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Sonu Sood की मदद से जमशेदपुर के वैभव को मिली नई जिंदगी, अब सुनने के साथ बोल भी रहा

हमने भगवान का चेहरा नहीं देखा लेकिन वह शायद सोनू सूद जैसे होते होंगे। नाउम्मीदी के बीच उन्होंने जिस तरह से मेरे बच्चे की जान बचाई वैसा कोई फरिश्ता ही करता है। अपने सात वर्षीय बच्चे वैभव की जान बचाने वाले को अगर यह नाम दूं तो क्या बुरा है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Thu, 27 May 2021 11:50 AM (IST)Updated: Thu, 27 May 2021 03:42 PM (IST)
Sonu Sood की मदद से जमशेदपुर के वैभव को मिली नई जिंदगी, अब सुनने के साथ बोल भी रहा
वैभव के जीवन में सोनू सूद भगवान बनकर ही सामने आए।

जमशेदपुर,  अमित तिवारी। हमने भगवान का चेहरा नहीं देखा लेकिन वह शायद सोनू सूद जैसे होते होंगे। नाउम्मीदी के बीच उन्होंने जिस तरह से मेरे बच्चे की जान बचाई, वैसा कोई फरिश्ता ही करता है। गंभीर रूप से बीमार अपने सात वर्षीय बच्चे वैभव की जान बचाने वाले को अगर यह नाम दूं तो क्या बुरा है। सोनू जी के लिए दुआएं और आशीर्वाद।

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जमशेदपुर के मानगो निवासी विकास कुमार का यह हृदय से निकला आभार है। अगस्त 2020 में वैभव ऑनलाइन क्लास कर रहा था। तभी वह बेहोश हो गया। इसके बाद उसे टाटा मुख्य अस्पताल ले जाया गया। चिकित्सकों ने मिर्गी का अटैक बताया। उसकी दवा चलने लगी। इसी बीच जनवरी 2021 को वैभव का मुंह टेड़ा होने लगा। परिजन, घबरा गए। फिर उसे टाटा मुख्य अस्पताल ले जाया गया। चिकित्सकों ने कुछ आशंका जताई तो उसे बेगलुरु इलाज के लिए ले जाया गया। वहां पर जांच हुई तो पता चला कि बच्चे के ब्रेन के श्रवण हिस्से में ट्यूमर है, जो तेजी से विकसित करता है।

हरियाणा आने की तैयारी करो, मैं इलाज की व्यवस्था करता हूं

वैभव के पिता विकास कुमार करण ने बेटे के इलाज के लिए चेन्नई, वैल्लोर, दिल्ली सहित कई जगहों पर गए। हर जगह आठ से दस लाख रुपये खर्च बताया गया। इसके बाद दिल्ली एम्स पहुंचे तो यहां तीन माह के बाद नंबर मिला। इधर, वैभव की स्थिति लगातार बिगड़ रही थी। पिता के पास उतनी राशि नहीं थी वे इलाज कराते। इसी दौरान उन्होंने आठ अप्रैल को अभिनेता अक्षय कुमार, सोनू सूद, अनुपम खेर, पीएमओ ऑफिस, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजीवाल, मनीष सिसोदिया को ट्वीट किए। तीन दिन के बाद सोनू सूद का जवाब आया कि आप हरियाणा आने की तैयारी करो, मैं इलाज की व्यवस्था करता हूं। फिर सोनू सूद इलाज का पूरा खर्च उठाया।

मेरे जीवन की पूरी कमाई लग गई लेकिन इलाज नहीं हो सका

अगस्त 2020 में वैभव ऑनलाइन क्लास कर रहा था। तभी वह बेहोश हो गया।

वैभव के पिता एक दवा कंपनी में काम करते हैं। उन्होंने बताया कि मैंने जीवन की पूरी कमाई बेटे का इलाज मैं लगा दी उसके बावजूद भी इलाज नहीं करा सका। अब मेरे पास जमीन बेचने के अलावे दूसरा कोई विकल्प नहीं था। लेकिन, सोनू सूद ने मेरी जमीन बिकने से बचा ली। उन्होंने कहा कि धरती मेरी मां हैं, उन्हें बेचा नहीं जाता।

11 मई को सोनू सुध ने किया था फोन

वैभव का सफल सर्जरी के बाद सोनू सूद उससे मिलने के लिए अस्पताल जाने वाले थे लेकिन तभी वे कोरोना पॉजिटिव हो गए, जिसके कारण वे नहीं मिल सकें। लेकिन, 11 मई को वैभव के जन्मदिन पर उन्होंने फोन कर बधाई दी और कहा कि जीवन में खूब आगे बढ़ो। देश को तुम्हारी जरूरत है। एक अच्छा इंसान बनकर लोगों की सेवा करो।

सोनू सूद की मुहिम को आगे बढ़ाएंगे डॉ. गौतम

वैभव के जीवन में सोनू सूद भगवान बनकर ही सामने आए। अगर वे मदद नहीं करते तो शायद ही वैभव का इलाज पूरा होता। मैं उनके बारे में सूना था लेकिन अब बहुत नजदीक से देखा। चूंकि वैभव के पिता को मैं पूर्व से ही जानता हूं। सोनू सूद से काफी प्रभावित हूं। उनके मुहिम को मैं आगे बढ़ाने का काम करुंगा।

- डॉ. गौतम भारती, फिजियोथेरेपिस्ट, जीवन ज्योति फिजियोथेरेपी सेंटर

टाटा स्टील के हरि सिंह का सोनू सूद ने बढ़ाया हौसला

एक अप्रैल को सोनू सूद ने फोन कर हौसला बढ़ाया और कहा कि गरीबों की पेट भरने का मुहिम आपने जो छेड़ा है वह सराहनीय है। सच्चा इंसान वही है जो चिंतनशील, मनन शील, विचारशील तथा धर्मात्मा व न्यायकारी लोगों का सम्मान करें। भ्रष्टाचारी, दुष्ट और बुरे व्यक्ति का वाणी से भी समर्थन ना करें।

- हरि सिंह, इंजीनियर, टाटा स्टील सह समाजसेवी।


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