उपायुक्त ने निकाय अधिकारियों से कहा है कि वे बाहरी लोगों को जुबिली पार्क की पार्किंग में वाहन लगाने के लिए प्रोत्साहित करें।