Jamshedpur Crime News: नौकरी के नाम पर युवाओं से ठगी करने वाली गिरोह का भंडाफोड़, पुलिस ने जमशेदपुर से दो युवकों को किया गिरफ्तार
Jamshedpur Crime News युवाओं को नामी कंपनियों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ कर दिया है पुसिस ने दो युवाओं को गिरफ्तार किया है जिनके पास से कई कागजात बरामद किए गए हैं।
जमशेदपुर (झारसुगुड़ा), जासं। नामी कंपनी में नौकरी लगाने का झांसा देकर 150 से अधिक बेरोजगार युवाओं से ठगी करने के आरोप में ओडिशा के झारसुगुड़ा की पुलिस ने जमशेदपुर के बागबेड़ा थाना क्षेत्र स्टेशन रोड के गुदरी मार्केट स्थित एक लाज में छापेमारी कर दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों में बसंत लाल उर्फ अशोक (24) व मो. असलम (28) है। दोनों आरोपित लाज में दो दिन से ठहरे हुए थे। पुलिस दोनों को ओडिशा ले गई। आरोपित उत्तर प्रदेश के कन्नौज के रहने वाले बता रहे है। जिसकी सत्यता की जांच की जा रही है। झारसुगुड़ा में शांतिलता साहु ने 16 मई 2022 में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। नियुक्ति पत्र के लिए 1500 रुपये रुपये वसूला जाता था। 150 से अधिक युवा उनकी जाल में फंस चुके थे।
प्लेसमेंट एजेंसी खोलकर कर रहे थे ठगी
पुलिस की छापेमारी में नामी कंपनी के फर्जी नियुक्ति पत्र भी जब्त किए गए हैं। इनके पास से फर्जी आधार कार्ड व पहचानपत्र, मोबाइल, महेन्द्रा कंपनी का फर्जी नियुक्तिपत्र नगद 25 हजार रुपये भी बरामद किये हैंझारसुगुड़ा पुलिस मुख्यालय में जिला पुलिस अधीक्षक राहुल जैन ने गुरुवार को बताया कि नौकरी दिलाने के नाम युवाओं को फंसा कर उनसे फार्म भरवाने के नाम पर 1500 रुपये वसूला जा रहा था। शिकायत पर बेहरामाल में स्थित एक भाड़े के घर में दो युवक प्लेसमेंट एजेंसी का कार्यालय खोल रखा था। पुलिस जब वहां पहुंची तो कार्यालय छोड़ कर दोनों फरार हो गए थे। उनके जमशेदपुर में होने की सूचना मिलने पर स्पेशल सेल की टीम को भेजा गया एवं वहां से गिरफ्तार किया गया।
बेहद चालाकी से कर रहे थे ठगी
आरोपित बेहरामाल में फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल कर भाड़े में घर लिया था। गिरोह के सरगना बसंत व असलम ने महीने भर पहले ही कार्यालय खोला था। लिफलेट, पोस्टर भी छपवा कर झारसुगुड़ा, ब्रजराजनगर, सोनपुर, देवगढ़, संबलपुर आदि जिलों में प्रचार किया था। उन्हें महिन्द्रा शोरूम समेत अन्य कंपनियों में 20 से 25 हजार रुपये की नौकरी दिलाने का झांसा दिया जा रहा था। इससे प्रभावित होकर युवा कार्यालय में पहुंचकर पंजीकरण करा रहे थे। 1500 रुपये लेकर कंपनी के विभिन्न कार्यालयों में नौकरी का फर्जी नियुक्ति पत्र दिए जा रहे हैं। मगर जब वे लोग वहां जाते थे तब उन्हें पता चलता था कि वे ठगी का शिकार हो गए है। छापेमारी टीम में एस आई अन्ना, एएसआई महेश्वर पाणीग्राही, संजय साहु, पुलिस जवान रिक्कु रोहिदास, लोचन, हवलदार प्रभाकर नायक शामिल थे।