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को-आपरेटिव के प्रिसिपल ने क्लास लेना किया प्रारंभ

को-आपरेटिव कालेज के अर्थशास्त्र विभाग के एचओडी डा. एमएन तिवारी का स्थानांतरण विश्वविद्यालय के पीजी विभाग में होने के बाद छात्रों को कोई परेशानी न हो इसके लिए कालेज के प्राचार्य डा. वीके सिंह ने कमान संभाल ली है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 23 Dec 2020 08:00 AM (IST)Updated: Wed, 23 Dec 2020 08:00 AM (IST)
को-आपरेटिव के प्रिसिपल ने क्लास लेना किया प्रारंभ
को-आपरेटिव के प्रिसिपल ने क्लास लेना किया प्रारंभ

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : को-आपरेटिव कालेज के अर्थशास्त्र विभाग के एचओडी डा. एमएन तिवारी का स्थानांतरण विश्वविद्यालय के पीजी विभाग में होने के बाद छात्रों को कोई परेशानी न हो इसके लिए कालेज के प्राचार्य डा. वीके सिंह ने कमान संभाल ली है। वे मंगलवार को यूजी और पीजी अर्थशास्त्र की आनलाइन कक्षाएं लेते हुए देखे गए। इसके बाद कालेज के कार्यों का संचालन किया। डा. वीके सिंह ने कहा कि डा. तिवारी को कालेज से पीजी विभाग के एचओडी के पद पर योगदान देने के लिए रिलीव कर दिया गया है। इस कारण वे कक्षाएं ले रहे हैं।

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कैंपस : कोविड-19 के दौर में भी छात्राओं को मिलेगी हॉस्टल की सुविधा

जमशेदपुर वीमेंस कालेज राज्य का पहला कालेज बन गया है, जहां कोविड-19 के दौर में भी छात्राओं को हॉस्टल की सुविधा प्रदान की जाएगी। इस कालेज में शर्तों के साथ 24 दिसंबर से छात्राओं को हॉस्टल उपलब्ध हो सकेगा। वीमेंस कॉलेज में सरकार के दिशा-निर्देशों के आधार पर इंटरमीडिएट की ऑफलाइन पढ़ाई शुरू हो चुकी है। बहरागोड़ा, चाकुलिया और दूर दराज की छात्राओं ने मंगलवार को प्राचार्या प्रोफेसर (डॉ.) शुक्ला महांती से मिलकर हॉस्टल में रहने देने के लिए अनुरोध किया। प्राचार्या ने छात्राओं के हित को ध्यान में रखते हुए 24 दिसंबर से हॉस्टल में आने की अनुमति दी। इसके लिए सूचना भी सार्वजनिक की गई है। मालूम हो कि राज्य सरकार की ओर से हॉस्टल के संचालन को लेकर कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं हुआ। इस कारण कस्तूरबा एवं अन्य आवासीय विद्यालय नहीं खोले गए है।

करीम सिटी कॉलेज के शिक्षा संकाय में सूक्ष्म शिक्षण कार्यशाला

करीम सिटी कॉलेज के शिक्षा संकाय में आठ दिवसीय सूक्ष्म शिक्षण कार्यशाला का समापन हुआ। इसे कॉलेज प्रांगण से ऑनलाइन प्लेटफार्म के जरिए शुरू किया गया था। शिक्षा संकाय के प्राध्यापकों ने आठ दिनों तक विभिन्न कौशलों पर अपनी व्याख्यानमाला प्रस्तुत किया। साथ ही साथ प्रतिदिन अपराह्न में प्राध्यापकों की देखरेख में कौशलों का अभ्यास सत्र भी आयोजित किया जाता रहा। आठ दिवसीय सूक्ष्म शिक्षण कार्यशाला की आयोजन प्रभारी प्रोफेसर अनामिका सिंह और प्रोफेसर सत्या झा रही। कार्यक्रम के समापन में विभागाध्यक्ष डॉक्टर सुचेता भूइयां ने विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि इन कौशलों को सीख कर वे एक अच्छे शिक्षक बन सकते हैं।


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