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जमशेदपुर का फिर बजा दुनिया में डंका, इस संस्था को मिला इनोवेशन@कोविड19 पुरस्कार

डीईएफ व वर्ल्ड समिट अवार्ड्स ने दक्षिण एशिया स्तर पर आयोजित सातवें ई-एनजीओ चैलेंज अवार्डस में सामाजिक संस्था निश्चय फाउंडेशन को इनोवेशन एट कोविड19 अवार्ड से सम्मानित किया गया है। यह झारखंड के लिए गौरव की बात है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Thu, 03 Jun 2021 05:57 PM (IST)Updated: Thu, 03 Jun 2021 10:38 PM (IST)
जमशेदपुर का फिर बजा दुनिया में डंका, इस संस्था को मिला इनोवेशन@कोविड19 पुरस्कार
निश्चय फाउंडेशन को इनोवेशन एट कोविड19 अवार्ड से सम्मानित किया गया है।

जमशेदपुर, जासं। डीईएफ व वर्ल्ड समिट अवार्ड्स ने दक्षिण एशिया स्तर पर आयोजित सातवें ई-एनजीओ चैलेंज अवार्डस में सामाजिक संस्था निश्चय फाउंडेशन को इनोवेशन एट कोविड19 अवार्ड से सम्मानित किया गया है। यह झारखंड के लिए गौरव की बात है।

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संस्था ने लॉकडाउन के दौरान जमशेदपुर समेत पूर्वी सिंहभूम जिले में किशोरियों व महिलाओं को राहत पहुंचाने के लिए सैनिटरी पैड का वितरण किया था। इसमें भारत के अलावा पाकिस्तान, अफगानिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश व नेपाल से आए लगभग 68 प्रविष्टियों में चुना गया। निश्चय फाउंडेशन के अलावा प्रथम इंफोटेक फाउंडेशन व यूथ4जॉब्स को भी इनोवेशन@कोविड19 कैटेगरी में संयुक्त विजेता चुना गया। विगत वर्ष निश्चय फाउंडेशन के "माहवारी स्वच्छता अभियान" को भी दक्षिण एशिया के 10 प्रमुख स्वास्थ्य अभियानों में जगह मिली थी।

140 गांवों में पहुंची संस्था

लॉकडाउन के शुरुआती महीनों में जब बाज़ार पूरी तरह बंद थे, बच्चियों और महिलाओं को सैनिटरी पैड प्राप्त करने में ढेरों कठिनाई का सामना करना पड़ रहा था। उस कठिन समय में कई गांवों की बच्चियों ने संस्था से संपर्क कर तत्काल सहायता करने की अपील की थी। पूर्वी सिंहभूम जिले की बच्चियों और महिलाओं की मदद करने के लिए संस्था ने सैनिटरी पैड रिलीफ कैंपेन चलाया था। अभियान के माध्यम से जिले के सभी सुदूर प्रखंडों जमशेदपुर, पोटका, घाटशिला, धालभूमगढ़, मुसाबनी, डुमरिया, गुड़ाबांधा, बहरागोड़ा, चाकुलिया, बोड़ाम, पटमदा के 140 से भी ज्यादा गांवों की लगभग 9000 से ज्यादा बच्चियों को सहायता पहुंचाई गई थी। संस्था द्वारा माहवारी स्वच्छता को लेकर नियमित तौर पर अभियान चलाया जाता है, जिससे बड़े पैमाने पर बच्चों व बड़ों में जागरूकता आई है।

चार साल से काम कर रही संस्था

निश्चय के संस्थापक सचिव तरुण कुमार ने बताया कि लॉकडाउन के शुरुआती दिन बेहद कठिन थे। हमारी संस्था माहवारी स्वच्छता को लेकर चार साल से काम कर रही है। काफी संघर्ष के बाद हम बच्चों को जागरूक करने में सफल रहे थे। लॉकडाउन के समय बच्चियों ने जब माहवारी स्वच्छता को लेकर परेशानी महसूस की, तब उन्होंने बेहिचक अपनी बात हमारे साथ साझा की। बच्चियों की परेशानी को समझते हुए हम सभी तत्काल उनकी सहायता में जुट गए। लॉकडाउन जैसे कठिन समय मे अभियान जनभागीदारी की बदौलत ही सफल हो पाया, दर्जनों वाेलंटियर्स ने अभियान से जुड़कर गांवों में बच्चियों की सहायता की, वहीं सैकड़ो लोगों ने मिलकर बच्चियों की सहायता के लिए हमारे पास लगभग एक लाख रुपये की आर्थिक मदद भेजी। अभियान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता में सम्मान मिलना, झारखंड और पूर्वी सिंहभूम के साथ इस अभियान से जुड़े सभी बच्चों एवं बड़ों के लिए गौरव की बात है।

वर्ल्ड समिट में भाग लेने का माैका

ई-एनजीओ चैलेंज अवार्ड्स 2020-21 के इनोवेशन@कोविड19 कैटेगरी में विजेता चुने जाने के बाद निश्चय फाउंडेशन द्वारा चलाया जा रहा अभियान, अब यूनाइटेड नेशन्स वर्ल्ड समिट अवार्ड्स में भी शामिल हो सकेगा। अवार्ड से संबंधित सूचना अवार्ड की वेबसाइट https://engochallenge.org/nischay-foundation/ पर देखी जा सकती है।


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