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CSIR : भारत के किसी कोने में पांच दिन में अस्पताल खड़ा कर सकता है सीएसआइआर-एनएमएल, जानिए

सीएसआइआर की सभी इकाई आज इस स्थिति में है कि किसी भी तरह की आपात परिस्थिति में मात्र पांच दिनों में सारी सुविधाओं से लैस अस्पताल खड़ा कर सकता है। यह दावा डीएसआइआर के सचिव डा. शेखर सी मांडे ने जमशेदपुर के एनएमएल में किया।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Tue, 19 Jan 2021 04:00 PM (IST)Updated: Tue, 19 Jan 2021 10:19 PM (IST)
CSIR : भारत के किसी कोने में पांच दिन में अस्पताल खड़ा कर सकता है सीएसआइआर-एनएमएल, जानिए
डीएसआइआर के सचिव डा. शेखर सी मांडे और एनएमएल के निदेशक।

जमशेदपुर, जासं।  केंद्रीय वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआइआर) के महानिदेशक सह डिपार्टमेंट ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रीयल रिसर्च (डीएसआइआर) भारत सरकार के सचिव डा. शेखर सी मांडे ने मंगलवार को बर्मामाइंस स्थित राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला एनएमएल का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने एनएमएल में रूफटॉफ सोल पावर प्लांट का उद्घाटन किया तथा युवा वैज्ञानिकों को संबोधित किया और उनके विचार भी सुने।

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इसके बाद मीडिया से बातचीत में डा. शेखर सी मांडे ने कहा कि सीएसआइआर ने कोरोना की प्रजाति पर कई रिसर्च किए हैं। जीनोम सिक्वेंसिंग के दम पर सीएसआइआर अब इस बात को बता पाने में सक्षम हैं कि भारत में कोरोना वायरस की कितनी प्रजाति है। पिछले दिनों इम्यूनिटी वैक्सीन बनाने में सीएसआइआर की अहम भूमिका रही।  सीएसआइआर के सभी इकाई आज इस स्थिति में है कि किसी भी तरह की आपात परिस्थिति में मात्र पांच दिनों में सारी सुविधाओं से लैस अस्पताल खड़ा कर सकते हैं। इसकी जानकारी भारत सरकार को भी है। 

कोविड पर काबू करने में निभाई महत्‍वपूर्ण भूमिका 

उन्होंने कहा कि कोविड-19 की वैश्विक महामारी पर चिंतन सीएसआइआर के सभी संस्थानों के निदेशकों ने 25-26 फरवरी 2020 को प्रारंभ कर दिया था। इसके लिए नई दिल्ली में निदेशक स्तर की बैठक आयोजित हुई थी। इसमें सारी संभावनाओं पर विचार-विमर्श किया गया। उसी आधार कार्य हुए और हम कामयाब हुए। भारत में कोविड-19 को रोक पाने में सीएसआइआर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, यह कहना कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। इसका हमें गर्व है। डा. शेखर ने बताया कि देश के अलग-अलग हिस्सों में कोविड को 10 हजार लोगों का सैंपल सर्वे किया गया था। इसमें दस प्रतिशत लोगों में एंटी बॉडिज पाई गई। सीएसआइआर की नई दिल्ली के लैब ने सप्लाई चेन को किसान सभा एप के माध्यम से तोड़ा। इस एप के सहारे ट्रांसपोर्टर एवं किसान एक दूसरे से जुड़ गए तथा अपनी फसलों को बाजारों तक बिना किसी के संपर्क के पहुंचाने में कामयाब रहे। इसके लिए किसानों को कोई मध्यस्थ की आवश्यकता नहीं हुई। कोविड-19 के समय इससे 70 हजार किसानों को फायदा हुआ। 

दो दिन स्ट्रेन का चल रहा पता

सीएसआइआर अब दो दिन के अंदर स्ट्रेन की जांच करने में सक्षम है। इसके लिए हैदराबाद व दिल्ली में स्थापित लैब कार्य कर रहे हैं। स्पाईस जैन की कंपनी एयरपोर्ट पर ही स्ट्रेन की जांच कर रही है और दो दिन की अंदर रिपोर्ट आ रही है।  

टाटा एमडी नामक कंपनी ने अपनाया फेलुदा डायग्नोसिस

आइसीएमआर के गाइडलाइन के अनुरूप सीएसआइआर ने कोरोना की डायग्नोसिस पर कार्य किया। यह कामयाब भी हुआ। इस इनोवेशन को टाटा संस ग्रुप के टाटा एमडी नामक कंपनी के सहयोग से किया गया। इसे फेलुदा डायग्नोसिस का नाम दिया गया। यह पेपर बेस्ड टेस्ट हैं, जो एक घंटे के अंदर कोरोना की रिपोर्ट दे देता है।

स्टील व मेटल के क्षेत्र में एनएमएल के आविष्कारों का जवाब नहीं

सीएसआइआर के महानिदेशक डा. शेखर सी मांडे ने कहा कि जमशेदपुर में बर्मामाइंस स्थित सीएसआइआर-एनएमएल के स्टील व मेटल के क्षेत्र में किए जा रहे आविष्कारों का कोई जवाब नहीं है। यह संस्थान को भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कार्य कर रहा है। इसमें वह कामयाब भी हुआ है। रक्षा क्षेत्र में इस संस्थान ने देश को कई चीजें प्रदान की है।


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